Move to Jagran APP

17 भाषाओं में केदारनाथ की जानकारी चाहिए तो डाउनलोड करें यह एप

केदारनाथ धाम के संबंध में जानकारी हासिल करनी हो तो आप केदारगाथा एप से जुड़ सकते हैं। केदारगाथा नाम के इस मोबाइल एप से अब तक 1205 यात्री जुड़े चुके हैं।

By BhanuEdited By: Updated: Mon, 21 May 2018 05:15 PM (IST)
17 भाषाओं में केदारनाथ की जानकारी चाहिए तो डाउनलोड करें यह एप

रुद्रप्रयाग, [जेएनएन]: केदारनाथ धाम के संबंध में जानकारी हासिल करनी हो तो आप केदारगाथा एप से जुड़ सकते हैं। इसमें 17 भाषाओं में यात्रा संबंधी जानकारी प्रदान की जा रही है। 

जिला प्रशासन की ओर से गूगल में अपलोड किए गए केदारगाथा मोबाइल एप से अब तक 1205 यात्री जुड़े चुके हैं। रुद्रप्रयाग के जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल ने बीती छह मई को इस मोबाइल एप की विधिवत शुरुआत की थी। यात्री इसके जरिये अपनी भाषा में केदारनाथ धाम समेत उत्तराखंड के विभिन्न धार्मिक स्थलों की जानकारी हासिल कर रहे हैं। 

एप में अंग्रेजी के अलावा गढ़वाली, कुमाऊंनी, ङ्क्षहदी, संस्कृत, नेपाली, बांग्ला, गुजराती, कन्नड़ व राजस्थानी समेत कुल 17 भाषाओं में रुद्रप्रयाग से लेकर केदारनाथ धाम तक के भूगोल और धार्मिक इतिहास की जानकारी दी जा रही है। यात्रियों के रुद्रप्रयाग में प्रवेश करते ही उनके मोबाइल में यह एप एक्टिव हो जाता है। 

जीपीएस से कनेक्ट होने के कारण भाषा के चयन को मैनुअल और ऑटोमेटिक ऑप्शन का उपयोग किया जा सकता है। जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल ने बताया कि एप को यात्रियों के बीच काफी लोकप्रियता मिल रही है। 

रुद्रप्रयाग जिले की काफी टेबल बुक का विमोचन

जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल ने शनिवार को जिला कार्यालय कक्ष में पर्यटन विभाग व होटल व्यवसायियों की मौजूदगी में जिले की काफी टेबल बुक का विमोचन किया। इस बुक को नई दिल्ली स्थित सभी देशों के दूतावास और जिले के सभी होटलों में रखा जाएगा, ताकि विदेशी भी रुद्रप्रयाग जिले के तीर्थाटन व पर्यटन से रू-ब-रू हो सकें। 

यह काफी टेबल बुक पर्यटन विभाग के सहयोग से प्रकाशित की गई है। इस मौके पर डीएम ने कहा कि रुद्रप्रयाग जिला धार्मिक पर्यटन के साथ ही पर्यटन की दृष्टि से भी काफी महत्वपूर्ण है। लेकिन, देश-विदेश के लोगों को इस बारे में जानकारी नहीं है। 

इसी को ध्यान में रख काफी टेबल बुक में जिले के हर पर्यटक व धार्मिक स्थल के बारे में जानकारी दी गई है। इसके साथ ही काफी टेबल बुक की मैगजीन भी पर्यटन विभाग ने प्रकाशित की है, जो कि होटल के प्रत्येक कमरे में उपलब्ध रहेगी। उन्होंने काफी टेबल बुक की पीडीएफ फाइल जिले के सभी विभागों की वेबसाइट में अपलोड करने के निर्देश दिए। 

यह भी पढ़ें: केदारनाथ में प्रसाद की थाली में चौलाई का लड्डू अनिवार्य : डीएम

यह भी पढ़ें: केदारनाथ के पौराणिक स्वरूप से हो रही छेड़छाड़ बर्दाश्त नहीं: तीर्थपुरोहित

यह भी पढ़ें: बाबा केदार के अभिषेक को हेलीकॉप्टर से पहुंच रहा दूध

आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।