Move to Jagran APP

केदारनाथ में दिल के रोगियों के लिए एयर एंबुलेंस की उम्मीद धूमिल

केदारनाथ में इस बार भी हृदय गति से पीड़ित भक्तों को संभल कर ही आना होगा। इस बार भी यात्रा सीजन में एयर एंबुलेंस शुरू होने की उम्मीद बेहद कम है।

By BhanuEdited By: Updated: Sun, 22 Apr 2018 05:19 PM (IST)
Hero Image
केदारनाथ में दिल के रोगियों के लिए एयर एंबुलेंस की उम्मीद धूमिल
रुद्रप्रयाग, [जेएनएन]: केदारनाथ में इस बार भी हृदय गति से पीड़ित भक्तों को संभल कर ही आना होगा। इस बार भी यात्रा सीजन में एयर एंबुलेंस शुरू होने की उम्मीद बेहद कम है। यात्रा शुरू होने में कुछ दिन का समय शेष बचा है, लेकिन अभी तक शासन ने जिला प्रशासन की ओर से भेजे प्रस्ताव को हरी झंडी नहीं दी है। 

केदारनाथ में प्रत्येक वर्ष हृदय गति रुकने से बड़ी संख्या में मौतें होती हैं। इसका कारण यहां की भौगोलिक परिस्थितियों का मानव जीवन के प्रति अनुकूल न होना है। 11 हजार फीट से अधिक ऊंचाई के साथ ही यहां आक्सीजन की भारी कमी है। गर्मियों में भी कड़ाके की ठंड पड़ती है, वहीं देश विदेश से आने वाले यात्रियों को यहां के मौसम के बारे में जानकारी नहीं होती। वे कई बार बिना गर्म कपड़ों के धाम में पहुंच जाते हैं। ऐसे में हृदय रोगियों के लिए यहां काफी मुश्किल होता है। 

इसके चलते स्वास्थ्य विभाग ने पिछले साल नवंबर में केदारनाथ में एयर एंबुलेंस के लिए डेढ़ करोड़ का प्रस्ताव शासन को भेजा था। यह एंबुलेंस यात्रा सीजन मं केदारनाथ में तैनात होनी थी, ताकि आपात स्थिति में मरीज को तत्काल अस्पताल पहुंचाया जा सके। 

हार्टअटैक से मरने वाले यात्री

वर्ष 2017-  37 यात्री

वर्ष 2016-  54 यात्री

वर्ष 2015-  57 यात्री

वर्ष 2012-  75 यात्री

शासन के पास है प्रस्ताव 

रुद्रप्रयाग की मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. सरोज नैथानी के मुताबिक केदारनाथ में अधिकांश यात्रियों की मौत हृदय गति से होने के कारण एयर एंबुलेंस का प्रस्ताव भेजा गया था, जिसे अभी तक शासन से स्वीकृति नहीं मिल पाई है।

यह भी पढ़ें: स्वाइन फ्लू से चमोली जिले के युवा शिक्षक की मौत

यह भी पढ़ें: उत्तराखंड में स्वाइन फ्लू ने पसारे पैर, दो की मौत

यह भी पढ़ें: उत्तराखंड हेल्थ सिस्टम डेवलपमेंट प्रोजेक्ट चल रहा कछुआ चाल

आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।