केदारनाथ के तीर्थ पुरोहितों ने किया उत्तराखंड सरकार का पिंडदान, जानिए क्या है मांगे
देवस्थानम प्रबंधन बोर्ड और केदारनाथ मास्टर प्लान निरस्त करने की मांग को लेकर आंदोलन कर रहे तीर्थ पुरोहितों ने प्रदेश सरकार का पिंडदान किया।
By Edited By: Updated: Sun, 06 Sep 2020 09:10 AM (IST)
रुद्रप्रयाग, जेएनएन। उत्तराखंड चारधाम देवस्थानम प्रबंधन बोर्ड और केदारनाथ मास्टर प्लान निरस्त करने की मांग को लेकर आंदोलन कर रहे तीर्थ पुरोहितों ने प्रदेश सरकार का पिंडदान किया। उन्होंने पूजा स्थल पर मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत का फोटो लगाकर पिंडदान की प्रक्रिया पूरी की। साथ ही चेतावनी दी कि जब तक सरकार उनकी मांग नहीं मान लेती है, तबतक उनका आंदोलन जारी रहेगा।
तय कार्यक्रम के अनुसार तीर्थ पुरोहित शनिवार को केदारनाथ मंदिर परिसर में एकत्रित हुए और वहां प्रदेश सरकार का पिंडदान करने के बाद मंदाकिनी नदी के तट पर तर्पण भी दिया। पिंडदान की प्रक्रिया आचार्य संतोष त्रिवेदी और आचार्य मुकेश तगवान ने संपन्न कराई। इस मौके पर केदार सभा के अध्यक्ष विनोद शुक्ला ने कहा कि तीर्थ पुरोहित देवस्थानम बोर्ड और केदारनाथ मास्टर प्लान के विरोध में बीते तीन माह से आंदोलन कर रहे हैं। लेकिन, प्रदेश सरकार उनसे वार्ता तक के लिए तैयार नहीं है। उनका ये भी कहना है कि सरकार के इस रवैये से बदरीनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के तीर्थ पुरोहित भी आक्रोशित हैं। तर्पण करने वालों में तीर्थ पुरोहित रमाकांत शर्मा, शशि अवस्थी, तेजप्रकाश पोस्ती, भगवती प्रसाद पोस्ती, अंकुर, प्रियांशु आदि शामिल थे।
सुप्रीम कोर्ट जाने की तैयारी में तीर्थ पुरोहित
देवस्थानम प्रबंधन बोर्ड के विरोध में गंगोत्री धाम के तीर्थ पुरोहितों ने प्रदेश सरकार की शव यात्रा निकालने के साथ ही गंगा घाट पर उसका पिंडदान भी किया। इस दौरान देवस्थानम बोर्ड रद करवाने के लिए सुप्रीम कोर्ट में विशेष अनुमति याचिका दाखिल करने पर भी चर्चा हुई। गंगोत्री मंदिर समिति के सह सचिव राजेश सेमवाल ने कहा कि तीर्थ पुरोहित अपने हक-हकूक के लिए किसी भी सूरत में पीछे हटने वाले नहीं हैं। लिहाजा, वह जल्द ही सुप्रीम कोर्ट में विशेष अनुमति याचिका दाखिल करने जा रहे हैं।
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