केदारनाथ में दूसरी बार कैमरे में कैद हुई दुर्लभ हिम लोमड़ी
बर्फ की चादर ओढ़े हुए केदारनाथ में फिर से हिम लोमड़ी घूमती नजर आई। केदारनाथ में लगे क्लोज सक्रिट कैमरे में इसकी गतिविधि कैद हुई। इसकी खासियत है कि यह 28 तरह की आवाज निकालती है।
रुद्रप्रयाग, [जेएनएन]: केदारनाथ की पहाड़ियों ने इन दिनों बर्फ की मोटी चादर ओढ़ी हुई है। जिससे उच्च हिमालय में रहने वाले वाले दुर्लभ प्रजाति के वन्य जीव नीचे की ओर आने लगे हैं। बीती रात ऐसी ही एक दुर्लभ लोमड़ी (रेड फॉक्स) केदारपुरी में लगे क्लोज सर्किट कैमरे में कैद हो गई। इससे पहले वर्ष 2016 में भी हिमालयी लोमड़ी केदारनाथ में लगे कैमरे मे कैद हो चुकी है।
डीएफओ केदारनाथ अमित कनवर ने बताया कि देर रात यह लोमड़ी केदारनाथ मंदिर के पास लगे कैमरे में कैद हुई। बताया कि दुर्लभ प्रजाति की यह लोमड़ी समुद्रतल से 15 हजार से लेकर 35 हजार फीट तक की ऊंचाई पर पाई जाती है। इसके अलावा यहां सफेद भालू, हिम तेंदुआ व अन्य वन्य जीवों की मौजूदगी के भी प्रमाण मिले हैं।
उन्होंने बताया कि इससे पहले 11 जनवरी 2016 को भी हिम लोमड़ी निम (नेहरू पर्वतारोहण संस्थान) के कैमरे में नजर आई थी। उधर, डीएम मंगेश घिल्डियाल ने बताया कि रेड फॉक्स का केदारपुरी में नजर आना एक अच्छी खबर है। इस तरह के दुर्लभ प्राणी कभी-कभार ही नजर आते हैं।
संरक्षण को नहीं हुए कोई प्रयास
पूरी दुनिया में लुप्त होने वाले प्राणियों की श्रेणी यह दुर्लभ लोमड़ी भी शामिल है। इसके संरक्षण को अब तक कोई ठोस प्रयास नहीं हुए। नतीजा, इनकी संख्या लगातार घट रही है। हिम लोमड़ी तकरीबन 14 साल तक जीवित रहती है। इसकी सुनने की क्षमता 120 फीट की दूरी तक होती है। यह 28 प्रकार की अलग-अलग आवाज निकाल सकती है।
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