केदारनाथ में मार्च से फिर शुरू होंगे पुनर्निर्माण कार्य, यात्रा से पहले सरस्वती नदी पर पुल निर्माण का लक्ष्य
Kedarnath Dham केदारनाथ धाम में कड़ाके की ठंड और तापमान शून्य से 12 डिग्री सेल्सियस तक नीचे चले जाने के कार्य पुनर्निर्माण कार्य में जुटे सभी श्रमिक वापस लौट चुके हैं। 15 दिसंबर तक 300 से अधिक श्रमिक धाम में कार्य कर रहे थे लेकिन 30 दिसंबर तक लगभग सभी वापस लौट गए। अब सिर्फ आइटीबीपी व पुलिस के जवान और बीकेटीसी के कर्मचारी ही धाम में रह गए हैं।
संवाद सहयोगी, रुद्रप्रयाग। Kedarnath Dham Reconstruction Work: केदारनाथ धाम में मार्च से फिर पुनर्निर्माण कार्य शुरू करने का लक्ष्य रखा गया है। हालांकि, यह इस बात पर निर्भर करेगा कि तब मौसम का मिजाज क्या रहता है। मौसम अनुकूल रहने पर फरवरी अंतिम सप्ताह में केदारनाथ पैदल मार्ग से बर्फ हटाने का कार्य शुरू कर दिया जाएगा।
केदारनाथ धाम में कड़ाके की ठंड और तापमान शून्य से 12 डिग्री सेल्सियस तक नीचे चले जाने के कार्य पुनर्निर्माण कार्य में जुटे सभी श्रमिक वापस लौट चुके हैं। 15 दिसंबर तक 300 से अधिक श्रमिक धाम में कार्य कर रहे थे, लेकिन 30 दिसंबर तक लगभग सभी वापस लौट गए। अब सिर्फ आइटीबीपी व पुलिस के जवान और श्री बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति के कर्मचारी ही धाम में रह गए हैं।
फरवरी में फिर से शुरू होगा पुनर्निर्माण कार्य!
जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की लोनिवि शाखा के अधिशासी अभियंता विनय झिंक्वाण ने बताया कि अब फरवरी में फिर पुनर्निर्माण कार्य शुरू करने की संभावनाएं तलाशी जाएंगी। इसके बाद फरवरी अंतिम सप्ताह में केदारनाथ पैदल मार्ग से बर्फ हटाने का कार्य शुरू कर दिया जाएगा।यात्रा शुरू होने से पूर्व धाम में कई निर्माण कार्य पूर्ण करने का लक्ष्य भी रखा गया है। इनमें मुख्य रूप से सरस्वती नदी पर पुल, तीर्थ पुरोहितों के घर और मंदिर समिति के भवन का निर्माण शामिल है।
झिंक्वाण ने बताया कि केदारनाथ पैदल मार्ग पर लिनचोली व भीमबली समेत कई स्थानों पर निर्माण कार्य चल रहा है। पैदल मार्ग की मरम्मत और पुश्ते भी लगाए जा रहे हैं।
यह भी पढ़ें:
बर्फबारी के बीच माइनस 12 डिग्री पहुंचा केदारनाथ का तापमान, रूका पुनर्निर्माण कार्य; 28 दिसंबर तक लौट जाएंगे मजदूरKedarnath Dham: कड़ाके की ठंड में भी जारी है पुनर्निर्माण कार्य, पीएम के ड्रीम प्रोजेक्ट को पूरा करने में लगे 300 मजदूर
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।