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Uttarakhand News: केदारनाथ जा रहे तीर्थ यात्रियों से भरा वाहन नदी में गिरा, एक की मौत; 12 घायल

केदारनाथ यात्रा पर जा रहे तीर्थयात्रियों से भरी एक बोलेरो वाहन गौरीकुंड के पास दुर्घटनाग्रस्त हो गई जिसमें एक तीर्थयात्री की मौत हो गई और 12 घायल हो गए। हादसा उस समय हुआ जब चालक वाहन को ढलान पर खड़ा करने के बाद पहियों के आगे पत्थर लगाने के लिए उतरा था। घायलों में से पांच की हालत गंभीर है और उन्हें एम्स ऋषिकेश ले जाया गया है।

By Brijesh bhatt Edited By: Abhishek Pandey Updated: Thu, 26 Sep 2024 08:53 AM (IST)
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गौरीकुंड में हुई वाहन दुर्घटना में घायलों को खोजते एनडीआरएफ एवं डीडीआरएफ के जवान जागरण

संवाद सहयोगी, रुद्रप्रयाग। बाबा केदार के दर्शन को जा रहे उत्तर प्रदेश और बंगाल के तीर्थ यात्रियों से भरा ओवरलोड बोलेरो वाहन गौरीकुंड के पास 70 मीटर गहरी खाई में लुढ़कने के बाद मंदाकिनी नदी में जा गिरा। हादसे में कोलकाता के एक तीर्थयात्री की मौत हो गई, जबकि 12 लोग घायल हुए हैं। इनमें पांच गंभीर घायलों को एयरलिफ्ट कर एम्स ऋषिकेश में भर्ती कराया गया है, जबकि दो अन्य का जिला अस्पताल रुद्रप्रयाग में उपचार चल रहा है।

बताया जा रहा है कि चालक वाहन को ढलान पर खड़ा करने के बाद पहियों के आगे पत्थर लगाने के लिए उतरा था, तभी हादसा हो गया। उस वक्त नौ सीटर वाहन में एक मासूम और एक किशोर समेत 13 लोग सवार थे।

पुलिस के अनुसार, केदारनाथ धाम जाने के लिए सोनप्रयाग से गौरीकुंड के बीच पांच किमी क्षेत्र में शटल सेवा चलती है। इसके बाद गौरीकुंड से 16 किमी पैदल मार्ग है। 31 जुलाई को आई आपदा में सोनप्रयाग के पास ध्वस्त हुआ हाईवे अभी पूरी तरह नहीं बन पाया है, इसलिए शटल सेवा सोनप्रयाग से लगभग डेढ़ किमी आगे मुनकटिया से संचालित की जा रही है।

केदारनाथ जाने के लिए निकले थे यात्री

यहां से बुधवार सुबह करीब 10 बजे उत्तर प्रदेश और बंगाल के 13 तीर्थ यात्रियों का दल केदारनाथ धाम जाने के लिए एक बोलेरो में सवार हुआ। गौरीकुंड से करीब आधा किमी पहले स्टापेज पर तीर्थ यात्रियों को उतारना था। यहां जिस स्थान पर चालक ने वाहन को खड़ा किया, वो ढलान युक्त है। यह ढलान खाई की तरफ जाती है।

ऐसे में चालक वाहन को खड़ा करने के बाद पहियों के आगे पत्थर लगाने के लिए उतरा, लेकिन उसके उतरते ही वाहन पीछे की तरफ लुढ़कने लगा और खाई में जा गिरा। गौरीकुंड और सोनप्रयाग से पुलिस के साथ ही एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, डीडीआरएफ व प्रशासन की टीम मौके पर पहुंची और रेस्क्यू शुरू किया।

जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदन सिंह रजवार ने बताया कि सभी यात्रियों को खाई से निकालकर निजी वाहनों से सोनप्रयाग स्थित स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया गया। वहां चिकित्सकों ने सुनील कुमार दास (68) निवासी 9-4-ए फकीर चंद पाठक लेन, बाली, जिला हावड़ा, बंगाल को मृत घोषित कर दिया।

पांच गंभीर घायलों को प्राथमिक उपचार के बाद हेली सेवा से एम्स ऋषिकेश, जबकि दो घायलों को जिला चिकित्सालय रुद्रप्रयाग भेजा गया। पांच अन्य घायलों को हल्की चोटों के चलते डिस्चार्ज कर दिया गया। चालक राजेश कुमार सुरक्षित है, वह मूल रूप से नेपाल का रहने वाला है।

ये हुए घायल

वाहन में सवार उत्तर प्रदेश के अयोध्या निवासी पिंकी (35), आर्यन (1), महेश (35), सरिता (25) और बंगाल के कोलकाता निवासी विदिशा (22), पी. भोमि (29), मंजू दास (68), दीप पवन (15), सोमिस्ता दास (40), सैमोली (58), मालोनिका दास (58), सोनिमा दास (40)।

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