भीमबली से केदारनाथ तक की यात्रा होगी आसान
भीमबली से केदारनाथ तक का पैदल मार्ग करीब दो से ढाई मीटर तक चौड़ा कर लिया जाएगा। इस बार देश विदेश से आने वाले यात्रियों के लिए सुकून देने वाला होगा।
By Sunil NegiEdited By: Updated: Thu, 12 Apr 2018 05:09 PM (IST)
रुद्रप्रयाग, [जेएनएन]: भीमबली से केदारनाथ तक का पैदल सफर इस बार देश विदेश से आने वाले यात्रियों के लिए सुकून देने वाला होगा। यात्रा शुरू होने से पूर्व पैदल मार्ग करीब दो से ढाई मीटर तक चौड़ा कर लिया जाएगा। आपदा के बाद तैयार किए इस मार्ग की चौड़ाई कम होने से घोड़ा-खच्चर के साथ ही आम यात्रियों को एक साथ आवाजाही करने में दिक्कतें होती थीं। इसके अलावा रैङ्क्षलग न होने से कई बार दुर्घटनाएं भी हो जाती थीं।
केदारनाथ आपदा वर्ष 2013 में रामबाड़ा से गरुड़चट्टी- केदारनाथ तक का सात किमी पैदल मार्ग मंदाकिनी नदी के कटाव के कारण पूरी पहाड़ी दरक जाने से बह गया था, इसके बाद सरकार ने तत्काल दूसरा वैकल्पिक मार्ग तैयार किया, यह ठीक विपरीत दिशा में दूसरी पहाड़ी से होता हुआ छोटी लिनचोली, बड़ी लिनचोली, बेस कैंप व रुद्रा प्वाइंट से केदारनाथ तक बनाया गया।इस मार्ग की चौड़ाई ढाई से तीन मीटर तक ही थी, जबकि कई स्थानों पर दो मीटर ही है, घोड़े-खच्चर से लेकर पैदल आने वाले आम यात्री भी इसी मार्ग से केदारनाथ पहुंचते थे। आमतौर पर यात्रा मुख्य सीजन में पंद्रह हजार लोग व पांच हजार घोड़े इस मार्ग पर आवाजाही करते हैं। इस बार सरकार ने इस आठ किमी पैदल मार्ग को दो मीटर से तीन मीटर चौड़ा किया जा रहा है, जिससे इसकी चौड़ाई लगभग 5.30 मीटर हो जाएगी। मार्ग चौड़ा होने से आम यात्री भी आसानी से आवाजाही कर सकेगा, तथा घोड़े, खच्चरों की आवाजाही भी आसानी से हो सकेगी।
इस पैदल मार्ग पर रैलिंग भी नहीं लगाई गई थी, इस बार यात्रा शुरू होने से पूर्व इस मार्ग पर रैलिंग लगा दी जाएगी, जिससे मार्ग सुरक्षित भी हो जाएगा।नए बनाए गए इस पैदल मार्ग पर कई स्थानों में चढ़ाई काफी खतरनाक है, इसे भी ठीक किया जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट में यह योजना शामिल। इसी लिए प्रशासन इस योजना को समय से पूरा करने के लिए लगातार मानेटरिंग कर रहा है। जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के तहत लोनिवि खंड इस पैदल मार्ग को बना रहा है। गत दिनों डीएम ने भी इस पैदल मार्ग निरीक्षण कर गुणवत्ता की जाँच भी की गई थी, जबकि मानकों के तहत इसका निर्माण हो रहा है कि या नहीं इसकी भी जांच की गई, जांच संतोषजनक रही।
वहीं डीएम मंगेश घिल्डियाल ने बताया कि पैदल मार्ग का चौड़ीकरण कार्य लगभग सत्तर फीसदी पूरा हो गया है, यात्रा शुरू होने से पूर्व निर्माण पूरा कर लिया जाएगा। लगातार निर्माण कार्य पर नजर बनाए हैं। मजदूरों की संख्या भी बढ़ाने के निर्देश कार्यदायी संस्था को दिए गए हैं, ताकि समय पर कार्य पूरा हो सके। कहा कि मार्ग तैयार हो जाने से यात्रियों को आवाजाही में काफी सहूलियत होगी।
यह भी पढ़ें: चारधाम यात्रा सिर पर, अस्पतालों में डॉक्टर नहींयह भी पढ़ें: 10 साल बाद हो रहा चारधाम यात्रा मार्गों का सर्वे, भेजी गई दो टीमें
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।