Tehri: थत्यूड़ में डाक्टरों के कमी के चलते स्वास्थ्य सेवा का बुरा हाल, दो चिकित्सकों के भरोसे 60 हजार की आबादी
डाक्टरों की कमी के चलते सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र थत्यूड़ में स्वास्थ्य सेवा का बुरा हाल है। जौनपुर ब्लाक की करीब 60 हजार की जनता मात्र दो डाक्टरों पर निर्भर है। वर्तमान में 11 डाक्टरों के सापेक्ष स्वास्थ्य केंद्र में मात्र दो डाक्टर ही कार्यरत है जिससे जनता को स्वास्थ्य सेवाओं के लिए जूझना पड़ रहा है और उन्हें इसके लिए मसूरी देहरादून जाना पड़ता है।
By Anurag uniyalEdited By: riya.pandeyUpdated: Wed, 20 Sep 2023 03:17 PM (IST)
संवाद सूत्र, नैनबाग। डाक्टरों की कमी के चलते सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र थत्यूड़ में स्वास्थ्य सेवा का बुरा हाल है। जौनपुर ब्लाक की करीब 60 हजार की जनता मात्र दो डाक्टरों पर निर्भर है। वर्तमान में 11 डाक्टरों के सापेक्ष स्वास्थ्य केंद्र में मात्र दो डाक्टर ही कार्यरत है जिससे जनता को स्वास्थ्य सेवाओं के लिए जूझना पड़ रहा है और उन्हें इसके लिए मसूरी, देहरादून जाना पड़ता है।
थत्यूड़ में 30 बेड का सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र वर्ष 1992 से संचालित हो रहा है। 30 वर्ष बाद भी ब्लाक की जनता को सीएचसी स्तर की स्वास्थ्य सुविधा का लाभ नहीं मिल पा रहा है। वर्तमान में क्षेत्र की जनता दो डाक्टरों के भरोसे है।
मीटिंग में व्यस्त रहते हैं अधिकारी
प्रभारी चिकित्साधिकारी राष्ट्रीय कार्यक्रम, सरकारी मीटिंग, बैठकों में अधिकांश समय व्यक्त रहते है जिससे कई बार एक डाक्टर को भी किसी तरह मरीजों को देखना पड़ता है। स्वास्थ्य सेवाओं के अभाव में अधिकांश मरीजों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। कई बार गर्भवती महिलाओं व मरीजों को हायर सेंटर रेफर करना पड़ता है।डाक्टरों के रिक्त पदों को भरने की मांग
व्यापार मंडल के अध्यक्ष अखवीर पंवार, जौनपुर विकास मंच अध्यक्ष रतनमणी व खेमराज भट्ट का कहना है कि लगातार कई सालों से सीएचसी में डाक्टरों के रिक्त पदों को भरने की मांग क्षेत्र की जनता करती आ रही है लेकिन शासन - प्रशासन के इस पिछड़े क्षेत्र की ओर ध्यान न देने से क्षेत्र की जनता को समुचित स्वास्थ्य सुविधा का लाभ नहीं मिल रहा है। इससे जौनपुर की जनता में रोष बना हुआ है।
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थत्यूड़ प्रभारी चिकित्साधिकारी मनीषा भारती के अनुसार, वर्तमान में अस्पताल में दो ही डाक्टर कार्यरत हैं। डाक्टरों की नियुक्ति की मांग को लेकर उच्चाधिकारियों को लगातार पत्राचार के माध्यम से अवगत कराया जाता है।यह भी पढ़ें- प्रस्तावित कूड़ा नियंत्रण संयंत्र के निर्माण के मामले में अधिकारियों से समस्या सुलझाने की मांग
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