Tehri Garhwal Lok Sabha Chunav Result 2024: टिहरी सीट पर जनता का फिर से राज परिवार पर विश्वास
Tehri Garhwal Lok Sabha Chunav Result 2024 उत्तरकाशी टिहरी व देहरादून जिलों में फैली टिहरी गढ़वाल संसदीय सीट को टिहरी राज परिवार की परंपरागत सीट माना जाता है। अब तक के आम चुनाव में यह 13वां अवसर है जब राज परिवार के सदस्य को जनता ने चुनकर संसद में भेजा है। इस सीट पर भाजपा ने फिर माला राज्य लक्ष्मी शाह को फिर से मैदान में उतारा था।
जागरण संवाददाता,उत्तरकाशी। लोकसभा की टिहरी गढ़वाल संसदीय सीट पर मतदाताओं ने इस बार भी राज परिवार पर ही विश्वास बनाए रखा। टिहरी राज परिवार से ताल्लुक रखने वाली भाजपा प्रत्याशी माला राज्य लक्ष्मी शाह ने 53.66 प्रतिशत मत हासिल कर यहां लगातार चौथी जीत दर्ज की।
यद्यपि, इस बार उनके मत प्रतिशत में गिरावट आई है। पिछली बार उन्हें 64.53 मत प्राप्त हुए थे। वह 2012 के उपचुनाव में जीत दर्ज करने के बाद से इस सीट का प्रतिनिधित्व कर रही हैं।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की लोकप्रियता के अलावा संसदीय क्षेत्र में भाजपा के मजबूत सांगठनिक ढांचे और विभिन्न केंद्रीय योजनाओं ने उनकी राह प्रशस्त करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। वहीं, कांग्रेस की हार के पीछे प्रत्याशी चयन को लेकर शुरुआती दौर में ऊहापोह और कमजोर सांगठनिक ढांचे जैसे कारण गिनाए जा रहे हैं।
उत्तरकाशी, टिहरी व देहरादून जिलों में फैली टिहरी गढ़वाल संसदीय सीट को टिहरी राज परिवार की परंपरागत सीट माना जाता है। अब तक के आम चुनाव में यह 13वां अवसर है, जब राज परिवार के सदस्य को जनता ने चुनकर संसद में भेजा है।
इस सीट पर भाजपा ने फिर माला राज्य लक्ष्मी शाह को फिर से मैदान में उतारा था। पिछली बार की तरह ही इस चुनाव में भी उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी की लोकप्रियता और किसान सम्मान निधि, आयुष्मान योजना, उज्ज्वला योजना, मुफ्त राशन जैसी केंद्रीय योजनाओं को जनता के समक्ष रखा।
ऐसे में वह इन योजनाओं के लाभार्थियों का समर्थन हासिल करने में सफल रही। ग्राम स्तर तक फैले भाजपा संगठन ने भी इन्हीं बिंदुओं पर ध्यान केंद्रित किए रखा। यद्यपि, चुनाव का परिणाम भाजपा प्रत्याशी माला राज्य लक्ष्मी शाह के पक्ष में आया है, लेकिन यह भी सही है कि भाजपा के मत प्रतिशत में 10.87 प्रतिशत की गिरावट भी दर्ज की गई है।
मुख्य मुकाबले में रहे कांग्रेस प्रत्याशी पूर्व विधायक जोत सिंह गुनसोला को 22.05 प्रतिशत मत ही मिले। कांग्रेस का यह प्रदर्शन उसे पिछली बार मिले मतों से 8.17 प्रतिशत कम रहा है। तब कांग्रेस ने यहां 30.22 मत हासिल किए थे। इस चुनाव में कांग्रेस ने भाजपा प्रत्याशी की सक्रियता, प्रजा का सेवक जैसे मुद्दे उछाले, लेकिन इनका अधिक असर नहीं दिखा। मत प्रतिशत में आई गिरावट कांग्रेस के लिए भी मंथन का विषय है।
वहीं, मुकाबले में तीसरा कोण बने निर्दलीय प्रत्याशी बाबी पंवार अपनी दमदार उपस्थिति दर्ज कराने में सफल रहे। पंवार ने 19.05 मत हासिल कर भाजपा व कांग्रेस दोनों के ही वोटबैंक में सेंध लगाई। चुनाव मैदान में उतरे शेष आठ प्रत्याशी अपनी जमानत बचाने में सफल नहीं हो पाए।