टिहरी में नरभक्षी गुलदार ने बिगाड़ी वन विभाग की रणनीति, नहीं मिली लोकेशन; अब कैमरा ट्रैप की जगह बदलने पर विचार
प्रतापनगर ब्लॉक के भरपूरिया गांव में नरभक्षी गुलदार के बदले व्यवहार से वन विभाग भी चिंतित है। 20 अगस्त से भरपूरिया गांव के आसपास गुलदार नजर नहीं आ रहा है। जबकि आमतौर पर गुलदार इंसान पर हमला करने के बाद कुछ दिन उसी क्षेत्र के आसपास घूमता है। लेकिन यहां पर गुलदार की तीन दिन बाद भी लोकेशन नहीं मिल पाई है।
जागरण संवाददाता, नई टिहरी: प्रतापनगर ब्लॉक के भरपूरिया गांव में नरभक्षी गुलदार के बदले व्यवहार से वन विभाग भी चिंतित है। 20 अगस्त से भरपूरिया गांव के आसपास गुलदार नजर नहीं आ रहा है। जबकि आमतौर पर गुलदार इंसान पर हमला करने के बाद कुछ दिन उसी क्षेत्र के आसपास घूमता है लेकिन यहां पर गुलदार की तीन दिन बाद भी लोकेशन नहीं मिल पाई है।
19 अगस्त को भरपूरिया गांव में तीन साल के मासूम आरव पर गुलदार ने हमला कर दिया था जिससे आरव की मौत हो गई थी। उसके बाद वन विभाग ने टीम गांव में तैनात है और दो कैमरा ट्रैप के अलावा पिंजरा भी लगाया गया है।
तीन दिन बाद भी नहीं मिला गुलदार का लोकेशन
गुलदार को नरभक्षी घोषित कर उसे मारने के लिये शूटर भी तैनात किये गये हैं लेकिन तीन दिन बाद भी गुलदार की लोकेशन नहीं मिली है। ऐसे में विभाग परेशान है कि गुलदार किसी आसपास के गांव में न चला गया हो। इसके अलावा गुलदार पिंजरे और कैमरा ट्रैप के आसपास भी नजर नहीं आया है। जबकि आमतौर पर गुलदार ने अपने शिकार के आसपास ही कुछ समय तक रहता है।
नरभक्षी गुलदार की पहचान करना अभी भी चुनौती
अभी विभाग घटनास्थल के 500 वर्ग मीटर के एरिया में गुलदार की तलाश कर रहा है। लेकिन कुछ दिन बाद अन्य गांवों को भी इसमें शामिल कर लिया जायेगा। हालांकि दूसरी चिंता विभाग को ये भी है कि नरभक्षी गुलदार की पहचान करना भी काफी चुनौती भरा है। ऐसा न हो कि कहीं नरभक्षी के बदले कोई दूसरा गुलदार लोकेशन में आ जाये।
वन विभाग की एसडीओ रश्मि ध्यानी ने बताया कि अभी गुलदार की लोकेशन नहीं मिली है। कुछ दिन बाद कैमरा ट्रैप की लोकेशन बदलने के साथ गश्त भी दूसरे गांवों के आसपास की जायेगी।