Tehri Cloudburst: रात एक बजे खिड़की से आने लगा पानी, जैसे ही घर से निकले मां-बेटे आंखों के सामने बह गया मकान
Tehri Cloudburst मकान के अंदर पानी घुसता देख महिला और उनके बेटे ने समय रहते बाहर की ओर भागे। जिसके बाद पूरा मकान मलबे की चपेट में आ गया और उनके सामने बह गया। गनीमत रही की मां-बेटा बाल-बाल बच गए। मां ने मोबाइल फोन से रुड़की में रहने वाली बहन को फोन कर घटना की जानकारी दी। पड़ोसी भी वहां आ गए।
संवाद सूत्र, जागरण, घनसाली। Tehri Cloudburst: घुत्तू गांव के मलेथी तोक में भारी भूस्खलन से सात कमरों का आवासीय भवन पूरी तरह से ध्वस्त हो गया। मकान के अंदर पानी घुसता देख महिला और उनके बेटे ने समय रहते बाहर की ओर भागे। उनके बाहर आते ही एकाएक मलबा आया और पूरे भवन को ध्वस्त कर दिया। इससे मां-बेटा बाल-बाल बच गए।
घुत्तू गांव के मलेथी तोक निवासी दुर्गा देवी पत्नी विशाल मणि बेटे के साथ घर में थी। उनके पति विशालमणि किसी काम से गंगी गांव गए थे। रात 11 बजे से मूसलधार वर्षा हो रही थी। घर में दुर्गा देवी (42) और उनका बेटा जगदंबा (19) ही थे। रात लगभग एक बजे उनके कमरे में अचानक से खिड़की के रास्ते पानी आने लगा।
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आंखों के सामने पूरा मकान भूस्खलन की चपेट में आया
पानी की आवाज सुनकर दुर्गा देवी और उनका बेटा जगदंबा उठ गए और फौरन घर से बाहर की ओर भागे। इसके चंद पल में ही उनकी आंखों के सामने ही उनका सात कमरों का पूरा मकान भूस्खलन की चपेट में आकर बह गया। गनिमत रही कि वह समय रहते बाहर आ गए थे।
इसके बाद वह किसी तरह सुरक्षित स्थान पर पहुंचे। दुर्गा देवी ने मोबाइल फोन से रुड़की में रहने वाली बहन को फोन कर घटना की जानकारी दी। इस दौरान उनके पड़ोसी भी वहां आ गए।
दुर्गा देवी ने बताया कि उनका पूरा मकान और सामान सब मलबे में दब गया। किसी तरह उन्होंने और उनके बेटे ने भागकर अपनी जान बचाई।यह भी पढ़ें- उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारियों व आश्रितों के लिए एक और सौगात, PCS परीक्षा में भी लागू होगा आरक्षण
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