Tehri: वॉलीबॉल में देश के लिए खेलना हिमानी का सपना, उत्तराखंड का प्रतिष्ठित तीलू रौतेली पुरस्कार भी किया नाम
नई टिहरी। पहाड़ के एक छोटे से गांव की रहने वाली हिमानी पडियार के सपने बहुत बड़े हैं। वॉलीबॉल में स्कूल गेम्स की राष्ट्रीय प्रतियोगिता में खेल चुकी हिमानी का सपना वॉलीबॉल में देश की टीम से खेलना है और इसके लिये वह कड़ी मेहनत कर रही है। हिमानी की सफलता के बाद इस वर्ष उसे उत्तराखंड का प्रतिष्ठित तीलू रौतेली पुरस्कार भी प्रदान किया गया है।
By Jagran NewsEdited By: riya.pandeyUpdated: Tue, 10 Oct 2023 10:03 AM (IST)
जागरण संवाददाता, नई टिहरी। पहाड़ के एक छोटे से गांव की रहने वाली हिमानी पडियार के सपने बहुत बड़े हैं। वॉलीबॉल में स्कूल गेम्स की राष्ट्रीय प्रतियोगिता में खेल चुकी हिमानी का सपना वॉलीबॉल में देश की टीम से खेलना है और इसके लिये वह कड़ी मेहनत कर रही है। हिमानी की सफलता के बाद इस वर्ष उसे उत्तराखंड का प्रतिष्ठित तीलू रौतेली पुरस्कार भी प्रदान किया गया है।
वॉलीबॉल को बनाया अपना जुनून
टिहरी जिले के कीर्तिनगर ब्लॉक के डांगचौरा निवासी विक्रम सिंह पडियार पीआडी जवान हैं। उनकी बेटी हिमानी ने सातवीं क्लास में पहली बार वॉलीबॉल हाथ में पकड़ी और उसे ही अपना जुनून बना लिया। वॉलीबॉल में खेलने के लिये जब लड़कियां नहीं होती थी तो हिमानी लड़कों के साथ ही वॉलीबॉल की प्रैक्टिस करती थी।
बीए में एडमिशन लेने के बाद वॉलीबॉल टीम में हुई शामिल
खेल प्रशिक्षक जगदीश चौहान ने उसके खेल को निखारा और 2019 में हिमानी ने नेशनल स्कूल गेम्स में उत्तराखंड की टीम में चयनित हुई, जिसके बाद पश्चिम बंगाल में राष्ट्रीय प्रतियोगिता आयोजित की गई। 12वीं के बाद एचएनबी गढ़वाल केंद्रीय विवि में बीए में एडमिशन लेने के बाद हिमानी विवि की वॉलीबॉल की टीम में शामिल हैं और कई प्रतियोगिताओं में अपना दमखम दिखा चुकी हैं। इस वर्ष होमगार्ड की भर्ती में हिमानी ने आवदेन किया और वह भर्ती भी हो चुकी हैं।हिमानी ने बताया कि नौकरी करने के बाद उनका वॉलीबॉल खेलने का ही सपना है। वह अभी उत्तराखंड पुलिस की भर्ती की तैयारी भी कर रही हैं। वह वॉलीबॉल में देश की टीम की तरफ से खेलना चाहती हैं और इसके लिये मेहनत कर रही हैं।यह भी पढ़ें - Chamoli News: हेमकुंड साहिब की यात्रा पर आए पाकिस्तानी श्रद्धालुओं की बस विद्युत खंभे से टकराई, देखें तस्वीरें