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बूढ़ाकेदार धाम में इस बार श्रद्धालुओं की भारी भीड़, यहां के दर्शन के बिना अधूरी है केदारनाथ की यात्रा; ये है मान्यता

बूढ़ाकेदार के दर्शन किए बिना केदारनाथ की यात्रा अधूरी मानी जाती है। बूढ़ाकेदार सबसे प्राचीन केदार में एक है। यहां आने वाले यात्रियों को केदारनाथ धाम जैसे ही पुण्य की प्राप्ति होती है। बिहार से आने वाले श्रद्धालुओं के लिए बूढ़ाकेदार नाथ मंदिर समिति ने यहां ने विशाल भंडारे का आयोजन किया है जहां पर श्रद्धालु भंडारे में शामिल होने के साथ ही बूढ़ाकेदार का भी दर्शन करते हैं।

By Anurag uniyal Edited By: Riya Pandey Published: Mon, 01 Jul 2024 02:07 PM (IST)Updated: Mon, 01 Jul 2024 02:07 PM (IST)
बूढाकेदार धाम में भी बड़ी संख्या में पहुंच रहे श्रद्धालु

संवाद सहयोगी, नई टिहरी। चारधाम यात्रा में इन दिनों बूढ़ाकेदारनाथ धाम में भी बड़ी संख्या में श्रद्धाल़ु पहुंच रहे है। केदारनाथ धाम में अब पहले की अपेक्षा कम यात्री पहुंच रहे है जबकि बूढ़ाकेदार नाथ में इस समय काफी यात्री पहुंच रहे है। बूढ़ाकेदार मंदिर समिति ने यहां पर श्रद्धालुओं के लिए भंडारे का आयोजन किया है।

बूढ़ाकेदार सबसे प्राचीन केदार में एक है। यहां आने वाले यात्रियों को केदारनाथ धाम जैसे ही पुण्य की प्राप्ति होती है। इस बार बड़ी संख्या मं यहां यात्री पहुंच रहे है। बूढ़ाकेदार से बड़ी संख्या में नेपाल से भी यात्री आते हैं। पूर्व में जब सड़क सुविधा नहीं थी तो बूढ़ाकेदार ही केदारनाथ जाने का मुख्य पड़ाव था।

यहां के बिना अधूरी मानी जाती है केदारनाथ की यात्रा

बताया जाता है कि बूढ़ाकेदार के दर्शन किए बिना केदारनाथ की यात्रा अधूरी मानी जाती है। इसलिए जो भी केदारनाथ की यात्रा करता करने के लिए आता था बह बूढ़ाकेदार नाथ का अवश्य दर्शन करता था।

बिहार से आने वाले श्रद्धालुओं के लिए बूढ़ाकेदार नाथ मंदिर समिति ने यहां ने विशाल भंडारे का आयोजन किया है जहां पर श्रद्धालु भंडारे में शामिल होने के साथ ही बूढ़ाकेदार का भी दर्शन करते हैं।

बूढ़ाकेदार मंदिर समिति के अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह नेगी, प्रधान सनोप राणा ने बताया कि इस बार काफी संख्या में श्रद्धालु यहां आ रहे हैं। श्रद्धालुओं के लिए यहां पर भंडारे का आयोजन किया गया।

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