30 किमी के दायरे में फैला देवलसारी है जैव विविधता के लिए प्रसिद्ध, यहां बसता है तितलियों का अद्भुद संसार
Uttarakhand Tourism देवलसारी अपनी जैव विविधता के लिए प्रसिद्ध है। इसे जानने के लिए पर्यटक प्रकृति प्रेमी विशेषज्ञ समय-समय पर इस पर्यटक स्थल पर पहुंचते हैं। यहां की नैसर्गिक सौंदर्यता और भीड़- भाड़ से दूर होने के कारण पर्यटक यहां खिंचे चले आते हैं।
By Raksha PanthriEdited By: Updated: Sun, 17 Oct 2021 02:48 PM (IST)
संवाद सहयोगी, नई टिहरी। Uttarakhand Tourism टिहरी का पर्यटक स्थल देवलसारी अपनी जैव विविधता के लिए प्रसिद्ध है। इसे जानने के लिए पर्यटक, प्रकृति प्रेमी, विशेषज्ञ समय-समय पर इस पर्यटक स्थल पर पहुंचते हैं। यहां की नैसर्गिक सौंदर्यता और भीड़- भाड़ से दूर होने के कारण पर्यटक यहां खिंचे चले आते हैं। यहां पर विभिन्न प्रजातियों क तितलियां पाई जाती हैं, इसलिए इस जगह को तितलियों का संसार भी कहा जाता है।
अगर प्रकृति का वास्तविक आनंद लेना हो तो देवलसारी चले आइए। टिहरी-मसूरी मोटर मार्ग पर पड़ने वाला यह पर्यटक स्थल जिला मुख्यालय से करीब 85 किमी की दूरी पर स्थित है, जो करीब 1600 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। यहां की जैव विविधता को जानने के लिए कई लोग यहां पहुंचते हैं। यह क्षेत्र करीब 30 किमी के दायरे में फैला है।
सड़क से करीब डेढ़ किमी पैदल चलकर इस पर्यटक स्थल की शुरुआत होती है। यह पहला ऐसा पर्यटक है, जहां आकर पर्यटक और प्रकृति प्रेमी जैव विविधता और प्रकृति दोनों का एक साथ लुत्फ उठा सकते हैं। स्कूली छात्रों का दल भी समय-समय पर यहां पहुंचता रहता है। यहां पर गर्मियों में भी मौसम ठंडा रहता है। देवलसारी में ऐसे पौधे हैं, जो तितलियों के अनुकूल है। इन पौधों से तितलियां रस ग्रहण करती हैं, इसलिए यहां पर विभिन्न प्रकार की तितलियां पाई जाती है। एक ओर जहां तितलियां लुप्त हो रही है, वहीं देवलसारी में आज भी रंग-विरंगी तितलियां पर्यटकों के लिए आकर्षण और शोध का केंद्र बना है।
पाए जाते हैं विभिन्न तरह की तितलियां और पक्षी पर्यटक स्थल देवलसारी में करीब दो सौ प्रजाति की तितलियां और डेढ़ सौ प्रजाति के पक्षी पाए जाते हैं। पौधों पर बैठी रंग-विरंगी तितलियां और पक्षियों की चहचहाहट प्रकृति प्रेमियों के साथ ही पर्यटकों को आकर्षित करती है। तितली महोत्सव का होता है आयोजन
देवलसारी को पहचान दिलाने और यहां की जैव विविधता को जानने के लिए पर्यावरण संरक्षण एवं विकास संस्थान ने यहां पर वर्ष 2018 से तितली महोत्सव की शुरुआत की। दो बार यहां पर तितली महोत्सव का आयोजन किया गया, जिसमें देश के विभिन्न हिस्सों से विशेषज्ञ, प्रकृति प्रेमी व प्रसिद्ध फोटोग्राफर यहां पहुंचे और तितलियों के बारे में जानकारी जुटाई। शोध के लिए है महत्वपूर्ण स्थल
जैव विविधता के लिए प्रसिद्ध यह पर्यटक स्थल शोध के लिए महत्वपूर्ण है। यही कारण है कि यहां पर देहरादून एफआरआइ संस्थान सहित कई अन्य संस्थानों के छात्र-छात्राएं समय-समय पर यहां की जैव विविधता को जानने के लिए यहां आते हैं।यह भी पढ़ें- Tourist Spot In Uttarakhand: वीकेंड को बनाना है खास और नहीं की है प्लानिंग तो टेंशन की क्या बात, आएं इस बेहतरीन जगह
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।