Uttarakhand में मौसम ने बदला मिजाज, फरवरी में दिसंबर जैसी सर्दी का अहसास; तस्वीरों में देखें ताजा बर्फबारी
Uttarakhand Weather उत्तराखंड में मौसम ने एक बार फिर करवट बदली है। फरवरी के मध्य में ही दिसंबर जैसी सर्दी का एहसास हो रहा है। शनिवार को हुई बारिश के बाद टिहरी जिला मुख्यालय सहित आसपास के क्षेत्रों में ठिठुरन बढ़ गई है। लोग अलाव जलाकर सर्दी से बचने की कोशिश कर रहे हैं। मौसम विभाग ने आगामी दिनों में भी शीतलहर चलने की चेतावनी दी है।

संवाद सहयोगी जागरण, नई टिहरी। Uttarakhand Weather: शनिवार को एकाएक मौसम ने करवट बदली तो बारिश होने के बाद टिहरी जिला मुख्यालय सहित आसपास के क्षेत्रों में एक बार फिर ठिठुरन बढ़ गई है। सर्दी से बचने के लिए लोगों ने जगह-जगह अलावा जलाए।
वहीं जिला मुख्यालय में चली सर्द हवाओं के चलते लोग परेशान रहे। जिस कारण बाजार में भी भीड़ कम ही दिखाई दी। वर्षा के साथ ही नई टिहरी में चारों ओर घना कोहरा छाया रहा।
शीतलहर चलने से लोग परेशान
फरवरी माह आधा बीत गया और सर्दी लौटकर आ रही है। अब जबकि लोगों को लग रहा था कि अब सर्दी से राहत मिलने वाली है। लेकिन मौसम के बदले मिजाज से सर्दी बढ़ गई।
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शनिवार सुबह से वर्षा शुरू हो गई और जिला मुख्यालय में ठंडी हवाएं चलती रही। जिस कारण नई टिहरी व आसपास के क्षेत्रों में शीतलहर चलने से लोग परेशान रहे। वर्षा शुरू होते ही नई टिहरी वासियों के गरम कपड़े फिर से बाहर निकल आए है।
दिनभर घरों में हीटर सेंकते रहे लोग
वहीं लोग दिनभर घरों में हीटर सेंकते रहे। फरवरी का महीना आधा बीत चुका है, लेकिन वर्षा के कारण अभी तक यहां दिसंबर माह जैसी सर्दी का सामना करना पड़ रहा है। कड़ाके की सर्दी से बचने के लिए बाजार में जगह-जगह दुकानदार व स्थानीय निवासी अलाव का सहारा लेते नजर आए।
स्थानीय निवासियों का कहना है कि फरवरी माह में भी दिसंबर माह जैसी सर्दी का अहसास हो रहा है। सर्दी के चलते बाजार भी सुनसान दिखाई दिया। यदि शनिवार रात तक मौसम का यही मिजाज रहा तो जिला मुख्यालय के नजदीकी वाले क्षेत्रों में भी बर्फबारी होने की प्रबल संभावना बनी है।
मौसम ने बदला मिजाज, फरवरी में दिसंबर जैसी सर्दी का अहसास
ऋषिकेश। कई दिनों से निकल रही चटख धूप के बीच शनिवार को तीर्थनगरी में मौसम का मिजाज बदल गया। सुबह से घने बादल छाने के साथ ठंडी हवा चलती रही। दोपहर में हल्की बूंदा-बांदी हुई। दोपहर बाद तेज हवा चलने लगी। इस बार सर्दियों के मौसम में बारिश बेहद कम हुई।
पिछले करीब दस दिनों से शहर में मौसम शुष्क बना हुआ था। दो दिन से दिन में चटख धूप निकल रही थी। दिन में कई लोगों ने गर्म कपड़े पहनना बंद कर दिया था। सुबह-शाम भी ठंड का अहसास बहुत अधिक नहीं था। शनिवार को मौसम का मिजाज पूरी तरह बदला नजर आया। सुबह से काले घने बादल छाए हुए थे।
बादल छाने के साथ ही ठंडी हवा चलती रही। दोपहर करीब बारह बजे हल्की बूंदा-बांदी शुरू हो गई। कुछ देर बूंदा-बांदी होती रही। दोपहर करीब दो बजे बाद शहर में तेज हवा चलने लगी।
शाम पांच बजे तक तेज हवा चलती रही। मौसम में आए बदलाव से तापमान में भी गिरावट दर्ज की गई। तीर्थनगरी का अधिकतम तापमान 26 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया था। शनिवार को अधिकतम पारा 23 डिग्री रहा।
डाक्टरों ने सतर्कता बरतने की दी सलाह
मौसम में आ रहे बदलाव के कारण लोग बीमारियों की चपेट में भी आ रहे हैं। एसपीएस राजकीय चिकित्सालय में प्रतिदिन औसतन ओपीडी में चार सौ मरीज आते हैं। इसमें से आधे मरीज फिजिशियन और बाल रोग विशेषज्ञ के पास पहुंच रहे हैं।
सीएमएस डा. पीके चंदोला का कहना है कि मौसम में जब भी बदलाव होता है तो लोग खांसी, बुखार, जुकाम आदि की चपेट में आते हैं। बदलते मौसम में हमेशा सतर्क रहने की जरूरत होती है। अचानक से गर्म कपड़े पहनना बंद नहीं करना चाहिए। थोडी तपिश बढ़ने पर लोग गर्म कपड़े निकाल देते हैं। इसलिए अभी सतर्क रहने की जरूरत है।
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