बारिश से मचा हाहाकार: टिहरी में फटा बादल, तीन लोग लापता; केदारघाटी में पैदल मार्ग ध्वस्त होने से फंसे 200 यात्री
केदारघाटी में तेज बारिश होने से रात्रि को लिनचोली भीमबली के बीच दो स्थानों पर बादल फटने से भारी भूस्खलन होने की सूचना है। जिससे पैदल मार्ग पर बनी दो पुलिया के बहने समेत कई स्थानों पर पैदल मार्ग क्षतिग्रस्त हो गया है। टिहरी के घनसाली क्षेत्र में जखन्याली नामक स्थान पर बादल फटने के कारण तीन लोगों के लापता हो गए।
संवाद सहयोगी जागरण, रुद्रप्रयाग। केदारघाटी में तेज बारिश होने से रात्रि को लिनचोली, भीमबली के बीच दो स्थानों पर बादल फटने से भारी भूस्खलन होने की सूचना है। जिससे पैदल मार्ग पर बनी दो पुलिया के बहने समेत कई स्थानों पर पैदल मार्ग क्षतिग्रस्त हो गया है।
वहीं बादल फलने व भूस्खलन होने से मंदाकिनी नदी का जलस्त्र भी काफी बढ़ गया, जिससे गौरीकुंड व सोनप्रयाग में अफरा तफरी का माहौल बन गया, सोनप्रयाग पार्किग व गौरीकुंड में तप्त कुंड से सभी लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया।
पैदल मार्ग का बड़ा हिस्सा ध्वस्त
केदारघाटी में बुधवार को देर शाम बारिश शुरु हो गई थी, जो देर रात्रि तक चलती रही। वहीं रात्रि को लगभग नौ बजे से लेकर साढ़े नौ बजे के बीच तेज बारिश के चलते लिनेचाली, जलंगलचट्टी, भीमबली के आस पास दो स्थानों पर बादल फटने की सूचना है, जिसमें इन स्थानों पर पहाड़ी से भारी भूस्खलन भी हुआ। मंदाकिनी नदी का जलस्रत बढ़ गया। भूस्खलन होने से पैदल मार्ग पर छेनी व लिनचोली के पास दो पुलिया के बहने की सूचना है। जबकि पैदल मार्ग भी कई स्थानों पर भूस्खलन से भारी नुकसान पहुंचा है। यह भी बताया जा रहा है कि पैदल मार्ग का बड़ा हिस्सा ध्वस्त हो गया है।यात्रियों को पुलिस ने सुरक्षित स्थानों पर पहुंचायाइस बीच गौरीकुंड से लेकर केदारनाथ धाम में विद्युत व संचार सेवा भी पूरी तरह ध्वस्त हो गई। संचार सेवा न होने से गौरीकुंड व केदारनाथ धाम में देर रात तक कोई संपर्क नहीं हो रहा है। जिससे स्पष्ट जानकारी भी नहीं मिल पाई है। वहीं मंदाकिनी नदी का जलस्तर बढ़ने से गौरीकुँड व सोनप्रयाग में अफरा तफरी का माहौल पैदा हो गया। गौरीकुंड तप्तकुंड व मंदाकिनी नदी किनारे से भी यात्रियों को पुलिस ने सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया।
वहीं सोनप्रयाग में भी मंदाकिनी नदी का जलस्तर बढ़ने से पार्किग से सभी वाहनों को हटाया गया, वहीं सोनप्रयाग में भी अफरा तफरी मच गई। हालांकि एक घंटे बाद नदी का जलस्तर में कमी आने से सभी ने राहत की सांस ली। वहीं इस घटना में किसी तरह की जनहानि की कोई सूचना नहीं है। यात्रियों को सुरक्षित स्थानों पर रोका दिया गया है।
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