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लखीमपुर खीरी और पीलीभीत इलाके में छिपा था भगोड़ा अमृतपाल, वीडियो जारी होने के बाद जांच में जुटी पंजाब पुलिस

नेपाल के रास्ते कनाडा या पाकिस्तान समेत अन्य देशों में भागने की फिराक में कई दिनों से फरार चल रहा वारिस पंजाब दे का प्रमुख अलगाववादी अमृतपाल सिंह चार-पांच दिन से उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी और पीलीभीत बेल्ट में छिपा हुआ था। File Photo

By Jagran NewsEdited By: Devshanker ChovdharyUpdated: Fri, 31 Mar 2023 01:08 AM (IST)
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लखीमपुर खीरी और पीलीभीत इलाके में छिपा था भगोड़ा अमृतपाल।
जागरण संवाददाता, रुद्रपुर (ऊधमसिंहनगर)। नेपाल के रास्ते कनाडा या पाकिस्तान समेत अन्य देशों में भागने की फिराक में कई दिनों से फरार चल रहा वारिस पंजाब दे का प्रमुख अलगाववादी अमृतपाल सिंह चार-पांच दिन से उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी और पीलीभीत बेल्ट में छिपा हुआ था।

यही नहीं उसने जो वीडियो जारी की है, पंजाब पुलिस की जांच में पता चला है कि वह पीलीभीत में ही शूट किया गया था, लेकिन नेपाल से सटे उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड बार्डर पर हो रही सख्ती और नेपाल में चस्पा उसके पोस्टर के कारण वह पंजाब से सटे बार्डर से पाकिस्तान जाने के लिए वापस लौटने की आशंका जताई जा रही है।

उत्तराखंड नंबर की गाड़ी के चलते पुलिस सक्रिय

पंजाब में पकड़ी गई उत्तराखंड के ऊधमसिंहनगर के नंबर की गाड़ी छह माह से पीलीभीत के पूरनपुर के सेवादार के पास थी। अमरिया पीलीभीत में हुई पूछताछ में इसकी पुष्टि होने के बाद पुलिस जांच कर रही है। जालंधर में पकड़ी गई गाड़ी के स्वामी बढ़ापुर गुरुद्वारा के जत्थेदार मोहन सिंह ने कहा है कि उत्तराखंड से खरीदी गई कार छह महीने पहले पूरनपुर के सेवादार जोगा सिंह को दे दी थी। कार का उपयोग किसने और किस उद्देश्य से किया, यह जत्थेदार जोगा सिंह ही बता सकता है।

इसके बाद उत्तर प्रदेश पुलिस के साथ ही ऊधम सिंह नगर की खुफिया एजेंसी भी जांच के लिए पूरनपुर पीलीभीत पहुंच गई है। सूत्रों के मुताबिक, इस बीच पंजाब पुलिस ने उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी से दो संदिग्धों को उठाया है। जिन्हें पंजाब ले जाकर पूछताछ की जा रही है। एसएसपी डा. मंजूनाथ टीसी ने बताया कि ऊधम सिंह नगर नंबर की गाड़ी के संबंध में पुलिस और एजेंसियां पता लगा रही है। पीलीभीत पुलिस से भी संपर्क किया गया है।

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