बाबा तरसेम सिंह हत्याकांड के आरोपियों के नाम का हुआ खुलासा, तरनतारन के सरबजीत सिंह समेत इन पर केस दर्ज
Baba Tarsem Singh Murder गुरुवार सुबह नानकमत्ता गुरुद्वारा में डेरा कारसेवा के प्रमुख बाबा तरसेम सिंह की बाइक से आए दो लोगों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। डेरा कारसेवा के प्रमुख बाबा तरसेम सिंह की गोली मारकर हत्या करने वाले में तरनतारन पंजाब निवासी सरबजीत सिंह भी हे। पुलिस ने पांच के विरुद्ध हत्या व हत्या की साजिश की प्राथमिकी कर ली है।
संवाद सूत्र, नानकमत्ता (ऊधम सिंह नगर)। नानकमत्ता के डेरा कारसेवा प्रमुख बाबा तरसेम सिंह की हत्या के मामले में पुलिस ने पंजाब के तरनतारन निवासी सर्वजीत सिंह समेत पांच के विरुद्ध हत्या व हत्या की साजिश की प्राथमिकी कर ली है। इसमें सेवानिवृत्त आइएएस व नानकमत्ता गुरुद्वारा कमेटी के प्रधान हरबंस सिंह चुघ, रामपुर के नवाबगंज गुरुद्वारा का मुख्य जत्थेदार बाबा अनूप सिंह और तराई महासभा के उपाध्यक्ष प्रीतम सिंह संधू का भी नाम है।
सर्वजीत ने फेसबुक पोस्ट कर हत्या की जिम्मेदारी लेते हुए बाबा पर गंभीर आरोप लगाए थे। हालांकि बाद में फेसबुक पोस्ट हटा ली गई। पुलिस जांच कर रही है कि यह पोस्ट उसी ने लिखी या कोई और साजिश है। वहीं उत्तराखंड के कार्यवाहक डीजीपी अभिनव कुमार ने कहा कि चार टीमें उत्तर प्रदेश और पंजाब में दबिश दे रही हैं। वहां की पुलिस से भी लगातार संपर्क बनाए हुए हैं। जल्द आरोपित गिरफ्तार कर लिए जाएंगे।
सीसीटीवी में दिखे हमलावर
28 मार्च को नानकमत्ता डेरा कारसेवा प्रमुख बाबा तरसेम सिंह परिसर में ही कुर्सी पर बैठे थे। तभी बाइक सवार दो हमलावरों ने रायफल से गोली दागकर उनकी हत्या कर दी। हमलावरों ने सेवादार जसपाल सिंह पर भी फायर किया। घटनास्थल पर मौजूद अन्य सेवादारों ने हमलावरों गोली चलाते और हमला कर भागते हुए देखा। हमलावर 19 मार्च से गुरुद्वारा परिसर में भाई मरदाना यात्री निवास के कमरे में ठहरे हुए थे। हमलावरों को डेरा कारसेवा में दो दिन पहले घूमते देखा था।ऐसे हुआ आरोपितों की पहचान
इस मामले में शुक्रवार को जसवीर सिंह निवासी चारुबेटा खटीमा ने पुलिस को तहरीर सौंपी। जिसमें कहा है कि एक आरोपित का नाम सर्वजीत सिंह पुत्र स्वरुप सिंह निवासी ग्राम मियांविड जिला तरनतारन (पंजाब) कमरे में मिली आईडी से तस्दीक हुआ है। दोनों हमलावर सराय में रहने के लिए बिना वाहन आए थे। तब उनके पास कोई हथियार भी नहीं देखा गया था। जिससे प्रतीत होता है कि हमलावरों को बाइक और रायफल स्थानीय व्यक्ति ने उपलब्ध कराए। बाइक में पीछे बैठा हमलावर अमरजीत सिंह उर्फ बिटटा पुत्र सुरेंद्र सिंह निवासी ग्राम सिहौरा थाना बिलासपुर जिला रामपुर(उप्र) का है।
इस वजह से की हत्या
जसवीर ने कहा है कि बाबा तरसेम सिंह गुरुद्वारा साहिब की संपत्ति को खुर्दबुर्द करने से रोकते थे। इस कारण तराई महासभा के उपाध्यक्ष प्रीतम सिंह संधु निवासी खेमपुर गदरपुर, गुरुद्वारा प्रबधंक कमेटी के पदाधिकारी व अन्य लोगों की भूमिका भी संदिग्ध है। पांच दिन पूर्व बिलहरा थाना अमरिया निवासी फतेहजीत सिंह खालसा ने भी फेसबुक पर एक पोस्ट प्रसारित की थी। ऐसे में उस पर भी डेरा प्रमुख की हत्या में शामिल होने का संदेह है।इन लोगों के खिलाफ दर्ज हुआ केस
पुलिस ने जसवीर की तहरीर के आधार पर सर्वजीत सिंह व अमरजीत सिंह के अलावा गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी श्री नानकमत्ता साहिब के प्रधान और सेवानिवृत्त आइएएस हरबंस सिंह चुघ, प्रीतम सिंह संधू और गुरुद्वारा श्री हरगोविंद सिंह रतनपुरा नवाबगंज, रामपुर (उप्र) के प्रधान जत्थेदार बाबा अनूप सिंह के विरुद्ध केस दर्ज कर लिया है।
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