उत्तराखंड में युवक की निर्मम हत्या, हाथ-पैर बांधकर मरने तक डंडों सी पीटा; शरीर पर दागी गरम सरिया
Brutal Murder खटीमा के जादोपुर गांव में एक युवक की बंधक बनाकर निर्मम हत्या कर दी गई। आरोप है कि गांव के ही कुछ लोगों ने पुरानी रंजिश के चलते इस वारदात को अंजाम दिया। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। पुलिस ने हत्या के आरोप में मामा-भांजे और एक महिला के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है और उनकी तलाश शुरू कर दी है।
जागरण संवाददाता, खटीमा । Brutal Murder: जादोपुर गांव में शुक्रवार की देर रात एक युवक को बंधक बनाकर उसकी निर्मम हत्या कर दी गई है। घटना से गांव में सनसनी फैल गई है। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर उसका पोस्टमार्टम कराया।
साथ ही मौके पर पहुंचकर घटना के बाबत जानकारी जुटाई, जबकि फारेंसिक टीम ने घटनास्थल से साक्ष्य जुटाए। पुलिस ने हत्या के आरोप में मामा-भांजे व एक महिला के विरुद्ध प्राथमिकी पंजीकृत कर उनकी तलाश शुरू कर दी है। घटना से स्वजनों में कोहराम मचा हुआ है।
ग्राम जादोपुर निवासी कमलजीत सिंह पुत्र स्व.जगत सिंह ने बताया कि उसका छोटा भाई अनिल सिंह (30) मेहनत-मजदूरी कर अपनी आजीविका चलाता था। आरोप लगाया कि गांव के कुछ लोग उससे रंजिश रखते थे। उन्होंने पूर्व में अनिल के साथ मारपीट की थी, जिसे गांव में पंचायत कराकर सुलझा दिया गया था।
गांव की एक महिला ने फोन कर अपने घर बुलाया था
शुक्रवार शाम अनिल काम से घर वापस आया। देर रात करीब आठ बजे उसके मोबाइल पर गांव की एक महिला ने फोन कर अपने घर बुलाया था, जिसके बाद देर रात में ही कुछ लोगों का फोन उसके मौसा धर्मेंद्र सिंह के पास आया, जिसमें कहा गया कि उन्होंने अपना काम कर दिया है, तुम अनिल को ले जाओ।
मौसा से जानकारी मिलने पर वह अपनी मां लालवंती एवं गांव के बलराज सिंह को बाइक पर बैठाकर महिला के घर पहुंचा, जहां आरोपित उसके भाई को लाठी-डंडों व सरिया से पीट रहे थे। उसका भाई अचेतावस्था में जमीन पर पड़ा था। उसके हाथ-पैर बंधे थे और शरीर से खून निकल रहा था।
विरोध करने पर आरोपित उन्हें जान से मारने की धमकी देकर चले गए। उन्होंने अनिल को निजी चिकित्सालय पहुंचाया, जहां से उसे रेफर कर दिया गया। इस पर वे अनिल को लेकर उप जिला चिकित्सालय पहुंचे, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। कमलजीत ने इस मामले की तहरीर पुलिस को सौंपकर महिला, उसके देवर व भांजे पर अनिल के हाथ-पैर बांधकर उसके साथ मारपीट करने एवं गर्म सरिया से पूरे शरीर पर जख्म बनाकर हत्या करने का आरोप लगाया।
इधर, घटना की सूचना मिलते ही सीओ विमल रावत, कोतवाल मनोहर सिंह दसौनी फारेंसिक टीम व दलबल के साथ मौके पर पहुंचे, जहां फारेंसिक टीम ने घटना से संबंधित सैंपल लिए, जबकि पुलिस ने लोगों से पूछताछ कर हत्या के कारणों की जानकारी जुटाई।
इस मामले में पुलिस ने ग्राम जादोपुर निवासी कृष्ण सिंह, सुमित व सुंदरवती के विरुद्ध भारतीय न्याय संहिता की धारा 103 (1), 127 (2), 3(5) व 351 (2) में प्राथमिकी पंजीकृत कर विवेचना शुरू कर दी है। कोतवाल मनोहर सिंह दसौनी ने बताया कि कृष्ण सिंह मामा, सुमित भांजा व सुंदरवती कृष्ण सिंह की भाभी है। प्रथमदृष्ट्या मामला पुरानी रंजिश का लग रहा है। अनिल के शरीर में जलने के निशान व अत्यधिक चोट लगने से उसकी मौत होने की आशंका जताई जा रही है। फिलहाल पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है। आरोपितों की जल्द गिरफ्तारी कर ली जाएगी।
दीपावली बाद अनिल की शादी कराने वाले थे स्वजन
खटीमा : जादोपुर गांव निवासी अनिल सिंह की अभी शादी नहीं हुई थी। स्वजन उसकी दीपावली के बाद शादी कराने की तैयारी कर रहे थे। उन्होंने नेपाल में उसके लिए एक लड़की भी देखी थी, लेकिन शुक्रवार रात हुई घटना ने शादी की तैयारियों पर ब्रेक लगा दिया है। अनिल के घर पर मां लालवंती, बड़ा भाई, भाभी पिंकी व उनकी दो बेटियां हैं। घटना के बाद से सभी का रो-रोकर बुरा हाल है।
इस वर्ष पांच हत्याओं से दहल चुका है सीमांत
खटीमा : नेपाल व उत्तर प्रदेश की सीमा से सटा खटीमा क्षेत्र इस साल पांच हत्याओं से दहल चुका है। वर्ष की शुरुआत में सुरई रेंज के जंगल में स्थित बाबा भारामल मंदिर के महंत व उनके सेवादार की बदमाशों ने लाठी-डंडों से पीटकर निर्मम हत्या कर दी थी, जबकि एक मार्च को प्रेम प्रसंग के चलते एक महिला, महिला रिश्तेदार से दूर रहने की सलाह पर एक युवक व 18 अक्टूबर की रात एक युवक को बंधक बनाकर उसकी हत्या की गई है।
सुरई रेंज के घने जंगल में स्थित बाबा भारामल मंदिर में तीन नकाबपोश बदमाशों ने इस वर्ष पांच जनवरी की रात मुख्य महंत हरिगिरी व उनके सेवादार बग्गा चौवन निवासी रूपा की लाठी-डंडों से पीटकर निर्मम हत्या कर दी थी। पुलिस ने घटना के खुलासे के लिए आठ से दस टीमें लगाई। साथ ही वन विभाग के सहयोग से जंगल में जगह-जगह लगे ट्रैप कैमरे चेक किए। यह हत्याकांड पुलिस के खासा चुनौतीपूर्ण रहा। घटना के 23 दिन बाद 28 जनवरी को पुलिस ने पड़ोसी राज्य उत्तर प्रदेश के पीलीभीत निवासी मंदिर का पूर्व सेवादार कालीचरण समेत तीन आरोपितों को पकड़कर सलाखों के पीछे पहुंचाया।
इसके बाद एक मार्च को श्रीपुर बिचवा गांव में प्रेम प्रसंग के चलते माया देवी की हत्या कर दी गई थी। इस मामले में पुलिस ने चार मार्च को कुमराह निवासी आरोपित श्याम सिंह राणा को गिरफ्तार कर घटना का खुलासा किया।
किलपुरा रेंज से सटे सालबंदी जंगल किनारे स्थित बिरिया मझोला द्वितीय गांव निवासी दिनेश चंद (33) पुत्र स्व.बलवीर चंद की दिनेश के महिला रिश्तेदार से दूर रहने की सलाह देने पर 29 जुलाई की मध्यरात्रि गोली मारकर व सिर पर ईंट से वार कर हत्या की गई थी। दिनेश का शव उसके घर से 50 मीटर दूर खड़ंजा रोड पर पड़ा था। वह हरियाणा के हिसार में निजी कंपनी में काम करता था। इस मामले में पुलिस ने दिनेश के दोस्त मझोला द्वितीय निवासी वीरेंद्र सिंह परिहार उर्फ वीरू को हत्या के आरोप में गिरफ्तार कर 12 घंटे के अंदर ही खुलासा कर दिया था। साथ ही घटना में प्रयुक्त तमंचा व कारतूस भी बरामद कर लिया।
जादोपुर गांव निवासी अनिल सिंह (30) पुत्र स्व.जगत सिंह की 18 अक्टूबर की रात पुरानी रंजिश के चलते बंधक बनाकर हत्या की गई है। वहीं, पुलिस रिकार्ड के अनुसार वर्ष 2017 से 2023 तक सीमांत क्षेत्र में 18 लोगों की हत्याएं हो चुकी हैं, जिनमें से सभी का पुलिस खुलासा कर चुकी है।