UP Police firing in Kashipur: यूपी, बिहार, पंजाब जैसे बाहरी राज्यों के बदमाशों की शरणगाह बन रही मुठभेड़ की वजह
UP Police firing in Kashipur बुधवार को काशीपुर सीओ सर्किल क्षेत्र में 50 हजार के इनामी बदमाश को पकड़ने आई यूपी पुलिस से हुई मुठभेड़ में एक महिला की मौत हो गई है। जबकि यूपी पुलिस के कई जवान घायल हो गए है।
By Jagran NewsEdited By: Rajesh VermaUpdated: Thu, 13 Oct 2022 11:19 AM (IST)
वीरेंद्र भंडारी, रुद्रपुर : UP Police firing in Kashipur: औद्योगिक नगरी काशीपुर बिहार, छत्तीसगढ़, पश्चिम बंगाल, पंजाब और हरियाणा तथा यूपी के नामी गिरामी बदमाशों के साथ ही आतंकियों की भी शरणस्थली बन चुकी है। यही वजह है कि बदमाशों की सूचना पर जब स्थानीय पुलिस के साथ ही बाहरी राज्यों की पुलिस उन्हें पकड़ने जाती है तो विरोध शुरू हो जाता है। नौबत यहां तक आ जाती है की दोनों तरफ से फायरिंग में किसी की मौत तो कोई घायल हो जाता है।
आठ सालों से बड़ी संख्या में पहुंचे बदमाश
फलस्वरूप आठ सालों में बिहार, छत्तीसगढ़, पंजाब, हरियाणा के खूंखार अपराधियों को पकड़ने के दौरान पुलिस की मुठभेड़ हुई। बुधवार को काशीपुर सीओ सर्किल क्षेत्र में 50 हजार के इनामी बदमाश को पकड़ने आई यूपी पुलिस से हुई मुठभेड़ में एक महिला की मौत हो गई है। जबकि यूपी पुलिस के कई जवान घायल हो गए है।
केस-1 : वर्ष 2014 में पंजाब के इनामी बदमाशों की रुद्रपुर में शरण लेने की सूचना पर पंजाब पुलिस पहुंची। जब पुलिस उनकी गिरफ्तारी के लिए दबिश दी तो उन्होंने पुलिस टीम पर फायरिंग कर दी थी। बदमाशों के हौसले इतने बुलंद थे कि दिनदहाड़े वह काशीपुर बाइपास रोड होते हुए गदरपुर की ओर फायरिंग करते हुए फरार हुए।SDM को बंधक बनाने वाले मुहम्मद तैय्यब की गिरफ्तारी के बाद काशीपुर पहुंचा था जफर
केस-2 : वर्ष 2016 में रुद्रपुर पुलिस ने काशीपुर रोड पर तेल मिल के पास यूपी क्षेत्र में दबिश दी थी। इस दौरान लोगों ने पुलिस का विरोध करते हुए हमला कर दिया था। इस दौरान पुलिस की ओर से फायरिंग हुई थी। जिससे एक युवती गोली लगने से घायल हो गई थी।केस-3 : वर्ष 2017 में कांग्रेसी नेता किरन सरदार की हत्या करने के लिए बिहार और छत्तीसगढ़ से भाड़े के शूटर आए थे। इस दौरान वह कई दिनों तक ट्रांजिट कैंप में किराए में रहकर रेकी करते रहे। मौका मिलते ही उन्होंने किरन सरदार के कार्यालय में स्टेनगन से ताबड़तोड़ कई राउंड फायर कर दी थी। हालांकि बाद में मौके पर पहुंची पुलिस ने मुठभेड़ के बाद लोगों की मदद से उन्हें दबोच लिया था।
केस-4 : 17 नवंबर 2020 को सितारगंज में पुलिस पर चेकिंग के दौरान हरियाणा के तीन इनामी बदमाशों से मुठभेड़ हो गई थी। इस पर पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया। जब जांच की गई तो पता चला वह लंबे समय से सितारगंज में किराए में रह रहे थे। गिरफ्तार बदमाश पवन पर एक लाख रुपये, मोनू पर 50 और आशीष पर 25 हजार का इनाम घोषित था।ऊधमसिंह नगर में UP Police की फायरिंग, जसपुर के ज्येष्ठ प्रमुख की पत्नी की मौत, UP पुलिस के 3 जवान घायल, मुकदमा
केस-5 : 19 जुलाई 2021 को स्पेशल टास्क फोर्स को पंजाब के क्राइम कंट्रोल यूनिट से सूचना मिली कि पंजाब के खूंखार गैंगस्टर काशीपुर में शरण लिए हुए हैं। जिसक बाद एसटीएफ कुमाऊं मंडल और पंजाब की क्राइम कंट्रोल यूनिट की खूंखार गैंगस्टरों से काशीपुर के गुलजारपुर गांव में मुठभेड़ हो गई है। जिसमें तीन गैंगस्टर समेत चार लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है।केस-6 : 7 अक्टूबर 2022 को वांछित बदमाश की धड़पकड़ को बिजनौर पुलिस ने गदरपुर पुलिस के साथ दबिश दी थी। इस दौरान लोगों ने पुलिस का विरोध शुरू करते हुए हाथापाई शुरू कर दी थी। साथ ही पुलिस कर्मियों से बंदूक छीनने का भी प्रयास किया था।
केस-7 : 12 अक्टूबर 2022 को यूपी के 50 हजार के इनामी खनन माफिया और बदमाश को पकड़ने के लिए मुरादाबाद से पुलिस काशीपुर पहुंची। बदमाश ज्येष्ठ ब्लॉक उप प्रमुख के घर में शरण लिए हुए थे। उसे पकड़ने के दौरान दोनों ओर से फायरिंग हुई, जिसमें एक महिला की मौत हो गई और कई घायल हो गए।ये भी पढ़ें : पति की लंबी उम्र के लिए व्रत रखने से पहले ही पुलिस ने छीन ली गुरप्रीत की जिंदगी
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