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हरिद्वार में मिले बाजपुर से गायब चार किशोर, पुलिस ने पूछा क्‍यों आए तो दिया ऐसा जवाब कि रह गए हक्‍के-बक्‍के

Bajpur News नगरपालिका के वार्ड नंबर-12 मोहल्ला भौना इस्लामनगर निवासी नाबालिग सोहम लवप्रीत आकाश व ध्रुव अपने स्वजन को बिना बताए लापता हो गए थे। बाजपुर से लापता हुए चार किशोरों को हरिद्वार से बरामद किया गया है। पुलिस ने किशोरों की काउंसलिंग कर उन्हें उनके स्वजन के सुपुर्द कर दिया है। किशोरों ने बताया कि घूमने का मन हुआ तो घर से निकल गए थे।

By jeevan saini Edited By: Nirmala Bohra Updated: Wed, 28 Aug 2024 01:14 PM (IST)
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Bajpur News: बाजपुर से लापता हुए चार किशोर हरिद्वार से बरामद। प्रतीकात्‍मक
संस, जागरण बाजपुर। Bajpur News: हरिद्वार से बरामद चार किशोरों को पुलिस ने उनके स्वजन के सुपुर्द कर दिया है। मंगलवार को बाजपुर कोतवाली के एसआइ सुनील कुमार ने इन किशारों और उनके अभिभावकों की काउंसिलिंग भी की।

नगरपालिका के वार्ड नंबर-12 मोहल्ला भौना इस्लामनगर निवासी नाबालिग सोहम, लवप्रीत, आकाश व ध्रुव अपने स्वजन को बिना बताए लापता हो गए थे। रातभर जब किशोर घर नहीं पहुंचे तो उनकी खोजबीन शुरू की गई। चारों किशोर हरिद्वार में हरकी पैड़ी क्षेत्र में मिले।

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स्वजन हरिद्वार गए और उन्हें बाजपुर ले आए

जानकारी पर हरिद्वार पुलिस ने किशोरों को सुरक्षा की दृष्टि से वहां पुलिस चौकी में बैठा लिया। बाद में स्वजन हरिद्वार गए और उन्हें बाजपुर ले आए। वहीं मंगलवार को एसआइ सुनील कुमार ने सभी किशोरों और अभिभावकों को कोतवाली बुलाया और उन्हें समझाया कि मन में कोई भी सवाल, कोई इच्छा अगर जागती है तो सबसे पहले माता-पिता को बताओ।

किशोरों ने बताया कि उनका प्लान एक सप्ताह पहले बना था और वह लोग एक हजार रुपये लेकर हरिद्वार पहुंचे थे। वहां 500 रुपये भोजन इत्यादि में खर्च हो गए और बाकी रुपये कहीं गिर गए। जब उनके पास पैसे नहीं रहे तो उन्होंने स्वजन को फोन कर हरिद्वार में होने की सूचना दी।

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काउंसिलिंग के दौरान किशोरों ने बताया कि सर, कहीं बाहर घूमने का बहुत मन कर रहा था और गांव के ही आम के बाग में बैठकर हरिद्वार जाने का प्लान बना लिया। परिवार के लोग उन्हें अकेले जाने से रोक न लें इसलिए पूरी योजना गुप्त रखी गई। यहां से ट्रेन में बैठकर पहले लालकुंआ पहुंचे और वहां खाना खाया।

इसके बाद ट्रेन से ही रविवार की रात करीब ढाई बजे हरिद्वार पहुंच गए। हरिद्वार पहुंचकर करीब तीन बजे स्नान किया और सुबह वहां दाल-पराठा खाया। सोमवार की दोपहर बाद एक किशोर रोने लगा तो उन्होंने स्वजन को फोन कर बताना उचित समझा। वहीं पुलिस ने काउंसिलिंग के बाद चारों किशोरों को उनके स्वजन के सुपुर्द कर दिया।

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