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उत्तराखंड में पिछले तीन वर्षों क्‍या रहा अपराध का ग्राफ? RTI से सामने आया सच

Uttarakhand Crime उत्तराखंड में पिछले तीन वर्षों में अपराधों का रुख कैसा रहा? हत्या दुष्कर्म डकैती जैसे गंभीर अपराधों में कमी आई है या बढ़ोतरी हुई है? अपहरण चोरी वाहन चोरी लूट जैसे अपराधों का क्या हाल है? जानिए उत्तराखंड पुलिस मुख्यालय द्वारा उपलब्ध कराए गए आंकड़ों के आधार पर अपराधों का तुलनात्मक विश्लेषण। आरटीआइ कार्यकर्ता नदीम उद्दीन ने अपराध सम्बन्धी विवरण मांगा था।

By abhay pandey Edited By: Nirmala Bohra Updated: Fri, 20 Sep 2024 06:42 PM (IST)
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Uttarakhand Crime: उत्तराखंड में तीन वर्षों में हत्या, दुष्कर्म, डकैती जैसे अपराधों में भारी कमी. Concept Pic

जागरण संवाददाता, काशीपुर। Uttarakhand Crime: उत्तराखंड में पिछले तीन वर्षों में हत्या, दुष्कर्म, डकैती जैसे गंभीर अपराधों में भारी कमी हुई है। जबकि अपहरण, चोरी, वाहन चोरी, लूट आदि अपराधों में बढ़ोतरी हुई। यह खुलासा आरटीआइ कार्यकर्ता नदीम उद्दीन एडवोकेट को पुलिस मुख्यालय द्वारा उपलब्ध करायी गयी सूचना से हुआ।

काशीपुर निवासी आरटीआइ कार्यकर्ता नदीम उद्दीन (एडवोकेट) ने उत्तराखंड पुलिस मुख्यालय से वर्ष 2023 में दर्ज अपराधों सम्बन्धी विवरणों की मांगी थी। इसके उत्तर में पुलिस मुख्यालय उत्तराखंड की लोक सूचना अधिकारी/अपर पुलिस अधीक्षक (कार्मिक), शाहजहां जावेद खान ने सूचना उपलब्ध कराई।

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सूचना में मिली जानकारी

  • 2021, 2022 तथा 2023 तीन वर्ष के तुलनात्मक अपराधों के विवरण के अनुसार उत्तराखंड में 2021 में 208 हत्या के अपराध हुये थे जो 2022 में 187 तथा 2023 में 12 प्रतिशत कम होकर 183 हो गये।
  • दहेज हत्या के वर्ष 2021 में 72 अपराध हुये। जबकि 2022 में 70 तथा 2023 में 33 प्रतिशत कम होकर 48 हो गए। हत्या के लिये अपहरण के 2021 में 4 अपराध, 2022 में 2 तथा 2023 में 75 प्रतिशत कम होकर 1 रह गया।
  • फिरौती के लिये अपहरण के 2021 में 6, वर्ष 2022 में 3 तथा 2023 में 66 प्रतिशत कम होकर 2 रह गये।
  • दुष्कर्म के वर्ष 2021 में 534 अपराध हुये। जबकि 2022 में इसमें 62 प्रतिशत की भारी बढ़ोतरी होकर 867 हो गये, लेकिन 2023 में 2021 के मुकाबले 21 प्रतिशत कमी होकर 421 अपराध ही रह गये।
  • डकैती के 2021 में 14 अपराध हुये जो 2022 में 35 प्रतिशत बढ़कर 19 हो गये, लेकिन 2023 में 21 प्रतिशत कम होकर 11 रह गये।
  • आईटीएक्ट के 2021 में 668 अपराध हुये जो 2022 में 495 तथा 2023 में 38 प्रतिशत कम होकर 417 रहे गये।
  • अन्य आईपीसी अपराधों में भी भारी कमी हुई है। 2021 में 4145 अपराध दर्ज हुये जो 23 प्रतिशत घटकर 2022 में 3204 रह गये तथा 2023 में वर्ष 2021 की तुलना में 40 प्रतिशत कम होकर 2503 रह गये।

इन अपराधों में देखी गई बढ़ोतरी

विभिन्न अपराधों में 2021 की तुलना में बढ़ोतरी भी हुई है।

  • अपहरण के 2021 में 819 अपराध हुये जो 2022 में 43 प्रतिशत बढ़ोतरी होकर 1169 हो गये तथा 2023 में 2021 की तुलना में 54 प्रतिशत बढ़कर 1264 हो गये।
  • दंगों के 2021 में 791 अपराध हुये, जिसमें 2022 में 16 प्रतिशत बढ़ोतरी होकर 915 हो गये तथा 2023 में 1 प्रतिशत बढ़कर 799 हो गये।
  • चोरी के 2021 में 2195 अपराध दर्ज हुये जो 2022 में 28 प्रतिशत बढ़कर 2801 हो गये तथा 2023 में 38 प्रतिशत बढ़कर 3001 हो गये।
  • आटो/मोटर वाहन चोरी के 2021 में 963 अपराध दर्ज हुये जो 35 प्रतिशत बढ़कर 2022 में 1303 हो गये तथा 2023 में 58 प्रतिशत बढ़कर 1520 हो गये।
  • सेंधमारी के 2021 में 508 अपराध दर्ज हुये जो 2022 में 6 प्रतिशत बढ़कर 537 तथा 2023 में 3 प्रतिशत बढ़कर 523 हो गये।
  • लूट के वर्ष 2021 में 174 अपराध हुये जो 2022 में 25 प्रतिशत बढ़कर 218 तथा वर्ष 2023 में 2021 की तुलना में 12 प्रतिशत अधिक 195 अपराध हुये हैं।

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