Jai Prakash: मजदूर पिता व मां ने लिया उधार, बेटा विदेश जाकर जीत लाया मेडल, लौटने पर भव्य स्वागत
Ju Jitsu Asian Championship जु-जित्सू एशियन चैंपियनशिप देश भर से छह खिलाड़ियों ने कांस्य पदक जीतकर नाम रोशन किया है। इसमें तीन खिलाड़ी उत्तराखंड से हैं। रुद्रपुर निवासी जयप्रकाश ने अपनी प्रतिभा के बूते बेहतरीन कर कांस्य पदक जीतकर दिखा दिया।
By Jagran NewsEdited By: Nirmala BohraUpdated: Fri, 03 Mar 2023 08:25 AM (IST)
जागरण संवाददाता, रुद्रपुर(ऊधमसिंहनगर): Ju Jitsu Asian Championship: थाईलैंड में आयोजित जु-जित्सू एशियन चैंपियनशिप देश भर से छह खिलाड़ियों ने कांस्य पदक जीतकर नाम रोशन किया है। इसमें तीन उत्तराखंड से हैं।
रुद्रपुर निवासी जयप्रकाश ऐसे खिलाड़ी हैं जिनके पिता मजदूरी करते हैं और बेटे को विदेश भेजने के लिए 90 हजार रुपये जुटाना उनके लिए मुश्किल था। फिर खेल प्रेमी आगे आए और मदद जुटाई। मां ने भी महिला समूह से रुपये उधार लेकर बेटे को रवाना किया। आखिरकार जयप्रकाश ने अपनी प्रतिभा के बूते बेहतरीन कर कांस्य पदक जीतकर दिखा दिया।
30 देशों के 500 खिलाड़ियों ने प्रतिभाग किया
बैंकाक (थाइलैंड) में 24 से 28 फरवरी तक जु-जित्सू एशियन चैंपियशिप हुई। जु–जित्सू एसोसिएशन आफ इंडिया के अध्यक्ष रेंशी विनय कुमार जोशी ने बताया कि जु–जित्सू इंटरनेशनल फेडरेशन व जु–जित्सू एशियन यूनियन की तरफ से आयोजित प्रतियोगिता में एशिया के 30 देशों के 500 खिलाड़ियों ने प्रतिभाग किया था।भारत से 34 खिलाड़ी बैंकाक पहुंचे थे। इसमें उत्तराखंड से रुद्रपुर के बुक्सौरा गांव निवासी जयप्रकाश, हल्द्वानी की नव्या पांडेय और आदर्श शर्मा ने बेहतरीन प्रदर्शन कर कांस्य पदक जीता। विजेता खिलाड़ियों को चीन के होंगझाऊ शहर में आयोजित होने वाले एशियन गेम्स में शामिल किया जाएगा।
खेल प्रेमियों ने जुटाई रकम, मां ने तीन प्रतिशत ब्याज पर उधार ली रकम
कांस्य पदक विजेता 19 वर्षीय जय प्रकाश ने बताया कि उनके घर की आर्थिक स्थिति सही नहीं है। पिता प्रेम चंद्र दिहाड़ी में मजदूरी करते हैं। जब प्रतियोगिता के लिए बैंकाक जाने की बारी आई तो उनके पास रुपये नहीं थे। करीब 90 हजार रुपये की जरूरत थी।मां मीना देवी ने गांव बुक्सौरा में महिला स्वयं सहायता समूह से और कुछ अन्य जान पहचान वालों से तीन प्रतिशत ब्याज पर रुपये उधार लिए। मगर इतने से भी काम नहीं चलने वाला था। उन्हें लगने लगा था कि वह प्रतियोगिता में हिस्सा नहीं ले पाएंगे।
इसके बावजूद साथी खिलाड़ियों, कोच ऋषिपाल भारती व खेल प्रेमियों ने हौसला दिया। कोच की ओर से भी इंटरनेट मीडिया पर बैंक अकाउंट देकर मदद की अपील की गई थी जिससे करीब 40 हजार रुपये की मदद मिली। जिला जु-जित्सू संघ के अध्यक्ष भारत भूषण चुघ ने भी प्रोत्साहित किया।आखिरकार 56 किलो भार वर्ग में जय प्रकाश ने पदक जीतकर दिखा दिया कि प्रतिभा हो तो रास्ते भी निकल आते हैं और मंजिल भी मिलती है।
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