सरकारी स्कूल में बच्ची से दुष्कर्म मामले में प्रभारी प्रधानाध्यापिका सस्पेंड, हेड मास्टर का किया ट्रांसफर
उत्तराखंड के एक सरकारी विद्यालय में चार साल की बच्ची के साथ दुष्कर्म के प्रयास के मामले में बड़ी कार्रवाई हुई है। शिक्षा विभाग ने स्कूल की प्रभारी प्रधानाध्यापिका को सस्पेंड कर दिया है जबकि हेड मास्टर का प्रशासनिक ट्रांसफर किया गया है। इस घटना के बाद कैबिनेट मंत्री सौरभ बहुगुणा ने पीड़ित बच्ची के स्वजन से मुलाकात की और उन्हें हरसंभव मदद का भरोसा दिलाया।
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जागरण संवाददाता, सितारगंज। प्राइमरी स्कूल में चार साल की बच्ची के साथ तीन बालकों ने दुष्कर्म का प्रयास किया था। प्रकरण में तीनों बालकों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई गई हैं। इस मामले में दूसरी कार्रवाई विद्यालय के लापरवाह शिक्षकों पर की गई है। शिक्षा विभाग ने स्कूल की प्रभारी प्रधानाध्यापिका को सस्पेंड कर दिया है। जबकि हेड मास्टर का प्रशासनिक ट्रांसफर किया गया है।पांच दिन पहले क्षेत्र के गांव निवासी सरकारी विद्यालय में चार साल की बच्ची के साथ स्कूल में अध्ययनरत तीन बालकों ने दुष्कर्म का प्रयास किया था। इन बालकों में एक बालक की आयु छह वर्ष बताई गई। पीड़ित बच्ची के स्वजन की शिकायत पर पुलिस ने बालकों के खिलाफ पोक्सो समेत गंभीर धाराओं में मुकदमा पंजीकृत किया। इसके बाद तीनों बालकों को उनके स्वजन की देख रेख में पुलिस बाल कल्याण अधिकारी ने संरक्षण में ले लिया।
बच्ची से मिले कैबिनेट मंत्री
इधर घटना के बाद कैबिनेट मंत्री सौरभ बहुगुणा पीड़ित बच्ची के स्वजन से मिले। उन्होंने बच्ची के स्वजन को हरसंभव मदद का भरोसा दिलाया। उन्होंने प्रकरण में लापरवाही बरतने वाले के खिलाफ उच्च अधिकारियों को कार्रवाई के निर्देश दिए।शुक्रवार को जिला शिक्षा अधिकारी बेसिक हरेंद्र मिश्रा ने बताया कि सरकारी विद्यालय में बच्ची से दुष्कर्म के प्रयास मामले की रिपोर्ट में शिक्षकों की लापरवाही सामने आई थी। शिक्षक स्कूल में अध्यनरत बच्चों को अनुशासन नहीं सिखा पाए। इस तरह के बिंदुओं को सामने रखते हुए विभाग ने घटना वाले दिन स्कूल की प्रभारी रही महिला प्रधानाध्यापिका को निलंबित कर दिया है। जबकि स्कूल के हेड मास्टर का प्रशासनिक ट्रांसफर किया गया है।
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