अतिक्रमण हटाओअभियान के दौरान व्यापारी को पड़ा हार्टअटैक
सितारगंज में अतिक्रमण हटाने के दौरान पुलिस टीम को देख कर घबराए एक मीट विक्रेात को अचानक दिल का दौरा पड़ गया। उसके मुंह से खूंन भ्भी निकलने लगा। यह देख प्रशासनिक अधिकारियों के हाथ पांव फूल गए।
By JagranEdited By: Updated: Sun, 02 Feb 2020 06:14 AM (IST)
जागरण संवाददाता, सितारगंज : अतिक्रमण हटाने के दौरान पुलिस टीम को देख कर घबराए एक मीट विक्रेता को दिल का दौरा पड़ गया। उसके मुंह से खून भी निकलने लगा। यह देख प्रशासनिक अधिकारियों के भी हाथ पांव फूल गए। उसे आसपास के व्यापारियों ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया। उसकी हालत सामान्य बताई जा रही है। हार्टअटैक के बाद दुकानदार का खोखा नहीं हटाया गया।
अतिक्रमण हटाओ अभियान के तहत प्रशासनिक टीम दल-बल के साथ जेल कैंप रोड पर अतिक्रमण हटाने पहुंची थी। इसी दौरान टीम जब टीचर कालोनी के पास सड़क के किनारे खोखा रखे मीट विक्रेता रियाजत उर्फ पिटू खां के पास प्रशासनिक व पुलिस दल पहुंचा, जिसे देखकर पिटू घबरा गया। घबराते ही उसे दिल का दौरा पड़ गया। उसके मुंह से खून निकलता देखकर हड़कंप मच गया। आनन-फानन व्यापारियों ने उसे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया। जहां उसकी हालत सामान्य बताई जा रही है। वार्ड चार का निवासी पिटू खोखा में मीट बेचकर परिवार का पालन-पोषण करता है। उसके अचेत हो जाने के बाद प्रशासनिक टीम ने उसका खोखा नहीं हटाया। कांग्रेस-बसपा नेताओं को कोतवाली में किया गया नजर बंद सितारगंज : अतिक्रमण अभियान में दोहरे मापदंड का आरोप लगाने वाले कांग्रेस व बसपा नेता समेत चार लोगों को पुलिस ने नजरबंद करके कोतवाली में बिठा लिया। शाम को अभियान के खत्म होने पर उन्हे कोतवाली से छोड़ा गया। दरअसल, पुलिस व व्यापारियों के वार्ता के बाद जब अधिकारी अभियान चलाने के लिए निकले तो कांग्रेस नेता नवतेजपाल सिंह, कांग्रेस नगर अध्यक्ष हरपाल सिंह, बसपा नेता इकशाद अहमद पटौदी व सभासद रवि रस्तोगी को पुलिस ने कोतवाली में ही रोक कर नजरबंद कर दिया। नेताओं ने कहा कि प्रशासन मनमानी कर रहा है जो सड़क 60, 41 व 36 फीट की है। इन सभी पर तीस-तीस फीट के दायरे का अतिक्रमण हटाना न्याय संगत नहीं है। नेताओं ने कहा कि प्रशासन ने मनमानी करने के लिए उन्हें नजर बंद कर दिया है। देर शाम नेताओ को कोतवाली से जाने दिया गया।
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।