रुद्रपुर में सीपीयू इंस्पेक्टर ने कहा, जब तक न हो जाएं बालिग, हाथ में न लें बाइक की चाबी
जागरण सड़क सुरक्षा अभियान पाठशाला में रुद्रपुर के एएन झा इंटर काॅलेज में मंगलवार को सीपीयू इंस्पेक्टर राकेश बिष्ट ने ट्रैफिक नियमों की विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने छात्रों से अपील करते हुए कहा कि वह जब तक 18 वर्ष की उम्र पार न कर लें!
जागरण संवाददातारुद्रपुर : जागरण सड़क सुरक्षा अभियान पाठशाला में रुद्रपुर के एएन झा इंटर काॅलेज में मंगलवार को सीपीयू इंस्पेक्टर राकेश बिष्ट ने ट्रैफिक नियमों की विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने छात्रों से अपील करते हुए कहा कि वह जब तक 18 वर्ष की उम्र पार न कर लें, किसी भी हालत में बाइक की चाबी हाथ मे न लें,चलाने से खुद को दूर रखें।यह आपके जीवन का प्रश्न है। आप खुद जागरूक होकर ट्रैफिक नियमों का पालन करें और दूसरोँ को भी जागरूक करें।
जागरण सड़क सुरक्षा अभियान में रुदपुर के ए एन झा इंटर कालेज में छात्रों को ट्रैफिक नियमों की जानकारी देते सीपीयू इंस्पेक्टर राकेश बिष्ट। pic.twitter.com/Ad7izhyFpX
डीएल, आरसी पास रखें
सीपीयू इंस्पेक्टर राकेश बिष्ट ने छात्रों को ट्रैफिक नियमों की जानकारी दी,उनसे सवाल भी पूछे।उन्होंने कहा कि सड़क पर गाड़ी चलाते समय यह ध्यान रहे कि आप हेलमेट जरूर पहनें। जरूरी कागजात जैसे ड्राइविंग लाइसेंस, आरसी और बीमा के कागज जरूर रख लें। यह किसी भी समय सीपीयू की तरफ से एआरटीओ की तरफ से जांचे जा सकते हैं।
हेलमेट और सीट बेल्ट जरूर लगाएं
तीन सवारी बैठकर क़भी बाइक, स्कूटी न चलाएं और दूसरों को चलाने दें। साथ ही इस बात का विशेष ख्याल रखें कि कार या दूसरे चार पहिया वाहन चलाते समय सीट बेल्ट जरूर लगा लें। यह आपके जीवन के लिए सुरक्षा का काम करती है।
सीपीयू इंस्पेक्टर ने उदाहरण देकर बताया कि किस तरह टाटा ग्रुप के पूर्व चेयरमैन साइरस मिस्त्री की सड़क दुर्घटना में मौत हुई,वह कार चलाते समय सीट बेल्ट नहीं पहने हुए थे यदि पहनी होती तो शायद उनकी जान बच जाती। छात्रों से अपील की की वह सड़क पर नियमों का पालन करते हुए ही निर्धारित गति पर ही बाइक या स्कूटी चलाएं।
18 से कम हैं तो इलेक्ट्रि वेहिकल चलाएं
यदि आपकी उम्र 18 वर्ष से कम है तो बैट्री चलित या बिना स्कूटी चलाते समय यह ध्यान रखें कि गति सीमा 25 किलोमीटर से अधिक न हो।यदि इस दौरान आप बाइक चलाते भी मिले तो आपके साथ आपके माता- पिता पर 25 हजार रुपए तक जुर्माना हो सकता है।
जब भी एनएच पर चलें तो वहां पर लगाए गए कट, संकेतक को देख लें तभी अपने वाहन को मोड़ें। साथ ही ओवरटेक करते समय खास तौर पर एंडीगेटर का प्रयोग करते हुए तभी बांए व दाएं मुड़ें। इस मौके पर कालेज के प्रधानाचार्य डीएस पांडेय, शिक्षक पीडी सिंह भी मौजूद रहे।