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Son Killed Father: बड़े बेटे ने मेले से खरीदा चाकू... कर दिया पिता के आर-पार... पहुंचा थाने, कहा- छोटे भाई के साथ करते थे ऐसा...

Son Killed Father पिता को क्या पता था कि जिसे वह बुढ़ापे में लाठी का सहारा समझता था वही उनका काल बन जाएगा। हत्यारोपित ने बताया कि कुछ माह पहले वह नानकमत्ता मेले में गया था जहां से उसने चाकू खरीदा था। हत्यारोपित अपने छोटे भाई को लेकर थाने सरेंडर करने पहुंचा। ऊधम सिंह नगर में इसी साल अब तक जिले में 14 लोगों की हत्या हो चुकी है।

By virendra bhandari Edited By: Nirmala Bohra Updated: Sun, 02 Jun 2024 09:31 AM (IST)
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Son Killed Father: शराब के नशे में अक्सर घर में होता था क्लेश

जागरण संवाददाता, रुद्रपुर : Son Killed Father: हत्यारोपित अपने छोटे भाई को लेकर थाने सरेंडर करने पहुंचा। मामले में मृतक के छोटे पुत्र सुमित ने बताया कि वह बीमार रहता है। उसके पिता अक्सर शराब के नशे में हंगामा कर घर में मारपीट करते थे। दो दिन पहले वह घर में सोया था तो नशे में पिता ने उसके गले पर धारदार हथियार रख दिया। उसने शोर मचाया तो बड़ा भाई दीपक राठौर आ गया।

उन्होंने पिता को टोका तो वह कहने लगे कि सुमित को खत्म कर दूंगा। यह ठीक नहीं हो रहा है। शनिवार तड़के भाई ने उसे नींद से जगाकर बताया कि उसने पिता की हत्या कर दी है। सुमित ने बताया कि उसने कमरे में देखा तो पिता शव पड़ा था। इस पर उसने अपनी भाभी को उठाया। शोर होने पर आसपास के लोगों के साथ ही किरायेदार भी उठ गए। जिसके बाद उसका भाई थाने पहुंचा और सरेंडर कर दिया।

नानकमत्ता मेले से लाया था चाकू

हत्यारोपित ने बताया कि कुछ माह पहले वह नानकमत्ता मेले में गया था, जहां से उसने चाकू खरीदा था। इसके बाद चाकू उसने घर में ही रखा था। बताया कि उसने चाकू शौकिया तौर पर खरीदा था, लेकिन सोचा नहीं था कि इस चाकू से वह अपने पिता की हत्या करेगा।

बुढ़ापे का सहारा ही बन गया काल

पिता को क्या पता था कि जिसे वह बुढ़ापे में लाठी का सहारा समझता था, वही उनका काल बन जाएगा। जिगर के टुकड़े दीपक राठौड़ के चाकू से गोदने के बाद पिता जमीन पर लहूलुहान होकर तड़पता रहा। क्रंदन सुनकर आसपास के लोग जब तक मौके पर पहुंचे, वह दम तोड़ चुका था। जिसने भी इस नृशंस कृत्य के बारे में सुना, उसकी रूह कांप उठी।

मृतक तोताराम के बड़ा बेटा दीपक व दूसरे बेटे का नाम सुमित है। ट्रांजिट कैंप क्षेत्र की श्मशान रोड पर तोताराम मकान बनाकर परिवार के साथ रहता था। मकान को लेकर चल रहा विवाद शुक्रवार रात भी हुआ था। इसके बाद सभी लोग सो गए। आखिर इसके बाद दीपक को क्या हुआ कि शनिवार तड़के करीब तीन से चार बजे के बीच चाकू से वार कर उसने पिता की जान ले ली। हृदयविदारक घटना देख हर किसी की आंखें नम दिखी।

अपने ही अपनों के खून के हो रहे प्यासे

ऊधम सिंह नगर में अपने ही अपनों के खून के प्यासे हो रहे हैं। इसी साल अब तक जिले में 14 लोगों की हत्या हो चुकी है। इनमें से अधिकतर मामलों का पुलिस ने पर्दाफाश कर लिया है और अधिकतर हत्यारोपित जान पहचान और परिवार के लोग ही थे।

बीते एक माह में काशीपुर, बाजपुर और रुद्रपुर में चार हत्या हुई हैं। बाजपुर में दो महिलाओं पर अपने पति की हत्या का आरोप लगा। वहीं काशीपुर में मां के पांच हजार रुपये देने से इन्कार करने पर भाई पर अपने जुड़वा की हत्या करने का आरोप लगा।

केस-1

28 अप्रैल 2024 को बाजपुर जोगीपुरा निवासी विमला रानी का अपने पति रमेश चंद से विवाद हो गया था। इसके बाद विमला रानी ने धारदार हथियार से अपने पति पर वार कर दिया था, जिससे उसकी मौत हो गई थी। आरोपित को गिरफ्तार कर पुलिस उसे जेल भेज चुकी है।

केस-2

23 मई 2024 को सुभाष नगर बाजपुर निवासी चंद्रप्रकाश उर्फ सोनू का अपनी पत्नी कंचन से घरेलू विवाद हो गया था। गुस्से में आई कंचन ने तवे से अपने पति पर ताबड़तोड़ वार कर हत्या कर दी थी। पुलिसउसे भी गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है।

केस-3

बीती 30 मई की रात लोहोरियान काशीपुर निवासी श्याम नेअपनी मां दयावती से पांच हजार रुपये मांगे। इन्कार पर श्याम ने अपनी मां और जुड़वा भाई राम से मारपीट की। साथ ही राम के सिर पर ईंट से हमला कर दिया, जिससे उसकी मौत हो गई थी।

ऊधम सिंह नगर में 29 माह में हो चुकी 91 लोगों की हत्या

जिले में हत्याओं का सिलसिला रुकने का नाम नहीं ले रहा है। 29 माह में जिले में 91 लोगों की हत्या हो चुकी है। हालांकि अधिकांश मामलों का पर्दाफाश करते हुए पुलिस हत्यारोपितों को गिरफ्तार कर चुकी है। कुमाऊं मंडल का औद्योगिक नगर ऊधम सिंह नगर आपराधिक वारदात के मामले में आगे है।

चोरी, लूट, डकैती, दुष्कर्म, दहेज हत्या, वाहन चोरी, फायरिंग, अपहरण के साथ ही हत्या की घटनाएं अक्सर होती रहती हैं। औसतन जिले में हर माह तीन हत्या हो रही है। पिछले 29 माह में जसपुर, काशीपुर, कुंडा, आइटीआइ, बाजपुर, गदरपुर, दिनेशपुर, पंतनगर, रुद्रपुर, ट्रांजिट कैंप, किच्छा, पुलभट्टा, सितारगंज, नानकमत्ता, खटीमा और झनकइया समेत 17 थाना क्षेत्रों में 91 महिला और पुरुषों की हत्या हो चुकी है।

वर्ष 2022 में 31 व 2023 में यह आंकड़ा 46 तक पहुंचा था। इधर, इस साल अब तक पांच माह में जिले में 14 लोगों की हत्या हो चुकी है। हालांकि पुलिस ने अधिकतर घटनाओं का पर्दाफाश कर लिया है। यद्यपि लगातार हो रही वारदात से लोगों में असुरक्षा की भावना पैदा हो रही है। घटनाओं पर अंकुश लगाने में पुलिस नाकाम साबित हो रही है।

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