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प्यार के लिए सनातन धर्म स्वीकार कर साईन बनी नीलम, मंदिर में अग्नि को साक्षी मानकर मनोज संग लिए सात फेरे

Uttarakhand News परिवार के साथ ही मुस्लिम समाज भी जब मोहब्बत की राह में रोड़ा बना तो सितारगंज की साईन सनातन धर्म स्वीकार कर नीलम बन गई। मौनी बाबा मंदिर में साईन ने सनातन धर्म स्वीकार किया और मंदिर में अग्नि को साक्षी मानकर फेरे लिए।

By Jagran NewsEdited By: Nirmala BohraUpdated: Fri, 16 Dec 2022 08:06 AM (IST)
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Uttarakhand News : सितारगंज की साईन सनातन धर्म स्वीकार कर नीलम बन गई।
जागरण संवाददाता, सितारगंज (ऊधमसिंहनगर) : Uttarakhand News : परिवार के साथ ही मुस्लिम समाज भी जब मोहब्बत की राह में रोड़ा बना तो सितारगंज की साईन सनातन धर्म स्वीकार कर नीलम बन गई।

हिंदू रीति रिवाज से अग्नि को साक्षी मानकर मनोज के साथ गुरुवार को सात फेरे लिए। इस मौके पर समाज के संभ्रांत लोग भी उनकी खुशी में भागीदार बने।

दोनों साथ-साथ पढ़ाई-लिखाई की

शहर निवासी साईन और पड़ोस के मनोज एक दूसरे को पसंद करते थे। साथ पढ़ाई-लिखाई और कई मौके पर एक दूसरे के सहयोगी भी बने। ऐसे में उनकी नजदीकी बढ़ती गई।

दोनों ने अपने स्वजन को रिश्ते की जानकारी दी। लेकिन अलग संप्रदाय के होने के कारण बड़े-बुजुर्ग शादी के लिए राजी नहीं हुए। दोनों ने अपनों को मनाने की तमाम कोशिश की। लेकिन सफलता नहीं मिली। ऐसे में साईन और मनोज मजहबी बंदिशों को तोड़ घर से निकल गए।

मनोज के साथ ही रहने की जिद पर अड़ी रही साईन

बाद में उनकी खोजबीन शुरू हुई। किसी तरह दोनों को समझा-बुझाकर घर लाया गया। लेकिन साईन मनोज के साथ ही रहने की जिद पर अड़ी रही।

साईन ने सनातन धर्म स्वीकार कर अपना नाम नीलम रखा

इसके बाद पूर्व व्यापार मंडल अध्यक्ष संजय गोयल और हरीश दुबे ने दोनों परिवारों को समझाया। गुरुवार को शहर के खटीमा मार्ग स्थित मौनी बाबा मंदिर में साईन ने सनातन धर्म स्वीकार कर अपना नाम नीलम रखा और मंदिर में अग्नि को साक्षी मानकर फेरे लिए।

जालसाजी कर दूसरे धर्म की युवती से शादी करने का आरोप

वहीं बाजपुर में नाम बदलकर दूसरे धर्म की युवती से शादी करने व असलियत सामने आने के बाद उसकी पिटाई कर घर से निकालने का आरोप लगाते हुए पीड़िता की मां ने कोतवाली में तहरीर दी है। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।

भाजपा नेता विमल शर्मा के साथ कोतवाली पहुंची ग्राम खमरिया निवासी महिला ने तहरीर देकर कहा है कि वह मेहनत-मजदूरी करके अपना व परिवार का भरण पोषण करती है। पूर्व में वह बेरिया रोड स्थित एक पोल्ट्री फार्म में कार्य करती थी और वहीं पर आमना नाम की मुस्लिम महिला हिंदू (सेफाली) नाम से रह रही थी।

आमना ने खुद को हिंदू बताते हुए उसकी पुत्री का रिश्ता अपने पुत्र पवन (वास्तविक नाम सलीम) के लिए मांगा। आरोप है कि मना करने के उपरांत भी उसे झांसे में लेकर अपने पुत्र का विवाह उसकी पुत्री के साथ 11 अक्टूबर 2021 को हिंदू रीति रिवाज से किया गया।

आधार कार्ड देखा गया तो पवन बना युवक वास्तव में सलीम था 

विवाह बाद जब किसी कार्य से उसका आधार कार्ड देखा गया तो पवन बना युवक वास्तव में सलीम पुत्र मो.सोनू निवासी ग्राम सैंडखेड़ा काशीपुर निकला और इसके बैंक खाते में भी यही नाम व पता अंकित था।

पवन बने सलीम का मां का भी नाम सेफाली के स्थान पर आमना और उसके पति का नाम मो.सोनू उर्फ आजाद मिला। यह देखकर उनके पैरों तले जमीन खिसक गई और उसे अपने साथ हुई जालसाजी का अहसास हुआ।

आरोप है कि जब धर्म छुपाने के बारे में पूछा गया तो गाली-गलौज की गई तथा उसकी पुत्री को पीट कर घर से निकाल दिया। पुलिस ने महिला की तहरीर पर जांच शुरू कर दी है।

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