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रंगयात्रा में कर्इ राज्यों की संस्कृति देख पहाड़ हो उठा जीवंत

उत्तरायणी मेले का रंगयात्रा के साथ विधिवत शुभारंभ हो गया है। ये मेला करीब चार दिनों तक चलेगा। जिसमें कर्इ तरह के कार्यक्रमों का आयोजन होगा।

By Raksha PanthariEdited By: Updated: Fri, 12 Jan 2018 11:11 PM (IST)
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रंगयात्रा में कर्इ राज्यों की संस्कृति देख पहाड़ हो उठा जीवंत

खटीमा, [जेएनएन]: चार दिवसीय उत्तरायणी मेले का रंगारंग शुभारंभ हो गया है। शुभारंभ पर आयोजित रंगयात्रा में पहाड़ के साथ ही देश की अलग-अलग संस्कृतियों का संगम देखने को मिला। लोगों ने आकर्षक झांकियों को खूब सराहा। इसके बाद स्थानीय और बाहरी क्षेत्रों से आए लोक कलाकारों ने पहाड़ की संस्कृति विरासत को मंच पर जीवंत कर दिया।

कुमाऊं सांस्कृतिक उत्थान समिति की ओर से आयोजित उत्तरायणी मेला शुरू हो गया है। मेले का शुभारंभ कंजाबाग मार्ग स्थित बीज निगम भंडार परिसर में उप जिलाधिकारी विजयनाथ शुक्ल, सीओ बीएल मधवाल ने रंगयात्रा को हरी झंडी दिखाकर किया। आगे शिव मंदिर महिला कीर्तन मंडली की महिलाएं कलश लिए चल रही थीं, जिसके पीछे महेश राम छोलिया दल पिथौरागढ़ झोड़ा चांचरी के साथ अपनी कला का प्रदर्शन करते हुए चल रहा था। 

रंगयात्रा का डायनेस्टी गुरुकुल एकेडमी पब्लिक स्कूल में स्वागत किया गया। जिसके बाद यात्रा मेला स्थल पर पहुंची। यात्रा का जगह-जगह स्वागत किया गया। बाद में मेला परिसर पहुंचकर मेले का शुभारंभ पूर्व निदेशक एलडी भट्ट ने मां सरस्वती का दीप जलाकर किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि देवभूमि की सांस्कृतिक विरासत के संरक्षण को सभी को मिलकर प्रयास करने होंगे।

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