Uttarakhand: पोल पर बिजली की लाइन ठीक कर रहा था कर्मचारी, नीचे 15 मिनट तक गुर्राता रहा बाघ
Uttarakhand News विद्युत लाइन दुरुस्त कर रहे ऊर्जा निगम टनकपुर के कर्मचारियों के पास अचानक बाघ आ गया। कुछ कर्मचारी मौके से जान बचाकर भाग निकले। वहीं पोल पर चढ़ा एक कर्मी वहीं बैठ गया। बाघ के जाने के बाद कर्मी नीचे उतरा। वन कर्मियों ने क्षेत्र में गश्त की लेकिन उन्हें बाघ नजर नहीं आया। उन्हें बाघ के पदचिह्र मिले।
जागरण संवाददाता, खटीमा । Uttarakhand News: खटीमा रेंज के लालकोठी-मझगांव मार्ग किनारे विद्युत लाइन दुरुस्त कर रहे ऊर्जा निगम टनकपुर के कर्मचारियों के पास अचानक बाघ आ गया, जिससे कर्मचारी मौके से भाग निकले, जबकि पोल पर चढ़ा एक कर्मी वहीं बैठ गया।
करीब 15 मिनट तक बाघ पोल के नीचे गुर्राता रहा, जिससे पोल पर बैठे कर्मी की सांस अटकी रही। बाघ के जाने के बाद कर्मी नीचे उतरा। वहीं, सूचना पर पहुंचे वन कर्मियों ने आसपास क्षेत्र में गश्त की, लेकिन उन्हें बाघ नजर नहीं आया। उन्हें बाघ के पदचिह्र मिले हैं। उन्होंने कर्मचारियों व आसपास के लोगों से सतर्कता बरतने की अपील की है।
हाथियों की मौजूदगी के संकेत मिले तो वापस लौट आए
ऊर्जा निगम टनकपुर के अवर अभियंता नरेंद्र श्रीवास्तव ने बताया कि नखाताल अनुभाग मझगांव बीट में लालकोठी से करीब डेढ़ किमी आगे मझगांव मार्ग पर हाथियों ने सोमवार रात 12 बजे 33 हजार केवि की लाइन तोड़ दी थी, जिससे टनकपुर, बनबसा क्षेत्र की बिजली गुल हो गई।यह भी पढ़ें- Vanantara Murder Case: आरोपितों पर गैंगस्टर कोर्ट में आरोप तय, रिसॉर्ट से गायब हुई थी युवती; चार दिन बाद मिला था शव
रात में ही कर्मचारियों को लाइन दुरुस्त कराने के लिए भेजा गया, लेकिन कर्मचारियों को मौके पर हाथियों की मौजूदगी के संकेत मिले तो वे वापस लौट आए। इसके बाद मंगलवार सुबह कर्मी अरुण, प्रमोद राणा, नफीस, राजू, प्रेम व इंदर मौके पर पहुंचे। पोल पर अरुण चढ़ा था, जबकि अन्य कर्मी नीचे काम कर रहे थे।
तभी जंगल से गुर्राता हुआ बाघ वहां आ पहुंचा, जिससे नीचे काम कर रहे कर्मचारी धनुषपुल की ओर भाग निकले, जबकि पोल पर चढ़ा अरुण वहीं बैठ गया। बाघ करीब 15 मिनट तक पोल के नीचे खड़े होकर गुर्राता रहा, जिससे पोल पर चढ़े अरुण की सांसें अटक गई। बाघ के जाने के बाद अरुण नीचे उतरा।
अवर अभियंता ने बताया कि अरुण व उसके साथियों का फोन आने के बाद उन्होंने एसडीओ टनकपुर मयंक भट्ट को सूचना दी। एसडीओ ने इस बाबत खटीमा रेंज के प्रशिक्षु आइएफएस राहुल मिश्रा, एसडीओ संचिता वर्मा व वन क्षेत्राधिकारी महेश चंद्र जोशी को जानकारी दी।वहीं, वनाधिकारियों के निर्देश पर वन दारोगा नित्यानंद भट्ट वनबीट अधिकारी हिमांशु पंत, वन आरक्षी दीपा शाह, सुभाष चंद व विशेष राणा के साथ मौके पर पहुंचे। उन्होंने आसपास क्षेत्र में गश्त की, लेकिन उन्हें बाघ कहीं नहीं दिखा। उन्हें मौके पर बाघ के पदचिन्ह मिले।
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