उत्तरकाशी के डबराणी में ट्राला फंसने से 11 घंटे बंद रहा गंगोत्री राजमार्ग
सीमांत जनपद उत्तरकाशी में मंगलवार रात से रुक-रुककर बारिश हो रही है। बुधवार रात को भी जनपद के कई क्षेत्रों में बारिश हुई जिसके कारण भूस्खलन हुआ। गंगोत्री-यमुनोत्री राजमार्ग सहित जनपद के 42 सड़कें बंद हुई। गंगोत्री हाईवे सुचारू कर दिया गया जबकि यमुनोत्री हाईवे अभी भी बंद है।
By Sunil NegiEdited By: Updated: Thu, 29 Jul 2021 11:35 PM (IST)
जागरण संवाददाता, उत्तरकाशी: सीमांत जनपद उत्तरकाशी में मंगलवार रात से रुक-रुककर बारिश हो रही है। बुधवार रात को भी जनपद के कई क्षेत्रों में बारिश हुई, जिसके कारण भूस्खलन हुआ। गंगोत्री-यमुनोत्री राजमार्ग सहित जनपद के 42 सड़कें बंद हुई। गंगोत्री हाईवे सुचारू कर दिया गया, जबकि यमुनोत्री हाईवे अभी भी बंद है।
गंगोत्री हाईवे नगुण बैरियर और हेल्गु गाड के पास बंद है। नगुण बैरियर के पास दोपहर तक राजमार्ग बंद रहा, जबकि डबराणी के पास आर्मी की जेसीबी मशीन लेकर जा रहा ट्राला फंस गया, जिससे राजमार्ग पर यातायात 11 घंटे तक बाधित रहा। डबराणी के पास दोनों ओर से 70 अधिक वाहन फंसे रहे। अधिकांश ग्रामीणों ने पैदल ही सफर किया गया। यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग कल्याणी, पालीगाड़ और ओजरी के पास भारी भूस्खलन से बंद हुआ। इसके अलावा जनपद के 40 संपर्क मार्ग भी बंद हैं। इसके चलते 60 से अधिक गांवों का संपर्क कटा हुआ है। बुधवार की देर रात जिला मुख्यालय उत्तरकाशी सहित आसपास के क्षेत्रों में संचार सेवा सुचारू हो पाई, जबकि यमुना घाटी में बुधवार देर रात बिजली आपूर्ति सुचारू हुई। लेकिन, पुरोला और मोरी ब्लाक के गांवों में बिजली आपूर्ति गुरुवार शाम को सुचारू हो पाई।
बोल्डर गिरने से पांच छानियां क्षतिग्रस्त
नौगांव: भारी बारिश के कारण ग्राम खांशी में पहाड़ी से भारी बोल्डर गिरे। इससे गांव की पांच छानियां क्षतिग्रस्त हो गई हैं। इनमें खांशी गांव निवासी रजनी देवी, प्यार चंद, शीशपाल, महेंद्र ङ्क्षसह, केदार ङ्क्षसह की छानियां क्षतिग्रस्त हो गई हैं। इसके अलावा पलेठा खांशी को जोडऩे वाला मोटर मार्ग, खांशी मोल्डा पौटी मोटर मार्ग कई जगह भूस्खलन की जद में है। खांशी गांव निवासी अर्जुन ङ्क्षसह राणा ने बताया कि खांशी गांव की सड़क कई स्थानों पर टूट गई है।
कुराह और कुंसी मोटर मार्ग भी बंद
डुंडा ब्लाक क्षेत्र में आने वाला कुंशी ङ्क्षसगोठ, बरसाली मोटर मार्ग पिछले दो दिनों से बंद है। नाकुरी के पास भारी भूस्खलन होने के कारण यह मार्ग बंद हुआ है, जबकि डुंडा गैस एजेंसी व गोदाम को जोडऩे वाला कुराह मोटर मार्ग भी बंद है। यहां गैस एजेंसी में गैस सिङ्क्षलडर वितरित और गैस एजेंसी तक गैस सिङ्क्षलडरों की आपूर्ति करने वाले वाहन भी फंसे हैं।
यहां जोखिम भरा है सफर आपदा प्रभावित मांडो गांव के पास अभी तक सड़क का निर्माण नहीं किया गया है। निराकोट से आने वाले बरसाती गदेरे में अचानक जलस्तर बढ़ रहा है। पैदल आवाजाही करने और छोटे वाहन संचालकों के लिए यहां खतरा बना हुआ है। जरूरी कार्य से बाजार आने वाले ग्रामीणों को जेसीबी के जरिये गदेरा पार कराया जा रहा है। इसके साथ ही सड़क का कटाव भी हो रहा है। स्थानीय ग्रामीणों ने ह्यूम पाइप डालकर सड़क बनाई जाए। इससे पैदल आवाजाही करने वालों को कुछ सुविधा मिल सके।
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