Draupadi ka Danda Avalanche: एक साल पहले लापता हुए पर्वतारोही का मिला शव, बर्फ में ऐसी हो गई थी हालत
Draupadi ka Danda Avalanche द्रौपदी का डांडा चोटी आरोहण के दौरान हुई हिमस्खलन की घटना में नेहरू पर्वतारोहण संस्थान (निम) उत्तरकाशी के दो प्रशिक्षु पर्वतारोही पिछले एक वर्ष से लापता चल रहे थे। इनमें बुधवार की सुबह निम की रेस्क्यू टीम ने क्रेवास से एक प्रशिक्षु पर्वतारोही का शव बरामद किया है। दूसरे की तलाश भी जारी है। जो शव बरामद हुआ है उसकी अभी शिनाख्त नहीं हुई है।
जागरण संवाददाता, उत्तरकाशी। द्रौपदी का डांडा चोटी आरोहण के दौरान हुई हिमस्खलन की घटना में नेहरू पर्वतारोहण संस्थान (निम) उत्तरकाशी के दो प्रशिक्षु पर्वतारोही पिछले एक वर्ष से लापता चल रहे थे। इनमें बुधवार की सुबह निम की रेस्क्यू टीम ने क्रेवास से एक प्रशिक्षु पर्वतारोही का शव बरामद किया है। दूसरे की तलाश भी जारी है। जो शव बरामद हुआ है उसकी अभी शिनाख्त नहीं हुई है। परंतु सूत्रों के अनुसार बरामद शव नौसेना के नाविक का बताया जा रहा है। शव को उत्तरकाशी तक पहुंचाने के लिए सेना व वायु सेना से हेलीकाप्टर की मदद मांगी गई है।
4 अक्टूबर 2022 की सुबह नेहरू पर्वतारोहण संस्थान उत्तरकाशी का एडवांस कोर्स का प्रशिक्षु व प्रशिक्षक दल समिट कैंप से द्रौपदी का डांडा के आरोहण के लिए गया था। इस दल में शामिल दो प्रशिक्षक सहित 29 प्रशिक्षु पर्वतारोही हिमस्खलन की जद में आए थे। 27 के शव गत वर्ष की बरामद किए गए।
एडवांस कोर्स के साथ चलाया अभियान
गत वर्ष नौसेना के नाविक विनय पंवार निवासी प्रतीक नगर रायवाला देहरादून व सेना अस्पताल लखनऊ में चिकित्सक ले. कर्नल दीपक वशिष्ठ निवासी आर-131 सेक्टर-4 नोएडा उत्तर प्रदेश को नहीं खोजा जा सका।
लापता चल रहे इन दो प्रशिक्षु पर्वतारोहियों की तलाश के लिए इस बार निम ने अपने एडवांस कोर्स के साथ अभियान चलाया। इस अभियान का नेतृत्व में खुद निम के प्रधानाचार्य कर्नल अंशुमन भदौरिया कर रहे हैं। बुधवार की सुबह द्रौपदी का डांडा स्थित घटना स्थल के क्रेवास से एक शव बरामद हुआ।
सेना व वायु सेना से किया गया संपर्क
निम के उप प्रधानाचार्य मेजर देवल वाजपेयी ने बताया कि द्रौपदी का डांडा से बरामद किए गए शव को उत्तरकाशी तक पहुंचाने के लिए सेना व वायु सेना से संपर्क किया गया है। उम्मीद है कि बृहस्पतिवार या फिर शुक्रवार को हेली उपलब्ध हो जाएगा।
यह भी पढ़ें: Draupadi ka Danda Avalanche: एक साल पहले गई थी 29 पर्वतारोहियों की जान, सफेद चादर में समां गई थी जिंदगियां