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चीन सीमा तक सेना की राह आसान बना रहा BRO, नेलांग सीमा को जोड़ने वाली 23 KM सड़क हो चुकी है डबल लेन; सैलानियों को भी मिलेगी सुविधा

BRO उत्तरकाशी के कमांडर विवेक श्रीवास्तव का कहना है कि उनकी प्राथमिकता सीमावर्ती क्षेत्र को सड़क से जोड़ने की है। इस क्षेत्र में तैनात बीआरओ के अधिकारियों-श्रमिकों की भूमिका सराहनीय रही। उन्होंने विषम परिस्थितियों में सड़क निर्माण और दो पुलों का कार्य पूरा किया। जिससे नेलांग घाटी सहित चीन सीमा पर सेना और आइटीबीपी (भारत-तिब्बत सीमा पुलिस) की करीब आठ चौकियों के लिए आवाजाही आसान हो जाएगी।

By Jagran News Edited By: Nitesh Srivastava Updated: Mon, 22 Jul 2024 11:16 AM (IST)
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उत्तरकाशी जनपद स्थित भैरव घाटी में नेलांग मार्ग पर बीआरओ की ओर से बनाया जा रहा पुल l जागरण
 शैलेंद्र गोदियाल, जागरण उत्तरकाशी। चीन सीमा तक सड़क और पुलों के निर्माण में सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) पूरी शिद्दत के साथ जुटा हुआ है। उत्तरकाशी की नेलांग सीमा को जोड़ने वाली 23 किमी सड़क डबल लेन हो चुकी है। साथ ही पांच डबल लेन पुलों में दो का निर्माण हो चुका है और तीन के इसी वर्ष बनकर तैयार होने की उम्मीद है।

डबल लेन सड़क और पुलों के निर्माण से सेना व आइटीबीपी के साथ नेलांग और जादूंग क्षेत्र में पर्यटकों की आवाजाही भी सुविधाजनक हो जाएगी। उत्तरकाशी जनपद में भैरव घाटी से लेकर नेलांग तक 23 किलोमीटर क्षेत्र में पहले सड़क काफी संकरी थी। कुछ स्थानों पर खड़ी पहाड़ी से पत्थर गिरने का भी खतरा बना रहता था। इसके अलावा भैरवघाटी व नेलांग के बीच पांच नाले ऐसे हैं जो हर वर्षाकाल और शीतकाल में इस सड़क को अवरुद्ध कर देते हैं।

इसके लिए बीआरओ ने लगभग दस-दस करोड़ की लागत से पांच पुलों का निर्माण शुरू किया। इनमें अभी तक पागलनाला के अलावा एक अन्य नाले पर पुल तैयार कर दिया है। 65 मीटर स्पान के ये दोनों पुल डबल लेन हैं। बीआरओ तेजी से इस सड़क के चौड़ीकरण का कार्य भी किया है। भैरव घाटी से लेकर नेलांग तक तीन पुलों का निर्माण चल रहा है। इनमें दो का निर्माण तो अंतिम चरण में है।

सीमा सड़क संगठन उत्तरकाशी के कमांडर विवेक श्रीवास्तव का कहना है कि उनकी प्राथमिकता सीमावर्ती क्षेत्र को सड़क से जोड़ने की है। इस क्षेत्र में तैनात बीआरओ के अधिकारियों और श्रमिकों की भूमिका सराहनीय रही है। उन्होंने विषम परिस्थितियों में सड़क निर्माण और दो पुलों का कार्य पूरा किया।

इन पुलों और सड़क के निर्माण से नेलांग घाटी सहित चीन सीमा पर सेना और आइटीबीपी (भारत-तिब्बत सीमा पुलिस) की करीब आठ चौकियों के लिए आवाजाही आसान हो जाएगी। इसके अलावा वाइब्रेंट विलेज जादूंग और नीला पानी क्षेत्र में सड़कों के चौड़ीकरण का कार्य किया जा रहा है।

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