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Chardham Yatra 2024: गंगोत्री हाईवे पर फि‍र सक्रिय हुआ बंदरकोट भूस्खलन जोन, गिरे बोल्‍डर, बाल-बाल बचे वाहन

Chardham Yatra 2024 गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर बंदरकोट भूस्खलन जोन सक्रिय हो गया है। शुक्रवार सुबह के दौरान पहाड़ी से पत्थरों की बरसात हुई। वाहन पत्थर की चपेट में आने से बाल-बाल बचे। आवाजाही के दौरान कई बार वाहन चालकों और सवारियों की जान बाल-बाल बची। बता दें कि भूस्खलन जोन का ट्रीटमेंट भी बीआरओ की ओर से पिछले दो वर्षों से किया जा रहा है।

By Shailendra prasad Edited By: Nirmala Bohra Updated: Fri, 06 Sep 2024 03:59 PM (IST)
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Chardham Yatra 2024: बंदरकोट भूस्खलन जोन सक्रिय। जागरण

जागरण संवाददाता, उत्तरकाशी । Chardham Yatra 2024: गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर बंदरकोट भूस्खलन जोन सक्रिय हो गया है। बृहस्पतिवार की रात से लेकर शुक्रवार दिनभर बंदरकोट के पास रुक-रुक कर भूस्खलन होता रहा। शुक्रवार सुबह के दौरान पहाड़ी से पत्थरों की बरसात हुई।

भूस्खलन जोन को पार करते हुए तीर्थयात्रियों के वाहन और स्थानीय निवासियों के वाहन पत्थर की चपेट में आने से बाल-बाल बचे। जबकि मार्ग अवरुद्ध रहने के दौरान दो बार एंबुलेंस वाहन और तीर्थयात्रियों के वाहन काफी देर तक फंसे रहे।

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भले ही भूस्खलन जोन को सुचारू करने के लिए बीआरओ की ओर से जेसीबी और मजदूर मौके पर तैनात रहे। जिस स्थान पर यह भूस्खलन जोन है उस स्थान पर आलवेदर रोड तीन वर्ष पहले तैयार हो गई थी और भूस्खलन जोन का ट्रीटमेंट भी बीआरओ की ओर से पिछले दो वर्षों से किया जा रहा है।

बंदरकोट और रतूड़ी सेरा भूस्खलन जोन सक्रिय

बृहस्पतिवार की रात को उत्तरकाशी में वर्षा हुई। वर्षा के कारण गंगोत्री हाईवे पर बंदरकोट और रतूड़ी सेरा भूस्खलन जोन सक्रिय हुआ। उत्तरकाशी जिला मुख्यालय से बंदरकोट भूस्खलन जोन 9 किलोमीटर दूर ऋषिकेश देहरादून की ओर और रतूड़ी सेरा भूस्खलन जोन 10 किलोमीटर दूर है।

उत्तरकाशी और डुंडा के बीच स्थित ये दोनों भूस्खलन जोन लंबे समय से सक्रिय है। भले ही इस मानसून सीजन में पहली बार दोनों भूस्खलन जोन सक्रिय हुए हैं। बृहस्पतिवार की देर रात को बंदरकोट और रतूड़ी सेरा भूस्खलन जोन से भूस्खलन और पत्थर गिरने का सिलसिला शुरू हुआ। जिससे राष्ट्रीय राजमार्ग शुक्रवार सुबह दस बजे तक पूरी तरह से अवरुद्ध रहा।

बंदरकोट में बनी जाम की स्थिति

कुछ देत तक बंदरकोट के पास तीर्थयात्रियों सहित स्थानीय लोगों के वाहनों की आवाजाही हुई। परंतु इसी बीच फिर पहाड़ी से पत्थरों की वर्षा हुई। कई वाहन भूस्खलन की जद में आने से बाल-बाल बचे। भले ही सुरक्षा के लिए मौके पर पुलिस तैनात रही।

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फिर दोपहर 12 बजे तक भूस्खलन होने के कारण हाईवे पूरी तरह से अवरुद्ध रहा। दोपहर के बाद भी शाम तक रुक-रुक कर भूस्खलन होता रहा और बीआरओ की ओर से खोला गया। इस दौरान बंदरकोट में जाम की स्थिति भी बनी।

आवाजाही के दौरान कई बार वाहन चालकों और सवारियों की जान बाल-बाल बची। पहाड़ी से पत्थर गिरने के कारण कई बार राजमार्ग को सुचारू करने का कार्य भी रोकना पड़ा।

जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी देवेंद्र पटवाल ने कहा कि बंदरकोट के पास भूस्खलन होने हाईवे शुक्रवार दोपहर तक बंद रहा। मौके पर जेसीबी और मजदूर तैनात है। भले ही पहाड़ी पत्थर गिरने का खतरा बना है। इसलिए सभी से अपील है कि भूस्खलन जोन क्षेत्र में सावधानी से चले।