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Uttarkashi Tunnel: सुरंग से निकाले गए श्रमिकों की मानसिक हालात पर नजर रख रहे डॉक्टर, मनोस्थिति में आ सकते हैं बदलाव

परीक्षण के लिए एम्स लाए गए सभी श्रमवीर स्वस्थ पाए गए हैं। बुधवार को प्राथमिक जांच में भी सभी स्वस्थ पाए गए थे। इसे देखते हुए 40 श्रमवीरों को घर जाने की अनुमति दे दी गई जबकि एक को बुखार आने के चलते चिकित्सकीय निगरानी में रखा गया है। साथ ही डॉक्टर श्रमिकों की मानसिक हालात पर नजर रख रहे हैं।

By Jagran NewsEdited By: Jeet KumarUpdated: Fri, 01 Dec 2023 05:00 AM (IST)
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सुरंग से निकाले गए श्रमिकों की मानसिक हालात पर नजर रख रहे डॉक्टर

जागरण संवाददाता, ऋषिकेश। उच्च हिमालयी क्षेत्र में कार्य करने वाले लोगों में जो शारीरिक परिवर्तन आते हैं, वही उत्तरकाशी की सिलक्यारा सुरंग से निकाले गए 41 श्रमवीरों में भी पाए गए हैं। इस घटना के कारण कुछ श्रमवीरों की मनोस्थिति में बदलाव आ सकता है। एम्स ऋषिकेश के चिकित्सा अधीक्षक प्रो आरबी कालिया के अनुसार, इसे देखते हुए सभी को अगले दो सप्ताह तक टेलीमेडिसिन सेवा के माध्यम से एम्स या अपने नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र के चिकित्सकों से सलाह लेने को कहा गया है।

एम्स लाए गए सभी श्रमवीर स्वस्थ पाए गए

प्रो कालिया के अनुसार, परीक्षण के लिए एम्स लाए गए सभी श्रमवीर स्वस्थ पाए गए हैं। बुधवार को प्राथमिक जांच में भी सभी स्वस्थ पाए गए थे। इसे देखते हुए 40 श्रमवीरों को घर जाने की अनुमति दे दी गई, जबकि एक को बुखार आने के चलते चिकित्सकीय निगरानी में रखा गया है। देर शाम झारखंड और ओडिशा के नोडल अधिकारी अपने-अपने राज्य के 20 श्रमवीरों को लेकर देहरादून एयरपोर्ट से दिल्ली के लिए रवाना हो गए। वहां से वह अपने-अपने राज्य जाएंगे।

मंगलवार को सुरंग से बाहर आए श्रमवीरों को पहले उत्तरकाशी स्थित चिन्यालीसौड़ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में चिकित्सकों की निगरानी में रखा गया। वहां से बुधवार दोपहर एम्स लाया गया था। गुरुवार को एम्स के चिकित्सा अधीक्षक प्रो. आरबी कालिया, जनरल मेडिसिन विभागाध्यक्ष प्रो. रविकांत और डा. नरेंद्र कुमार ने बताया कि प्रारंभिक जांच में किसी भी श्रमवीर में चोट आदि की शिकायत नहीं पाई गई।

श्रमिकों का सघन स्वास्थ्य परीक्षण किया गया

इसके बाद उनका सघन स्वास्थ्य परीक्षण किया गया। किडनी फंक्शन, लिवर फंक्शन, ईसीजी, एबीजी, एक्सरे, ईको कार्डियोग्राफी आदि टेस्ट किए गए। इसमें भी सभी श्रमवीर स्वस्थ पाए गए। इसको देखते हुए 40 श्रमवीरों को घर जाने की अनुमति दे दी गई है। उत्तराखंड के चंपावत निवासी पुष्कर सिंह ऐरी को अभी छुट्टी नहीं दी गई है। उन्हें गुरुवार को बुखार आ गया। उनकी स्थिति सामान्य है।

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इन राज्यों के श्रमिक अस्पताल में हैं

डॉ नरेंद्र कुमार ने बताया कि उत्तर प्रदेश, बंगाल, बिहार, असम और हिमाचल प्रदेश के श्रमवीर अभी अस्पताल में ही हैं। इन राज्यों के नोडल अधिकारियों का इंतजार किया जा रहा है। उत्तराखंड के राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (सेनि) ने श्रमवीरों से एम्स ऋषिकेश में मुलाकात की और उनका हालचाल जाना। राज्यपाल ने कहा कि 17 दिन तक सुरंग के भीतर रहे इन श्रमवीरों ने समाज को बता दिया कि हिम्मत और साहस से विपरीत हालात से भी लड़ा जा सकता है।

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राज्यवार श्रमिक

उत्तराखंड, 2

उत्तर प्रदेश, 8

झारखंड, 15

ओडिशा, 5

बंगाल, 3

बिहार, 5

असम, 2

हिमाचल प्रदेश, 1