गंगा घाटी आए विदेशी मेहमान हुए हिदी के मुरीद
संवाद सहयोगी उत्तरकाशी सीमांत उत्तरकाशी जिले में जहां स्थानीय ग्रामीण अंग्रेजी सीखने को अधि
By JagranEdited By: Updated: Sat, 14 Sep 2019 06:35 AM (IST)
संवाद सहयोगी, उत्तरकाशी: सीमांत उत्तरकाशी जिले में जहां स्थानीय ग्रामीण अंग्रेजी सीखने को अधिक तवज्जो दे रहे हैं, वहीं विदेशी मेहमान पहाड़ों के बीच गंगा घाटी में आकर हिदी भाषा के मुरीद बनते जा रहे हैं। उन्हें हिदी भाषा इतनी आकर्षित कर रही है कि वह हिंदी में ही वेद, गीता व उपनिषदों का ज्ञान अर्जित कर रहे हैं।
जिला मुख्यालय से करीब पांच किमी दूर भटवाड़ी ब्लॉक स्थित योग विद्या गुरुकुलम आश्रम गणेशपुर आए विदेशी मेहमान न केवल हिदी सीख रहे हैं, बल्कि हिदी में ही धर्म ग्रंथों का ज्ञान भी अर्जित कर रहे हैं। इटली से आए सात-सदस्यीय दल में शामिल स्टेफानिया ने बताया कि वह इटली में योग शिक्षक हैं। एक माह पूर्व वह उत्तरकाशी पहुंचीं और यहां आकर हिदी की मुरीद हो गई। हिदी जानने के लिए वह वेद, उपनिषद व गीता का अध्ययन करने लगीं। हिदी और संस्कृत की जानकारी बेहद कम होने के कारण पहले उन्होंने हिदी सीखनी शुरू की और धीरे-धीरे उस पर मजबूत पकड़ बना ली। स्वामी आनंद सरस्वती उन्हें धर्मग्रंथों का पाठ पढ़ा रहे हैं। स्वामी आनंद सरस्वती ने बताया कि इटली से आए सातों सदस्य हिदी, संस्कृत और अंग्रेजी में उनसे धर्मग्रंथों का ज्ञान ले रहे थे। लेकिन, पिछले दिनों बाकी साथियों के वापस इटली लौटने के बाद अब सिर्फ स्टेफानिया ही यहां रह गई हैं। वह भी एक सप्ताह बाद अपने वतन लौट जाएंगी।
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