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गंगोत्री के कपाट शुभ मुहूर्त पर आठ नवंबर को होंगे बंद

गंगोत्रीधाम के कपाट 8 नवंबर को दोपहर 12.30 मिनट पर बंद होंगे। कपाट बंद होने के बाद देश-विदेश के श्रद्धालु मां गंगा के दर्शन उनके शीतकालीन प्रवास मुखीमठ में कर सकेंगे।

By Sunil NegiEdited By: Updated: Thu, 18 Oct 2018 08:37 PM (IST)
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गंगोत्री के कपाट शुभ मुहूर्त पर आठ नवंबर को होंगे बंद
उत्तरकाशी, [जेएनएन]: विश्व प्रसिद्ध गंगोत्रीधाम के कपाट बंद होने का शुभ मुहूर्त तय हो गया है। गंगोत्री धाम के कपाट 8 नवंबर को दोपहर 12.30 मिनट पर बंद होंगे। कपाट बंद होने के बाद देश-विदेश के श्रद्धालु मां गंगा के दर्शन उनके शीतकालीन प्रवास मुखीमठ (मुखवा) में कर सकेंगे। वहीं, यमुनोत्री मंदिर के कपाट नौ नंवबर को बंद होंगे। अभी कपाट बंद होने का शुभ मुहूर्त तय नहीं हुआ है।

गंगोत्री धाम के कपाट बंद करने का शुभ मुहूर्त 17 अक्टूबर बुधवार को नवरात्र के शुभ अवसर पर तीर्थ पुरोहितों ने निकाला। जिसके बाद मंदिर समिति के पदाधिकारियों ने कपाट बंद करने की शुभ तिथि और शुभ समय की औपचारिक घोषणा भी की। 

गंगोत्री मंदिर समिति के सचिव सुरेश सेमवाल ने बताया कि गंगोत्री धाम के कपाट अन्नकूट के अवसर पर बंद होते हैं। इस बार 8 नवंबर को सुबह 8.30 बजे मां गंगा के मुकुट को उतारा जाएगा। उसके बाद निर्वाण दर्शन होंगे। वेद मंत्रों के साथ मां की मूर्ति का महाभिषेक होता है। 

उसके बाद विधिवत हवन पूजा-अर्चना के साथ कपाट बंद कर दिए जाएंगे। कपाट बंद होने का शुभ मूर्हूत दोपहर 12.30 बजे तय किया गया है। विधिविधान से पूजा अर्चना के बाद गंगा की उत्सव डोली को मंदिर परिसर से बाहर निकाली जाएगी। जिसके बाद डोली मुखवा के लिए प्रस्थान करेगी। डोली रात्रि निवास चंडेश्वरी देवी मंदिर में निवास करेंगे। 9 नवंबर सुबह विधिविधान के साथ मंदिर से डोली मुखवा के लिए प्रस्थान करेगी।

केदारनाथ धाम के कपाट शीतकाल के लिए नौ नवंबर को होंगे बंद

विश्व प्रसिद्ध केदारनाथ धाम के कपाट भैयादूज पर्व पर नौ नवंबर को सुबह साढ़े आठ बजे शीतकाल के लिए बंद कर दिए जाएंगे। जबकि, द्वितीय केदार मध्यमेश्वर व तृतीय केदार तुंगनाथ धाम के कपाट बंद होने की तिथि 19 अक्टूबर को विजयदशमी पर्व पर तय की जाएगी। इसे लेकर श्री बदरी-केदार मंदिर समिति ने ऊखीमठ स्थित ओंकारेश्वर धाम में तैयारियां शुरू कर दी हैं। केदारनाथ में नौ नवंबर को सुबह चार बजे भगवान को भोग लगाने के साथ समाधि पूजा होगी और ठीक साढ़े आठ बजे मुख्य कपाट बंद होने के बाद बाबा की उत्सव डोली अपने शीतकालीन प्रवास ओंकारेश्वर मंदिर के लिए प्रस्थान करेगी। वहीं, वेदपाठी, ब्राह्मण व पुजारी पंचगद्दीस्थल ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ में पंचाग गणना के अनुसार 19 अक्टूबर को द्वितीय व तृतीय केदार के कपाट बंद करने की तिथि तय करेंगे। मंदिर समिति के कार्याधिकारी एनपी जमलोकी ने बताया कि इसके लिए मंदिर समिति के कर्मचारी तैयारियों में जुट गए हैं।

19 अक्टूबर को तय होगी बदरीनाथ धाम के कपाट बंद होने की तिथि

विश्व प्रसिद्ध बदरीनाथ धाम के कपाट बंद होने की तिथि 19 अक्टूबर को विजयादशमी के दिन घोषित की जाएगी। श्री बदरी-केदार मंदिर समिति के मीडिया प्रभारी डॉ. हरीश गौड़ ने श्रीनगर में पत्रकारों को यह जानकारी दी। डॉ. गौड़ ने बताया कि बदरीनाथ मंदिर परिसर में 19 अक्टूबर को सुबह 11 बजे पंचांग गणना के पश्चात कपाटबंदी की तिथि तय की जाएगी। इस दौरान कपाटबंदी से पूर्व होने वाली पंच पूजाओं के साथ ही कपाटबंदी के बाद बदरीनाथ धाम से आद्यगुरु शंकराचार्य की गद्दी के जोशीमठ पहुंचने और भगवान नारायण के बाल सखा उद्धवजी और देवताओं के खजांची कुबेरजी के पांडुकेश्वर आगमन के कार्यक्रम भी तय होगा।

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