Uttarakhand News: उत्तरकाशी के मनेरा में नाम की कार्रवाई, बदस्तूर है अवैध खनन
Uttarakhand News उत्तराखंड के उत्तरकाशी में गंगा नदी में अवैध खनन बदस्तूर जारी है। गुरुवार को राजस्व विभाग की टीम ने मनेरा क्षेत्र में कार्रवाई की लेकिन वह नाकाफी रही। खनन माफिया के आगे प्रशासन लाचार नजर आ रहा है। गंगोरी से लेकर मनेरा तक भागीरथी नदी में हर दिन सैकड़ों खच्चरों के जरिए अवैध खनन किया जा रहा है।
जागरण संवाददाता, उत्तरकाशी : Uttarakhand News: गंगा (भागीरथी) का मायका कहे जाने वाले उत्तरकाशी में गंगा को खनन माफिया ने छलनी कर दिया है। खनन माफिया बेखौफ होकर खनन करने में जुटा हुआ है। शुक्रवार की सुबह से लेकर शाम तक मनेरा क्षेत्र में बदस्तूर अवैध खनन जारी रहा। गत बृहस्पतिवार मनेरा बाइपास मार्ग पर राजस्व विभाग की टीम कार्रवाई करने के लिए पहुंची। परंतु राजस्व विभाग की टीम सड़क तक ही सीमित रही।
सड़क किनारे अवैध खनन के कुछ ढेर को जेसीबी के जरिये हटाया। इसका आंकलन राजस्व विभाग ने 438 टन के करीब किया। परंतु हैरानी की इस बात कि है कि लाखों रुपये के खनन सामग्री को न तो सीज किया गया और ना इसकी नीलामी की गई। खनन माफिया की ऊंची पहुंच के चलते राजस्व विभाग की टीम भी लाचार नजर आई। अधूरी कार्रवाई के ही राजस्व विभाग की टीम वापस लौटी।
भागीरथी नदी में धड़ल्ले से चल रहा अवैध खनन
उत्तरकाशी जिला मुख्यालय के गंगोरी से लेकर मनेरा के बीच भागीरथी नदी में अवैध खनन धड़ल्ले से चल रहा है। गंगोरी, तेखला, मांडो, तिलोथ और मनेरा में नदी से हर दिन 300 से अधिक खच्चरों के जरिये अवैध खनन किया जा रहा है। अवैध खनन को लेकर सीएम पोर्टल से लेकर पीएम पोर्टल तक शिकिायत करने के बाद भी उत्तरकाशी के ईको सेंसटिव जोन क्षेत्र में अवैध खनन नहीं थम रहा है।
दैनिक ने गंगा में हो रहे अवैध खनन को लेकर लेकर प्रमुखता से खबरें प्रकाशित की। खनन माफिया के आगे बेबस प्रशासन को कुछ अपनी जिम्मेदारियों का अहसास हुआ। बृहस्पतिवार की शाम को तहसीलदार सुरेश सेमवाल के नेतृत्व में राजस्व टीम मनेरा पहुंची। मनेरा बाइपास मार्ग के किनारे अवैध खनन के भंडारण को जेसीबी के जरिये हटाने का कुछ प्रयास किया।
सूत्रों के अनुसार राजस्व विभाग की टीम को एक माननीय जनप्रतिधि ने फोन किया। जिसके बाद टीम को बैरंग लौटना पड़ा। जबकि मनेरा में भागीरथी के किनारे राजस्व व सिंचाई विभाग की भूमि पर हजारों मीट्रिक टन अवैध खनन का भंडारण किया हुआ है। इस पर कोई भी कार्रवाई नहीं की गई।
शुक्रवार की सुबह से लेकर शाम तक ट्रकों के जरिये अवैध खनन की सप्लाई होती रही। साथ ही नदी के बीच से खच्चरों के जरिये भी अवैध खनन चलता रहा।
माफिया के आगे लाचार है सिस्टम
तहसीलदार सुरेश सेमवाल ने कहा कि मनेरा में सड़क किनारे अवैध खनन के भंडारण को हटाया गया। समय की कमी होने के कारण उन्हें बृहस्पतिवार को लौटना पड़ा। फिर से मनेरा में छापा मारकर कार्रवाई की जाएगी। सुरेश सेमवाल ने कहा कि उत्तरकाशी में सीमित संसाधनों के चलते अवैध खनन को रोकना चुनौतीपूर्ण है।
उन्होंने टास्क फोर्स गठित करने का प्रस्ताव उच्च अधिकारियों को दिया है। गंगोरी, तेखला, उजेली, मांडो, तिलोथ और मनेरा में एक जैसी स्थिति है। जब तक टीम एक जगह जाती तो दूसरी जगह खच्चर खनन के लिए पहुंच जाते हैं और सड़क किनारे अवैध भंडारण कर रहे हैं। यह एक बड़ी समस्या है।