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खराब मौसम ट्रैकर्स की राह में बन रहा बाधा, फिर भी हौसला बरकरार

इन दिनों हो रही बारिश ट्रैकर्स की राह में बाधा बन रही है। इसके बावजूद ट्रैकर्स का हौसला बरकरार है।

By Edited By: Updated: Wed, 26 Sep 2018 08:42 PM (IST)
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खराब मौसम ट्रैकर्स की राह में बन रहा बाधा, फिर भी हौसला बरकरार
उत्तरकाशी, [जेएनएन]: सीमांत गंगा-यमुना घाटी में इन दिनों बेमौसम बारिश हो रही है। इससे न केवल राष्ट्रीय राजमार्ग समेत ब्रांच रूटों पर यातायात व्यवस्था चरमरा रही है, बल्कि ट्रैकिंग रूट भी अव्यवस्थित हो गए हैं। इन हालात में भी ओडिशा से आया टाटा ग्रुप का दस-सदस्यीय दल डोडीताल और दरबा टॉप की ट्रैकिंग से लौट आया है। 

इस ट्रैकिंग में दल का साथ पर्वतारोही विजया पंत तुली ने निभाया। इस दौरान ट्रैकरों ने ट्रैक रूट पर साफ-सफाई कर प्रकृति की सुंदरता का भी आनंद लिया। पर्वतारोही विजया पंत तुली ने बताया टाटा स्पॉन्स एंड आयरन लिमिटेड जोडा (भुवनेश्वर) से दस-सदस्यीय दल डोडीताल ट्रैक पर जाने के लिए 14 सितंबर को उत्तरकाशी पहुंचा था। 

15 सितंबर को उन्होंने अपने पति प्रवीन तुली के साथ दल के सभी सदस्यों को उत्तरकाशी के आसपास के क्षेत्र सहित निम (नेहरू पर्वतारोहण संस्थान) का भ्रमण कराया। साथ ही उन्हें योग और ध्यान का अभ्यास भी कराया गया। 

16 सितंबर को दल जिला मुख्यालय से डोडीताल के लिए रवाना हुआ। मुख्यालय से करीब 15 किमी दूर भटवाड़ी ब्लॉक के संगमचट्टी तक दल के सदस्य वाहन से पहुंचे। यहां से करीब आठ किमी की चढ़ाई तय कर दल ने रात्रि विश्राम अगोड़ा गांव में किया। 

17 सितंबर को यहां से दल डोडीताल के लिए रवाना हुआ। अगोड़ा से करीब नौ किमी की चढ़ाई के बाद मांझी गांव में दल ने रात्रि विश्राम किया। यहां छानियों में रह रहे लोगों को दल के सदस्यों ने दवाइयां वितरित की। 18 सितंबर को दल के सदस्य करीब 11500 फीट की ऊंचाई पर स्थित डोडीताल पहुंचे। 

यहां उन्होंने ताल के अलावा चारों ओर बिखरे नैसर्गिक सौंदर्य का लुत्फ उठाया। 19 सितंबर को दल के सदस्य डोडीताल से करीब चार किमी की चढ़ाई चढ़कर दरबा टॉप पहुंचे और फिर इसी दिन शाम को रात्रि विश्राम के लिए डोडीताल लौट आए। 20 सितंबर को वह अगोड़ा और 21 सितंबर को जिला मुख्यालय उत्तरकाशी पहुंचे। 

दल के सदस्यों में टीम लीटर स्वदेश सारंगी, अभिषेकम, अरुण पांडेय, दलीप कुमार दास, संभित पात्रा, अमित दास, मनीषा मिश्रा, मेघना राठौर, निधि जोशी, राजेश और निब्रीदास शामिल थे। बताया कि अक्टूबर अंतिम सप्ताह में टाटा ग्रुप के अधिकारियों के साथ दोबारा डोडीताल की ट्रैकिंग की जाएगी। 

पर्वतारोही विजया तुली के अनुसार डोडीताल ट्रैक मार्ग वर्तमान में बेहद बदहाल है। चारों तरफ उगी झाड़ियां और टूटे रास्ते पर ट्रैकर जान-जोखिम में डालकर आवाजाही करने को मजबूर हैं।

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