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बारिश-बर्फबारी से Sahastratal में फंसा कर्नाटक के 22 लोगों का ट्रेकिंग दल...नौ की मौत-10 को किया एयरलिफ्ट, वायु सेना की ली जा रही मदद

Trekking Team Stuck in Sahastratal कर्नाटक ट्रेकिंग एसोसिएशन का 22 सदस्सीय ट्रेकिंग दल उत्तरकाशी के सिल्ला गांव से 29 मई को सहस्त्रताल के लिए रवाना हुआ। भटवाड़ी मल्ला-सिल्ला-कुशकल्याण-सहस्त्रताल की ट्रेकिंग पर गए नौ ट्रेकरों मृत्यु होने की सूचना है। 13 ट्रेकर गंभीर रूप से बीमार हैं। वन विभाग के दस सदस्यों की रेकी व रेस्क्यू टीम सिल्ला गांव से सहस्त्रताल के लिए निकल चुकी है।

By Shailendra prasad Edited By: Nirmala Bohra Updated: Wed, 05 Jun 2024 03:54 PM (IST)
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Trekking Team Stuck in Sahastratal: 13 ट्रेकर गंभीर रूप से बीमार
जागरण संवाददाता, उत्तरकाशी : Trekking Team Stuck in Sahastratal: भटवाड़ी मल्ला-सिल्ला-कुशकल्याण-सहस्त्रताल की ट्रेकिंग पर गए नौ ट्रेकरों मृत्यु होने की सूचना है। जबकि 13 ट्रेकर गंभीर रूप से बीमार हैं। पांच शवों को निकाला जा चुका है। 

सहस्त्रताल रेस्क्यू अभियान युद्धस्तर पर जारी है। ट्रेकिंग दल के एक सदस्य ने मंगलवार की शाम को यह जानकारी जिला आपदा प्रबंधन उत्तरकाशी तक पहुंचाई है। जिसके बाद जिला प्रशासन सक्रिय हो गया है। इस ट्रेकिंग दल ने पर्यटन और वन विभाग से 29 मई से 7 जून तक की अनुमति ली थी।

वायु सेना की भी ली जा रही मदद

सहस्त्रताल की ट्रैकिंग रुट पर फंसे ट्रेकर्स को रेस्क्यू करने के लिए एसडीआरएफ व वन विभाग के रेस्क्यू दल अलग-अलग दिशाओं से घटना स्थल के लिए रवाना हुई। वन विभाग के दस सदस्यों की रेकी व रेस्क्यू टीम सिल्ला गांव से सहस्त्रताल के लिए निकली।

फंसे ट्रेकर्स को निकालने के लिए वायु सेना के द्वारा भी सर्च एवं रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कर किया गया। जिला प्रशासन के अनुरोध पर वायु सेना के दो चेतक हेलीकॉप्टर अभियान में लगाए गए हैं।

मृतक के नाम

  1. सुजाता पत्नी विनायक, बेंगलुरु, उम्र 52 साल
  2. पद्मिनी हेगड़े पुत्री शैलजा हेगड़े, उम्र 35 साल
  3. चित्रा पत्नी प्रवीण, उम्र 48 साल
  4. सिंधु, उम्र 45 साल
  5. वेकटेश प्रसाद नागराम, उम्र 52 साल
  6. अनीता पत्नी रंगप्पा, उम्र 61 साल
  7. आशा सुधाकर पत्नी सुधाकर, उम्र 72 साल 
  8. पद्मनाभन केपी पुत्र नामालूम, उम्र 50 साल
  9. विनायक

रेस्‍क्‍यू किए गए ट्रेकर्स

ट्रैकर्स जिन्हें रेस्क्यू कर देहरादून भेजा गया 

  • सौम्या कनाले
  • स्मृति डोलस
  • शीना लक्ष्मी
  • एस शिवा ज्योति
  • अनिल जमतीगे अरुणाचल भट्ट
  • भारत बोम्मना गौडर
  • मधु किरण रेड्डी
  • जयप्रकाश बी एस

    रेस्क्यू किये गए ट्रैकर्स जो अभी नटीण-भटवाड़ी में रुके हैं

    1. एस सुधाकर

    2. विनय एम के

    3. विवेक श्रीधर

    सिल्ला गांव के रास्ते वापस लौट रहे ट्रैकर्स-

    1. नवीन ए

    2. रितिका जिंदल

    ट्रैकर्स जिनके शव नटीन हेलीपैड पर लाये गए हैं
  • सिंधु वाकेलाम
  • आशा सुधाकर
  • सुजाता मुंगुरवाडी
  • विनायक मुंगुरवाडी
  • चित्रा प्रणीत

    एसडीआएफ का दल भी रवाना

    जिला मुख्यालय उत्तरकाशी से एसडीआएफ का दल भी बुधवार तड़के टिहरी जिले के बूढ़ाकेदार की ओर से रेस्क्यू की कार्रवाई शुरू करने के लिए रवाना हो चुका है। इस रेस्क्यू अभियान के समन्वय में जुटे पुलिस अधीक्षक अर्पण यदुवंशी ने बताया कि एसडीआरएफ की माउंटेनियरिंग टीम भी देहरादून से हेलीकॉप्टर से एरियल रैकी के रवाना होने वाली है।

    उत्तरकाशी के जिलाधिकारी डॉ मेहरबान सिंह बिष्ट ने बताया कि जिला अस्पताल उत्तरकाशी और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र भटवाड़ी को अलर्ट पर रखा गया है। आइटीबीपी मातली से भी 14 रेस्क्यूअर्स और एक चिकित्सक को भी घटनास्थल के लिए रवाना किया गया है। एनआइएम से भी बैकअप टीम रवाना की जा रही है।

    रेस्क्यू अभियान को लेकर जिले का आपदा कंट्रोल रूम मंगलवार देर शाम से ही निरंतर सक्रिय है। कंट्रोल रूम को मिली जानकारी के अनुसार टिहरी जिला प्रशासन की ओर से भी हैली रेस्क्यू के लिए अरदंगी हैलीपेड को अलर्ट मोड पर रखा गया है। जहां पर एम्बुलेंस टीम, लोनिवि व पुलिस की टीम तैनात की गई है। खोज बचाव हेतु जनपद टिहरी से भी वन विभाग, एसडीआरएफ पुलिस व स्थानीय लोगों की टीम रवाना की जा रही है, जो कि घनसाली के पिंस्वाड से पैदल रवाना होंगी।

    22 सदस्सीय ट्रेकिंग दल

    प्राप्त जानकारी के अनुसार कर्नाटक ट्रेकिंग एसोसिएशन का 22 सदस्सीय ट्रेकिंग दल उत्तरकाशी के सिल्ला गांव से 29 मई को सहस्त्रताल के लिए रवाना हुआ। इस दल में 18 ट्रेकर बैंगलोर कर्नाटक और एक ट्रेकर पुणे महाराष्ट्र का शामिल हुआ है। इस दल के साथ तीन गाइड भी शामिल हैं। जो उत्तरकाशी के निवासी है।

    बेस कैंप से सहस्त्रताल समिट के लिए यह दल 3 जून को चला। समिट करने के बाद इस दल को बेस कैंप लौटना था। परंतु सहस्त्रताल क्षेत्र में वर्षा, बर्फबारी होने के कारण यह ट्रेकिंग दल बीच में ही फंस गया। साथ ही घना कोहरा छाने के कारण इस ट्रेकिंग दल का वापस बेस कैंप लौटने का रास्ता भटक गया। दल के सदस्य भी आपस में बिछुड़ गए।जिस कारण पूरे दल को वर्षा और बर्फबारी के बीच पत्थरों की आड़ में रात काटनी पड़ी। बीमार और ठंड लगने से नौ ट्रेकरों की मृत्यु हुई।

    इसकी जानकारी दल के गाइड व अन्य सदस्यों को मंगलवार की सुबह ही प्राप्त हुई। मंगलवार की दोपहर को ट्रेकिंग दल के सात सदस्य किसी तरह से बेस कैंप लौटे। जबकि 11 सदस्य अभी भी सहस्त्रताल के कोखली टॉप क्षेत्र में बीमार अवस्था में फंसे हुए हैं। इनके अलावा दो अन्य सदस्यों की स्थिति भी गंभीर है। इनको निकालने के लिए ट्रेकिंग दल के गाइड ने जिला प्रशासन उत्तरकाशी और जिला आपदा प्रबंधन उत्तरकाशी से हेली रेस्क्यू की मांग की है। जिससे इन ट्रेकरों की जान बच सके।

    उत्तरकाशी के जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी देवेंद्र पटवाल ने कहा कि उत्तरकाशी-टिहरी जनपद की सीमा से लगे मल्ला-सिल्ला-कुशकल्याण-सहस्त्रताल ट्रेक पर 22 सदस्य दल ट्रेकिंग के लिए गया था। इनमें नौ सदस्यों की मौत की सूचना है। 

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