गंगोत्री राजमार्ग पर खतरे में रोड प्रोटक्शन गैलरी का निर्माण, हुआ भारी भूस्खलन; तस्वीरें
उत्तराखंड में इनदिनों मौसम के तेवर कुछ तल्ख बने हुए हैं। बारिश के चलते यहां जगह-जगह भूस्खलन और यातायात बाधित होने की घटनाएं सामने आ रही है। आज गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर चुंगी-बड़ेथी के पास बने भूस्खलन जोन पर भागीरथी नदी की साइड भारी भूस्खलन हुआ है।
By Raksha PanthriEdited By: Updated: Tue, 03 Aug 2021 04:04 PM (IST)
जागरण संवाददाता, उत्तरकाशी। गंगोत्री राजमार्ग पर चुंगी बड़ेथी के पास भूस्खलन जोन में सुरक्षित आवाजाही के लिए रोड प्रोटक्शन गैलरी का निर्माण खतरे में पड़ गया है। मंगलवार दोपहर निर्माणाधीन रोड प्रोटक्शन गैलरी की नदी की साइड वाली बुनियाद के पास भारी भूस्खलन हुआ। इसके बाद रोड प्रोटक्शन गैलरी से यातायात को रोककर उसे मनेरा बाईपास मार्ग से संचालित किया जा रहा है।
जिला मुख्यालय उत्तरकाशी से दो किमी दूर चुंगी बड़ेथी में वर्ष 2010 से भूस्खलन जोन बना हुआ है। बरसात के दौरान यहां अक्सर यातायात बाधित रहता है। वर्ष 2017 में राष्ट्रीय राजमार्ग एवं अवसंरचना विकास निगम लिमिटेड (एनएचआइडीसीएल) ने इस भूस्खलन जोन का ट्रीटमेंट कार्य शुरू किया। लेकिन, लगभग 29 करोड़ रुपये खर्च करने के बाद भी कामयाबी नहीं मिल पाई। फिर 28 करोड़ की लागत से 310 मीटर लंबी, दस मीटर चौड़ी और 11 मीटर ऊंची रोड प्रोटक्शन गैलरी का निर्माण बीते वर्ष दिसंबर से शुरू हुआ।
इसे लेकर मुख्य कांट्रेक्टर कंपनी और पेटी कांट्रेक्टर के बीच विवाद भी हुआ। नतीजा, करीब डेढ़ माह तक निर्माण कार्य पूरी तरह बंद रहा। बीते माह निर्माण फिर शुरू हुआ, लेकिन मंगलवार दोपहर रोड प्रोटक्शन गैलरी की साइड फाउंडेशन के पास भारी भूस्खलन हुआ। खतरे को देखते हुए गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर यातायात रोक दिया गया है।
भूस्खलन की सूचना पर उपजिलाधिकारी देवेंद्र सिंह नेगी व जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी देवेंद्र पटवाल के अलावा एनएचआइडीसीएल के कर्मचारी भी मौके पर पहुंचे। भूस्खलन इतना अधिक था कि कुछ देर के लिए भागीरथी नदी का प्रवाह भी प्रभावित हुआ। भूस्खलन जोन में अभी भी रुक-रुककर भूस्खलन हो रहा है, जो कभी भी बड़ा खतरा बन सकता है।
- ले. कर्नल दीपक पाटिल (परियोजना प्रबंधक, एनएचआइडीसीएल) का कहना है कि भूस्खलन से जो हिस्सा गिरा, वह कच्चा पहाड़ था। रोड प्रोटक्शन गैलरी का ढांचा पूरी तरह सुरक्षित है। उम्मीद है कि गैलरी की फाउंडेशन को किसी तरह का नुकसान नहीं हुआ होगा। भूस्खलन वाले स्थान पर सुरक्षा दीवार लगाई जाएगी। फिलहाल सुरक्षा की दृष्टि से यातायात को रोका गया है।- देवेंद्र पटवाल (जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी, उत्तरकाशी) का कहना है कि भूविज्ञानियों से जल्द भूस्खलन जोन का सर्वे कराया जाएगा। ताकि भूस्खलन की सही स्थिति का पता चल सके। फिलहाल यातायात को मनेरा बाईपास से संचालित किया जा रहा है।
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