Uttarakhand News: उत्तरकाशी में मस्जिद को लेकर बवाल, पुलिस का लाठी चार्ज, भीड़ ने किया पथराव
उत्तरकाशी में एक मस्जिद को हटाने की मांग को लेकर हिंदू संगठनों ने बाजार बंद का आह्वान किया है। हिंदू संगठनों की ओर से निकाले गए जुलूस को नियंत्रित करने के लिए पुलिस के लाठीचार्ज करने पर लोग उग्र हो गए। भीड़ में शामिल कुछ लोगों ने मुस्लिम समुदाय की बंद दुकानों में तोड़फोड़ की। पुलिस कर्मियों समेत 27 लोग घायल हुए।
जागरण संवाददाता, उत्तरकाशी। जिला मुख्यालय उत्तरकाशी में मस्जिद हटाने की मांग को लेकर जमकर बवाल हुआ। हिंदू संगठनों की ओर से निकाले गए जुलूस को नियंत्रित करने के लिए पुलिस के लाठीचार्ज करने पर लोग उग्र हो गए। प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर पत्थरबाजी कर दी। हालात काबू करने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले दागे। इस पर भी भीड़ शांत नहीं हुई और पुलिसकर्मियों को जान बचाने के लिए भागना पड़ा।
इसके बाद भीड़ ने बैरिकेडिंग तोड़कर कलेक्ट्रेट की ओर कूच किया। वहां भी खूब हंगामा हुआ। भीड़ में शामिल कुछ लोगों ने मुस्लिम समुदाय की बंद दुकानों में तोड़फोड़ की। करीब चार मिनट तक हुई पत्थरबाजी में सात पुलिस कर्मियों समेत 27 लोग घायल हुए। इनमें दो महिलाएं और हिंदू नेता स्वामी दर्शन भारती भी शामिल हैं। एक गंभीर घायल को देहरादून रेफर किया गया है।
गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग ढाई घंटे तक बंद
इस घटना के चलते गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग ढाई घंटे तक बंद रहा और यात्रियों को वैकल्पिक मार्गों से निकाला गया। इस बीच हिंदू संगठनों के आह्वान पर उत्तरकाशी, भटवाड़ी और डुंडा बाजार पूरी तरह बंद रहा।संयुक्त सनातन धर्म रक्षक संघ उत्तरकाशी दो माह से मस्जिद हटाने को लेकर आंदोलित है। इस कड़ी में संघ ने 24 अक्टूबर को उत्तरकाशी में जुलूस और प्रदर्शन की चेतावनी दी थी।आंदोलन को उत्तरकाशी, भटवाड़ी और डुंडा के व्यापारियों ने भी समर्थन दिया। जुलूस के लिए गुरुवार को सुबह 10 बजे ही हनुमान चौक पर संघ और हिंदू संगठनों से जुड़े लोग बड़ी संख्या में एकत्र हो गए। यहां सभा के बाद दोपहर करीब 12 बजे जुलूस शुरू हुआ, जो कालीकमली धर्मशाला व बस अड्डा होते हुए गंगोत्री राजमार्ग पर विश्वनाथ तिराहे पहुंचा।इसे भी पढ़ें-उत्तराखंड में मुफ्त रसोई गैस योजना 2027 तक बढ़ी, धामी मंत्रिमंडल की बैठक में प्रस्ताव को स्वीकृति
इसे भी पढ़ें-कांग्रेस की विरासत पर भाजपा-सपा में ठनी, लड़ाई में बसपा भी शामिलयहां जुलूस को मस्जिद और कलेक्ट्रेट की ओर जाने से रोकने के लिए पुलिस ने बैरिकेडिंग लगा दी। इसको लेकर करीब ढाई घंटे तक पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच नोकझोंक होती रही। माहौल तब बिगड़ा, जब दोपहर करीब साढ़े तीन बजे जुलूस में शामिल एक वाहन से किसी ने पुलिस की ओर पानी की बोतल फेंकी। इस पर पुलिस ने लाठी चार्ज कर किया। जवाब में प्रदर्शनकारी भी पत्थर फेंकने लगे।
पुलिसकर्मियों को बचने के लिए भटवाड़ी रोड की ओर भागना पड़ा। इसके बाद भीड़ ने बैरिकेडिंग तोड़ दी और कलेक्ट्रेट पहुंचकर पुलिस-प्रशासन के विरुद्ध नारेबाजी की। कुछ देर बाद भीड़ बाजार की ओर बढ़ गई। वहां कुछ लोगों ने मुस्लिम समुदाय की दुकानों के शटर पर पत्थर फेंके और भैरव चौक के पास एक दुकान का शटर तोड़ डाला। हनुमान चौक पर फल-सब्जी की दुकानों में तोड़फोड़ कर फल-सब्जी सड़क पर फेंक दिए। शाम को करीब साढ़े पांच बजे उपद्रव थमा।
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ऐसे उपजा विवाददरअसल उत्तरकाशी में पिछले कई दिनों से संयुक्त सनातन धर्म रक्षक संघ उत्तरकाशी आंदोलित है। इस संगठन ने आरटीआई के तहत जिला प्रशासन से मस्जिद को लेकर सूचना मांगी। जिसमें जिला प्रशासन की ओर से आधा अधूरी सूचना दी गई।इस संबंध में जिला प्रशासन की ओर से न तो जिम्मेदार अधिकारी के विरुद्ध कोई कार्रवाई की गई और न आरटीआइ की रिपोर्ट को संशोधित कर भेजा गया। संयुक्त सनातन धर्म रक्षक संघ की ओर से इस मामले में 24 अक्टूबर को उत्तरकाशी में हिंदू महा जनाक्रोश रैली की चेतावनी दी।
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