Uttarakhand Bus Accident: गंगोत्री हाईवे पर हादसों का डरावना इतिहास, चौंका देंगे बीते 28 साल के आंकड़े
उत्तरकाशी में सड़क हादसों को पुराना इतिहास रहा है। रविवार को हुआ हादसा इस वर्ष का सबसे बड़ा हादसा है। जिस स्थान पर बस दुर्घटनाग्रस्त हुई है उस स्थान पर 13 वर्ष पहले कांवड़ यात्रियों का एक ट्रक दुर्घटनाग्रस्त हुआ था जिसमें 27 कांवड़ यात्रियों की मौत हुई थी। जनपद में अधिकांश दुर्घटनाएं चारधाम यात्रा के समय घटित हुई है जिनमें अधिकांश तीर्थयात्रियों की मौत हुई है।
By Shailendra prasadEdited By: Shivam YadavUpdated: Sun, 20 Aug 2023 09:46 PM (IST)
उत्तरकाशी [शैलेंद्र गोदियाल]। सीमांत जनपद उत्तरकाशी में सड़क हादसों को पुराना इतिहास रहा है। रविवार को हुआ हादसा इस वर्ष का सबसे बड़ा हादसा है। गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर जिस स्थान पर बस दुर्घटनाग्रस्त हुई है, उस स्थान पर 13 वर्ष पहले 1 अगस्त 2010 को कांवड़ यात्रियों का एक ट्रक दुर्घटनाग्रस्त हुआ था, जिसमें 27 कांवड़ यात्रियों की मौत हुई थी। जनपद में अधिकांश दुर्घटनाएं चारधाम यात्रा के समय घटित हुई है, जिनमें अधिकांश तीर्थयात्रियों की मौत हुई है।
उत्तरकाशी जनपद में सबसे अधिक दुर्घटनाएं गंगोत्री हाईवे पर हुई हैं। वर्ष 2019 में जनपद उत्तरकाशी में कुल 23 सड़क दुर्घटनाएं हुई, जिनमें 18 व्यक्तियों की जान गई, जबकि 43 घायल हुए है। 2020 में तीन सड़क दुर्घटनाओं में 13 व्यक्तियों की मौत हुई है। वर्ष 2021 में सड़क दुर्घटनाओं पर कुछ अंकुश लगा। 2022 में सड़क दुर्घटनाओं में 30 तीर्थयात्रियों सहित 45 की जान गई। इस बार पीक सीजन में चारधाम यात्रा सकुशल चली। परंतु रविवार को इस वर्ष की सबसे बड़ी दुर्घटना घटित हुई। यह दुर्घटना बेहद ही डरावनी रही।
उत्तरकाशी जनपद में हुई बड़ी दुर्घटनाएं
- 20 सिंतबर 1995 को बस भागीरथी में गिरने से 70 व्यक्तियों की मौत (गंगोत्री हाईवे)
- 9 जुलाई 2006 को नालूपानी के पास बस गिरने से 22 व्यक्तियों की मौत (गंगोत्री हाईवे)
- 3 जुलाई 2008 को नाकुरी के पास बस गिरने से 13 व्यक्तियों की मौत (गंगोत्री हाईवे)
- 21 जुलाई 2008 को सुक्कीटॉप के पास बस गिरने से 14 व्यक्तियों की मौत (गंगोत्री हाईवे)
- 4 जुलाई 2009 को भटवाड़ी गंगनानी के बीच में बस भागीरथी में गिरने से 40 व्यक्तियों की मौत (गंगोत्री हाईवे)
- 10 जुलाई 2009 को नालूपानी में टैक्सी गिरने से 12 व्यक्तियों की मौत (गंगोत्री हाईवे)
- 1 अगस्त 2010 को गंगनानी के पास ट्रक गिरने से 27 कांवड़ यात्रियों की मौत (गंगोत्री हाईवे)
- 16 जुलाई 2012 को संगलाई के पास मैक्स खाई में गिरने से पांच ग्रामीणों की मौत (गंगोत्री हाईवे)
- 29 जुलाई 2013 को मोरी के पांव तल्ला के पास बस गिरने से 13 व्यक्तियों की मौत, 20 घायल (मोरी नैटवाड़ सम्पर्क मार्ग)
- 23 मई 2017 को नालूपानी के पास बस गिरने से 27 तीर्थयात्रियों की मौत (गंगोत्री हाईवे)
- 4 जून 2017 को भटवाड़ी हेल्गुगाड़ के पास टैक्सी गिरने से 12 व्यक्तियों की मौत (गंगोत्री हाईवे)
- 3 सितंबर 2018 को भटवाडी संगलाई के पास टेम्पो ट्रेवल गिरने से 14 तीर्थयात्रियों की मौत (गंगोत्री हाईवे)
- 5 अक्टूबर 2018 को भटवाड़ी सुनगर के पास हुए हुए टैम्पो ट्रैवलर में 10 तीर्थयात्रियों की मौत (गंगोत्री हाईवे)
- 18 नवंबर 2018 को डामटा के निकट किमथात के पास बस दुर्घटना, 14 व्यक्तियों की मौत, 14 घायल (हर्बटपुर-यमुनोत्री हाईवे)
- 5 जून 2022 को डामटा के निकट बस दुर्घटना 25 तीर्थयात्रियों की मौत 5 घायल (हर्बटपुर-यमुनोत्री हाईवे)
- 19 नवंबर 2022 कल्याणी के पास कार दुर्घटना में पांच की मौत, एक घायल ( यमुनोत्री हाईवे)
- 20 अगस्त 2023 गंगनानी के पास बस दुर्घटना में सात की मौत 28 घायल (गंगोत्री हाईवे)
यह भी पढ़ें:- Uttarakhand Bus Accident: तेज रफ्तार ही बनी हादसे की मुख्य वजह, 18 फीट चौड़ी सड़क के बावजूद बेकाबू हो गई थी बस