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Uttarkashi Tunnel Rescue: बीएसएनएल ने सुरंग में दी दूरसंचार की व्यवस्था, कोल इंडिया की टीम भी हुई रेस्‍क्‍यू में शाम‍िल

सुरंग में फंसे श्रमिकों को सकुशल बाहर निकालने के अभियान के बीच सुविधाएं देने का भी निरंतर प्रयास किया जा रहा है। बीएसएसएनएल ने सुरंग में दूरसंचार की व्यवस्था कर दी है। अब श्रमिकों के स्वजन को उनसे बात करने के लिए सुरंग के कैविटी वाले क्षेत्र में नहीं जाना पड़ेगा। स्वजन का कैविटी क्षेत्र में जाना जोखिम भरा था और इससे बचाव अभियान भी प्रभावित हो रहा था।

By Shailendra prasadEdited By: Vinay SaxenaUpdated: Sun, 26 Nov 2023 10:48 PM (IST)
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सिलक्यारा सुरंग के पास खोज-बचाव टीम आवाजाही करती।- जागरण

जागरण संवाददाता, उत्तरकाशी। Uttarkashi Tunnel Rescue: सिलक्यारा सुरंग में फंसे श्रमिकों को सकुशल बाहर निकालने के अभियान के बीच सुविधाएं देने का भी निरंतर प्रयास किया जा रहा है। बीएसएसएनएल ने सुरंग में दूरसंचार की व्यवस्था कर दी है। अब श्रमिकों के स्वजन को उनसे बात करने के लिए सुरंग के कैविटी वाले क्षेत्र में नहीं जाना पड़ेगा। स्वजन का कैविटी क्षेत्र में जाना जोखिम भरा था और इससे बचाव अभियान भी प्रभावित हो रहा था।

अब दूरसंचार का तार सुरंग के 80 मीटर चेनेज से पहले आ चुका है। इससे सुरंग में फंसे श्रमिक भी कैविटी वाले स्थान से दूर से बात कर सकते हैं।

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कोल इंडिया की टीम भी हुई रेस्‍क्‍यू में शाम‍िल

उत्तरकाशी: सिलक्यारा सुरंग में फंसे श्रमिकों को सकुशल निकालने में 25 से अधिक एजेंसियां काम कर रही हैं। इसी खोज बचाओ अभियान में अब नागपुर से आई कोल इंडिया लिमिटेड की चार सदस्सीय टीम सिलक्यारा पहुंची है। यह टीम वर्टिकल ड्रिलिंग के बाद श्रमिकों को बाहर निकलने वाले कैप्सूल का डिजाइन तैयार कर रही है। इस टीम में चार विशेषज्ञ आए हैं। कोल इंडिया के विशेषज्ञों के अनुसार वर्टिकल ड्रिलिंग के बाद स्टील के मजबूत कैप्सूल के अंदर खड़े होकर श्रमिकों को बाहर निकाला जाएगा।

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