Uttarkashi Tunnel Rescue: सिलक्यारा से मशीनों को वापस ले जाना चुनौती, राजमार्गों का हाल-बेहाल; जानिए आगे क्या होगा?
Uttarkashi Tunnel Rescue सिलक्यारा सुरंग में 12 नवंबर को हुई भूस्खलन की घटना के बाद फंसे 41 श्रमिकों को बचाने के लिए अत्याधुनिक तकनीक का इस्तेमाल किया गया। यमुनोत्री और गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग की संकरी व जर्जर सड़क और तीव्र मोड़ों ने कई बार बाधा खड़ी की। मशीनों को ला रहे भारी वाहनों के कारण कई बार जाम भी लगा। जैसे-तैसे मशीनों को सिलक्यारा तक पहुंचाया जा सका।
By Jagran NewsEdited By: Swati SinghUpdated: Fri, 01 Dec 2023 11:20 AM (IST)
जागरण संवाददाता, उत्तरकाशी। सिलक्यारा सुरंग में 12 नवंबर को हुई भूस्खलन की घटना के बाद फंसे 41 श्रमिकों को बचाने के लिए अत्याधुनिक तकनीक का इस्तेमाल किया गया। बचाव अभियान में जुटी एजेंसियों ने श्रमिकों तक पहुंचने का रास्ता तैयार के लिए देश के विभिन्न स्थानों से मशीनें मंगवाईं। पहाड़ के सर्पीले रास्तों पर इन भारी-भरकम मशीनों के परिवहन में बड़ी जद्दोजहद करनी पड़ी।
यमुनोत्री और गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग की संकरी व जर्जर सड़क और तीव्र मोड़ों ने कई बार बाधा खड़ी की। मशीनों को ला रहे भारी वाहनों के कारण कई बार जाम भी लगा। जैसे-तैसे मशीनों को सिलक्यारा तक पहुंचाया जा सका। अब बचाव अभियान संपन्न हो चुका है तो इन मशीनों को वापस ले जाने की चुनौती है। इससे संबंधित एजेंसियों के अधिकारियों भी चिंता में हैं। सिलक्यारा सुरंग में हुए हादसे के बाद देश के प्रमुख संस्थानों के साथ राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय विशेषज्ञ बचाव अभियान में जुटे थे।