पर्यावरण प्रहरी बन विकास को गति दे रहा भारत-चीन सीमा पर बसा गांव, युवाओं ने छेड़ा विशेष अभियान
भारत-चीन सीमा के निकट उत्तरकाशी जिले का झाला गांव में युवाओं ने स्वच्छता अभियान चलाया हुआ है। झाला गांव पर्यावरण प्रहरी बनकर सतत विकास को भी गति दे रहा है। स्वच्छता अभियान के तहत वह गांव के सभी 140 घरों और बाजार से कचरा एकत्र कर संग्रहण केंद्र पहुंचाते हैं। इस दौरान प्लास्टिक युक्त अजैविक कचरे पर विशेष ध्यान दिया जाता है।
शैलेंद्र गोदियाल, उत्तरकाशी। चीन सीमा के निकट वाइब्रेंट विलेज में शामिल उत्तरकाशी जिले का झाला गांव पर्यावरण प्रहरी बनकर सतत विकास को भी गति दे रहा है। दरकते पहाड़ों की पारिस्थितिकी संरक्षित करने के लिए यहां युवा प्रतिदिन दो घंटे स्वच्छता अभियान चलाते हैं। इसके तहत वह गांव के सभी 140 घरों और बाजार से कचरा एकत्र कर संग्रहण केंद्र पहुंचाते हैं। इस दौरान प्लास्टिक युक्त अजैविक कचरे पर विशेष ध्यान दिया जाता है।
विकास और सुविधाओं के साथ ग्रामीणों का दैनिक स्वच्छता मंत्र अन्य के लिए भी प्रेरणा बन रहा है। भागीरथी नदी के किनारे स्थित झाला गांव जिला मुख्यालय उत्तरकाशी से 70 किमी दूर है। यह हर्षिल घाटी के प्रमुख गांवों में शामिल है। इससे गंगोत्री की दूरी 30 किमी है। गांव के निकट चारथाम यात्रा का यात्री पड़ाव भी है। इस गांव में हर तरफ साफ-सफाई नजर आती है।
झाला बाजार से झाला गांव को जोड़ने वाला मार्ग ही नहीं, गांव का हर घर-आंगन और गलियां कूड़ा-कचरा मुक्त हैं। झाला, उत्तरकाशी जिले का पालीथिन मुक्त गांव बनने की श्रेणी में भी पहली पायदान पर है। यह सब संभव हो पाया गांव के युवक मंगल दल अध्यक्ष अभिषेक रौतेला के प्रयासों से।
उन्होंने गांव को स्वच्छ बनाने का संकल्प लिया तो उपाध्यक्ष अभिराज रौतेला, प्रियांशु रौतेला, अमित शाह, प्रवेश रौतेला व कोषाध्यक्ष सूरज रौतेला सहित 19 अन्य युवा भी उनके इस संकल्प से जुड़ गए और इस साझा पहल को नाम दिया गया ‘धन्यवाद प्रकृति अभियान’।
अभियान से गांव की प्रधान सुरजा देवी और झाला गांव में वर्ष 2022 से तैनात सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी तनुजा उनियाल भी जुड़ी हैं। प्रतिदिन 10 से 15 सदस्य उनके साथ स्वच्छता अभियान में शामिल होते हैं। किसी सदस्य के गांव से बाहर होने पर उसकी जगह अन्य सदस्य ले लेते हैं। इसके लिए एक वाट्सएप ग्रुप भी बनाया गया है।
इस तरह हुई शुरुआत
युमंद झाला के नाम से एक दल का गठन वर्ष 2020 में कोरोनाकाल में हुआ, जो प्रतिवर्ष दो से तीन बार स्वच्छता अभियान चलता था। गत जून में मुख्य विकास अधिकारी जय किशन ने प्लान इंडिया संस्था के साथ वृक्ष अभियान की बैठक की। इसमें झाला गांव के युमंद अध्यक्ष अभिषेक रौतेला और प्रधान सुरजा देवी को भी आमंत्रित किया गया। अभिषेक ने युमंद की ओर से भरोसा दिलाया कि झाला गांव को सामूहिक प्रयास से स्वच्छ बनाया जाएगा। गांव लौटते ही प्रधान सुरजा देवी ने अभिषेक की मांग पर युवाओं को कूड़ा एकत्र करने के लिए बैग, ग्लव्स व मास्क दिए। बीती आठ जुलाई से यह अभियान दल की दिनचर्या का हिस्सा बन गया।
सफाई को बना रहे आदत
बीती आठ जुलाई से लेकर अब तक ये युवा 22 बोरे प्लास्टिकयुक्त कूड़ा एकत्र कर चुके हैं। यही नहीं, झाला बाजार की हर दुकान, होटल और गांव में घर-घर जाकर ये युवा लोगों को जागरूक भी कर रहे हैं, ताकि कूड़े को इधर-उधर फेंकने के बजाय उसे अलग-अलग बैग में एकत्र करना सभी की आदत का हिस्सा बन जाए। इससे कूड़े को संग्रहण केंद्र तक पहुंचाने और उसकी छंटाई में भी आसानी रहेगी। अभियान में गांव के सभी लोग युवाओं का पूरा सहयोग करते हैं।
ग्रामीण व व्यापारियों को प्लास्टिक युक्त कूड़े को तीन हिस्सों में जमा करने के लिए प्रेरित किया जा है, जिसमें प्लास्टिक रैपर, प्लास्टिक बोतल और अन्य प्लास्टिक कचरा शामिल है। -अभिषेक, अध्यक्ष, युमंद झाला
युवक मंगल दल झाला की यह पहल सराहनीय है। इसी तरह की पहल अन्य गांवों में भी की जाएगी, ताकि गांव स्वच्छ और प्लास्टिक मुक्त हो सकें। ऐसे कार्य करने वाले ग्रामीणों व संगठनों को पूरा सहयोग किया जाएगा। - जय किशन, मुख्य विकास अधिकारी, उत्तरकाशी
महिला समूह के लिए PMO से आया धन्यवाद पत्र
झाला गांव में स्वरोजागर व विकास को लेकर अभिनव कार्य हो रहा है। झाला गांव का सोमेश्वर ग्राम संगठन एक महिला स्वयं सहायता समूह है।
राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के सहयोग से यह समूह पिछले पांच वर्षों से स्वरोजागर पर काम कर रहा है।
इस समूह से जुड़ी 25 से अधिक महिलाएं एप्पल जेम, एप्पल चटनी, एप्पल साइडर विनेगर, सीबथोर्न स्क्वाश भी तैयार कर रही हैं। ये उत्पाद चारधाम यात्रा मार्ग पर बिक रहे हैं।
इससे महिलाओं की आर्थिकी बढ़ रही है। इस समूह ने झाला गांव की ओर से 2023 में पीएमओ में उप सचिव मंगेश घिल्डियाल के जरिये प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सेब का जेम और चटनी भिजवाई।
इन उत्पादों की सराहना में प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से धन्यवाद पत्र भी आया। पीएमओ में उप सचिव तब झाला गांव में वाइब्रेंट विलेज योजना के भ्रमण पर आए थे।
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