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वैली ब्रिज टूटने से भारत चीन सीमा की चौकियों का संपर्क कटा

गंगोत्री हाईवे पर असी गंगा नदी का पुल टूट गया। इसके टूटने से एक बड़े क्षेत्र के साथ ही भारत चीन सीमा की चौकियों का संपर्क उत्तरकाशी से कट गया।

By BhanuEdited By: Updated: Fri, 15 Dec 2017 04:00 AM (IST)
वैली ब्रिज टूटने से भारत चीन सीमा की चौकियों का संपर्क कटा

उत्तरकाशी, [जेएनएन]: उत्तरकाशी से पांच किलोमीटर दूर भारत- चीन सीमा को जोडऩे वाला पुल (वैली ब्रिज) टूट गया है। इससे गंगोत्री घाटी के 45 गांवों का जिला मुख्यालय से संपर्क कट गया। इसके अलावा सीमा पर तैनात सेना और आइटीबीपी के जवानों को रसद पहुंचाने में भी दिक्कत आ रही है। 190 मीटर लंबा यह पुल पांच साल पुराना था। पुल का टूटने ओवरलोडेड वाहनों का गुजरना बताया जा रहा है। सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) व प्रशासन की टीम असी गंगा नदी में अस्थायी सड़क बना रही है, जिससे आवाजाही सुचारु की जा सके। उधर, उत्तरकाशी के जिलाधिकारी डॉ. आशीष चौहान ने बताया कि पुल टूटने के कारणों की जांच के आदेश दे दिए गए हैं।

गुरुवार सुबह उत्तरकाशी से भटवाड़ी की ओर जा रहे सीमेंट व सरिया से भरे हुए ट्रक जब गंगोरी के पास वैली ब्रिज पर पहुंचे तो पुल एकाएक टूट गया। दोनों ट्रक क्षतिग्रस्त पुल पर ही फंसे हैं। शुक्र ये रहा कि हादसे में किसी को कोई नुकसान नहीं हुआ। पुल टूटते ही ट्रक के चालक व क्लीनर वहां से भाग निकाले। सूचना से बीआरओ तथा प्रशासन सक्रिय हुए। 

उत्तरकाशी के जिलाधिकारी डॉ. आशीष चौहान ने सुबह साढ़े सात बजे बैठक बुलाई और तत्काल वैकल्पिक मार्ग बनाने के निर्देश दिए। शीतकाल की वजह से असी गंगा नदी में इन दिनों जल स्तर कम होने के कारण बीआरओ ने नदी में बड़े-बड़े पाइप डालकर रास्ता बनाने का निर्णय लिया। इसके बाद बीआरओ व प्रशासन की टीम नदी के दोनों ओर से एप्रोच सड़क बनाने में जुट गए। बीआरओ के आफिसर कमांडेंट एमके खुल्लर ने बताया कि इन दिनों असी गंगा का जल स्तर कम है। इस लिए वैली ब्रिज के निकट ही नदी में अस्थाई सड़क बनाई जा रही है। इसके लिए नरेन्द्र नगर (टिहरी गढ़वाल) से पाइप मंगवाए जा रहे हैं। उम्मीद है कि शुक्रवार सुबह तक हाईवे पर यातायात सुचारु हो जाएगा। 

ओवर लोडिंग से टूटा वैली ब्रिज 

 असी गंगा नदी में 3 अगस्त 2012 को भारी बाढ़ आई थी। इसके कारण गंगोरी के पास गंगेात्री हाईवे पर बना पक्का पुल बह गया था। इसके स्थान पर सेना व बीआरओ ने 190 मीटर लंबा वैली ब्रिज बनाया। इस ब्रिज की क्षमता 18 टन की थी, लेकिन गुरुवार सुबह जो दो ट्रक इस पुल से गुजर रहे थे तो उन ट्रकों का वजन सामान समेत 48 टन था।  बीआरओ के आफिसर कमांडेंट एमके खुल्लर ने बताया कि वैली ब्रिज के दोनों ओर चेतावनी बोर्ड भी लगाया गया है, जिसमें उल्लेख है कि एक बार में पुल पर केवल एक ही वाहन ले जाया जाए।

इन क्षेत्रों का कटा सम्पर्क 

इस वैली ब्रिज के टूटने से उत्तरकाशी जनपद के भटवाड़ी ब्लाक के असी गंगा, उपला टकनौर, नाल्ड कठूड़ पट्टी के करीब 45 गांवों का सम्पर्क कटा है। इसके साथ ही यह पुल सामरिक दृष्टि से भी महत्वपूर्ण भारत चीन सीमा पर नेलांग, नागा, सोनाम, जादूंग, सुमला, नीला पानी, मेंडी  स्थित सेना व भारत तिब्बत सीमा पुलिस आइटीबीपी की चौकियों से भी सम्पर्क कटा। अगर वैकल्पिक पुल का निर्माण जल्दी नहीं होता है तो सेना व आइटीबीपी के चौकियों में राशन आदि का संकट हो सकता है। 

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