Yamunotri Dham: भैया दूज पर शीतकाल के लिए बंद हुए यमुनोत्री धाम के कपाट, ऑफ सीजन में धामों में रहेगी कड़ी सुरक्षा
Yamunotri Dham Door Close यमुनोत्री धाम के कपाट भैया दूज के अवसर पर शीतकाल के लिए बंद कर दिए गए हैं। मां यमुना की डोली अपने भाई शनि महाराज की डोली के साथ शीतकालीन प्रवास स्थल खरसाली के लिए रवाना हो गई है। शीतकाल के दौरान खुशीमठ (खरसाली) में स्थित यमुना मंदिर में मां यमुना के दर्शन श्रद्धालु कर सकेंगे।
जागरण संवाददाता, उत्तरकाशी। Yamunotri Dham Door Close: विश्व प्रसिद्ध यमुनोत्री धाम के कपाट विधि विधान के साथ भैया दूज के अवसर पर शीतकाल के लिए बंद कर दिए गए। रविवार को दोपहर 12:05 पर धाम के कपाट शीतकाल के लिए बंद कर दिए गए हैं।
मां यमुना की डोली यमुनोत्री धाम से अपने भाई शनि महाराज की डोली के साथ शीतकालीन प्रवास स्थल खरसाली के लिए रवाना हो गई है। शाम तक डोली खरसाली पहुंचेगी। वहीं चंडी देवी मंदिर से मां गंगा की डोली मुखबा के लिए रवाना हुई।
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आज गंगा और यमुना की डोली भी अपने शीतकालीन प्रवास स्थल तक पहुंचेंगी। शीतकाल के दौरान खुशीमठ (खरसाली) में स्थित यमुना मंदिर मां यमुना की दर्शन श्रद्धालु कर सकेंगे।
आफ सीजन में धामों में रहेगी कड़ी सुरक्षा
उत्तरकाशी : यात्रा सीजन सकुशल संपन्न होने के बाद उत्तरकाशी पुलिस ने आफ सीजन की तैयारी शुरू कर दी है। शीतकाल के दौरान भी गंगोत्री और यमुनोत्री धाम में पुलिस की टीम तैनात रहेगी। पुलिस अमित श्रीवास्तव ने कहा कि आफ सीजन में धाम और पर्यटक स्थलों पर तैनात रहने वाले पुलिस कर्मियों के लिए उन्होंने आदेश जारी कर दिए।
गंगोत्री धाम के कपाट 2 नवंबर को बंद हो गए हैं। जबकि यमुनोत्री धाम के कपाट 3 नवंबर को शीतकाल के लिए बंद होने हैं। कपाट बंद होने के बाद धाम और पड़ावों पर सीजन में जो पुलिस कर्मी तैनात थे, वह अपने थाना चौकियों को लौट गए हैं। अब आफ सीजन के अनुरूप पुलिस कर्मियों की तैनाती होनी हैं।यह भी पढ़ें- Uttarakhand Weather Update: ...तो क्या दीवाली के बाद बढ़ेगी ठंड, पढ़ें क्या कहती है मौसम विभाग की भविष्यवाणी?
उत्तरकाशी के पुलिस अधीक्षक अमित श्रीवास्तव ने कहा कि आफ सीजन के दौरान धामों में सुरक्षा को लेकर बड़ी जिम्मेदारी होती है। धामों में होटल, धर्मशाला अधिकांश रूप से बंद रहते हैं। परंतु उसके बाद भी शीतकाल के दौरान धामों में आवाजाही के लिए कई व्यक्ति पहुंचते हैं। ऐसे व्यक्तियों पर निगरानी जरूरी होती है।
इसके अलावा धामों में शीतकाल के दौरान भारी हिमपात भी होता है। जिससे आवाजाही के मार्ग भी अवरुद्ध होते हैं। ऐसे में आफ सीजन में तैनात होने वाले पुलिस कर्मी के पास भी बड़ी जिम्मेदारी है। शीत काल में तैनात रहने वाले कर्मियों को जरूरी सामान, गर्म कपड़े आदि अपने साथ रखने के निर्देश दिए गए हैं। जिससे शीतकाल के दौरान कर्मियों को किसी तरह की परेशानी का सामना न करना पड़े।
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