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अजीबोगरीब: मोगली और टार्जन की एक और कहानी, कुत्तों की तरह बिताया बचपन; 40 साल की उम्र में भी है जानवरों जैसी हरकत

आपने मोगली और टार्जन की कहानी तो सुनी ही होगी जिसमें उन्हें उनके मानव घरों से ले जाने के बाद जंगलों में जंगली जानवरों के बीच पाला गया था। लेकिन कहा जाता है न कहानियां कहीं न कहीं सच्ची घटनों से ही प्रेरित होती है। जिसका एक और उदाहरण एक यूक्रेनी महिला ऑक्साना मलाया है जो कहती है कि वह कुत्तों के साथ बड़ी हुई है।

By Babli Kumari Edited By: Babli Kumari Updated: Thu, 22 Feb 2024 11:15 AM (IST)
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यूक्रेनी महिला ऑक्साना मलाया ने कुत्तों संग बिताया बचपन (फोटो- न्यूयॉर्क)
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। हम सबने सुना है कि छोटे बच्चे वही करते या सीखते हैं जो वो देखते हैं या फिर वह जो उनके आसपास घटित हो रहा होता है। एक बच्चे को जिस माहौल में रख दिया जाए वह उसे वैसे ही अपना लेता है। कुछ ऐसा ही हुआ तीन साल की छोटी बच्ची ऑक्साना मलाया के साथ जो जानवरों के साथ रह के वह जानवरों की तरह व्यवहार करने लगीं।

इसका एक और उदाहरण एक यूक्रेनी महिला ऑक्साना मलाया है जो कहती है कि वह कुत्तों के साथ बड़ी हुई है। न्यूयॉर्क पोस्ट का दावा है कि जब वह तीन साल की थी, तो उसके शराबी माता-पिता ने उसे ठंड में बाहर छोड़ दिया, जिससे उसके जीवन की दिशा नाटकीय रूप से बदल गई। वह अपने पालतू कुत्ते के पीछे-पीछे केनेल के अंदर चली गई, जहां वह गर्मी और सुरक्षा की चाहत में पांच साल से अधिक समय तक रही।

तीम साल की उम्र से कुत्तों के साथ रहने लगी थी मलाया

न्यूयॉर्क पोस्ट के अनुसार, अब 40 वर्षीय मलाया ने इस अवधि के दौरान जानवरों की विशेषताओं को अपने जीवन में अपनाया, जिसमें गुर्राना, भौंकना और चार पैरों पर चलना शामिल था। मलाया ने अपनी अनोखी परवरिश के बारे में चर्चा करते हुए कहा कि हमारी मां के बहुत सारे बच्चे थे और हमारे पास सोने के लिए पर्याप्त बिस्तर नहीं थे। इसलिए मैं रेंगकर कुत्ते के पास गई और उसके साथ रहने लगी।

बोलने की क्षमता खो चुकी थी मलाया 

पोस्ट के मुताबिक, जीवित रहने के लिए, उसने अपने कुत्ते के घर के अंदर अपने लिए एक घर बनाया और अपने जीवन के अगले पांच साल (तीन से नौ साल की उम्र तक) कुत्ते के बगल में रहकर बिताए। मलाया ने दावा किया कि उसके कुत्ते और अन्य लोगों ने उसके साथ पड़ोस के आवारा सदस्य जैसा व्यवहार किया। वह चारों पैरों के बल इधर-उधर भाग रही थी और जब तक उसे बचाया गया, तब तक वह बोलने की क्षमता खो चुकी थी। उन्होंने बताया, "मैं उनसे बात करती थी, वे भौंकते थे और मैं इसे दोहराती थी। यह हमारे बातचीत का तरीका था।"

9 साल की उम्र में मलाया को पुलिस ने बचाया 

मलाया द्वारा 9 साल की उम्र में एक पड़ोसी पर भौंकने के बाद, यूक्रेनी अधिकारियों को बच्चे की कुत्ते जैसी स्थिति के बारे में सतर्क किया गया था। हालांकि, मलाया को बचाने के प्रयासों को शुरू में शिकारी कुत्तों के एक गिरोह ने विफल कर दिया था। कुत्तों ने मलाया को पुलिस से बचाने के लिए जमकर संघर्ष किया था। जब तक अधिकारियों ने कुत्तों का ध्यान भोजन से नहीं हटाया, तब तक वे लड़की को केनेल से निकालने में सक्षम नहीं थे। लेकिन मलाया को उसके प्राकृतिक आवास से निकालने और उसे मानवता के साथ फिर से जोड़ने से इस असहाय बच्चे का तुरंत पुनर्वास नहीं हुआ।

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