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Social Media: बेटे ने पूछा ऐसा सवाल, खुशी से गदगद हो गईं मामाअर्थ की गजल अलघ; सोशल मीडिया पर वायरल हुई पोस्ट

बुधवार को मामाअर्थ की संस्थापक गजल अलघ ने एक्स पर एक पोस्ट साझा की जिसमें उन्होंने बताया कि कैसे उनके नौ साल के एक प्रश्न पूछा और उसका जबाव देते हुए उन्हें कैसा लगा।गजल अलघ के बेटे ने उनसे पूछा कि हम आशीर्वाद के लिए किसी बुजुर्ग के पैर क्यों छूते हैं। एक्स पर अलघ ने लिखा कि बेटे के इस प्रश्न से उनके अंदर की मां काफी खुश हुई।

By Jagran News Edited By: Jeet Kumar Updated: Wed, 31 Jul 2024 10:51 PM (IST)
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माता-पिता के पैर छूने को लेकर मामाअर्थ की गजल अलघ के बेटे ने पूछा सवाल
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। ब्यूटी ब्रांड मामाअर्थ की सह-संस्थापक गजल अलघ को हम सोनी पर आने वाले शार्क टैंक इंडिया से जानते हैं, इस शो में उन्होंने जज की भूमिका निभाई थी और कई स्टार्टअप्स में निवेश भी किया था। गजल अलघ सोशल मीडिया पर काफी सक्रिय रहती हैं। अब वह अपनी एक्स पर की गई एक पोस्ट से काफी चर्चा में हैं।

बुधवार को उन्होंने एक्स पर एक पोस्ट साझा की जिसमें उन्होंने बताया कि कैसे उनके नौ साल के एक प्रश्न पूछा और उसका जबाव देते हुए उन्हें कैसा लगा। गजल अलघ के बेटे ने उनसे पूछा कि हम आशीर्वाद के लिए किसी बुजुर्ग के पैर क्यों छूते हैं। एक्स पर अलघ ने लिखा कि बेटे के इस प्रश्न से उनके अंदर की मां काफी खुश हुई।

एक्स पर साझा की पोस्ट

गजल अलघ ने एक्स पर लिखा कि मेरे नौ साल के बेटे अगस्त्य ने आज एक प्रश्न पूछा और मेरे अंदर की माँ बहुत खुश हुई!

उसने पूछा कि हम आशीर्वाद के लिए बड़ों के पैर क्यों छूते हैं?

मैंने जबाव दिया कि यह एक हिंदू अनुष्ठान है जिसे उपसंग्रहण कहा जाता है, जो आशीर्वाद, ज्ञान और प्रेम प्राप्त करने के लिए सम्मान और अहंकार को त्यागने का प्रतीक है।

उन्होंने आगे लिखा कि हमारे धर्मग्रंथ इस क्रम में सम्मान को प्राथमिकता देते हैं- आध्यात्मिक ज्ञान, नैतिक बल, आयु, कुल का नाम और धन

गजल आगे एक्स पर लिखती हैं कि राजा भी आध्यात्मिक गुरुओं को और व्यापारी वृद्ध श्रमिकों को प्रणाम करते हैं। रामायण में, भगवान राम ने सम्मान दिखाने के लिए ऋषि विश्वामित्र के पैर छुए थे - जिसका सीधा सा मतलब है कि भगवान भी सम्मान में झुकते हैं और पैर छूते हैं।

वहीं, अंत ने गजल लिखती हैं कि मुझे अपने बेटे को सही सवाल पूछते देखकर खुशी हुई। मुझे खुशी है कि हमारे रोजमर्रा के जीवन में हमारी संस्कृति की झलक है।

कुछ ही घंटे पहले शेयर की गई इस पोस्ट को अब तक तीन हजार से ज्यादा बार देखा जा चुका है। इस पोस्ट पर सोशल मीडिया यूजर्स ने काफी कमेंट किए हैं। एक यूजर ने लिखा कि धन्यवाद, मैं भविष्य में अपनी बेटी को भी इसी तरह का ज्ञान साझा करूंगा। एक और यूजर ने लिखा कि मुझे अच्छा लगा कि अगस्त्य पहले से ही हमारी सांस्कृतिक परंपराओं के बारे में बहुत उत्सुक है।